Friday, April 26, 2024
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‘अब पार्टी में नहीं रह सकता, हमेशा अपमानित किया गया’- चुनाव से पहले राहुल गाँधी के वायनाड में 4 बड़े नेताओं का इस्तीफा

केरल प्रदेश कॉन्ग्रेस कमिटी के सचिव, महिला कॉन्ग्रेस राज्य सचिव, इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कॉन्ग्रेस के मुख्य सचिव... मतलब सब बड़े नाम! सबने चुनाव से ठीक पहले राहुल गाँधी के गढ़ से ही दिया इस्तीफा।

केरल में आगामी विधानसभा चुनाव से बस 1 माह पहले कॉन्ग्रेस को बड़ा झटका लगा है। राहुल गाँधी के लोकसभा क्षेत्र वायनाड में पार्टी के 4 बड़े नेताओं ने कॉन्ग्रेस से अपना किनारा कर लिया है।

पिछले एक हफ्ते में पार्टी को छोड़ने वाले इन नेताओं में केरल प्रदेश कॉन्ग्रेस कमिटी के सचिव MS विश्वनाथन, महिला कॉन्ग्रेस राज्य सचिव सुजया वेणुगोपाल, इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कॉन्ग्रेस के मुख्य सचिव पीके अनिल कुमार और केपीसीसी सदस्य केके विश्वनाथन हैं।

इनमें से सुजया हाल में सीपीआई (एम) के मार्च में नजर आई थीं। तभी यह साफ हो गया था कि वो वामपंथी पार्टी के साथ जुड़ने वाली है। वहीं सुल्तान बाथरी नगरपालिका के पार्षद एमएस विश्वनाथन ने भी उस समय माकपा में शामिल होने के संकेत दिए थे, जब उन्होंने जिले के कुछ वामपंथी नेताओं के साथ एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया।

एमएस विश्वनाथन ने यह आरोप लगाते हुए बुधवार को इस्तीफा दिया कि पार्टी नेतृत्व आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सीट बँटवारे में सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने में विफल रही है।

केके विश्वनाथन ने भी इस्तीफा देते हुए वायनाड डीसीसी की आलोचना की। उन्होंने पिछले हफ्ते कहा था कि पार्टी वायनाड में तीन सदस्यीय टीम द्वारा चलाई जा रही है। वह कहते हैं:

“एक भी समय ऐसा नहीं है कि मुझे अपमानित न किया गया हो, इसलिए मैं इस पार्टी में अब नहीं रह सकता।”

मालूम हो कि इन नेताओं के अलावा पीके अनिल कुमार ने औपचारिक रूप से सांसद एमवी श्रेयसकुमार की उपस्थिति में लोक तांत्रिक जनता दल (LJD) का दामन थामा है।

बता दें कि पार्टी नेताओं के इस्तीफे के बाद कॉन्ग्रेस नेतृत्व ने क्षेत्र में कार्रवाई की है। उन्होंने पार्टी के जिला नेतृत्व में संकट को खत्म करने के लिए कुछ नेताओं के समूह को नियुक्त किया है। इस क्षेत्र को राहुल गाँधी ने साल 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए चुना था। जहाँ से वह जीते भी।

कुछ दिन पहले उन्होंने वायनाड पहुँच कर उत्तर प्रदेश का मजाक उड़ाया था, जिसके चलते तमाम भाजपा नेताओं ने उनकी क्लास ली और समझाया कि जिस जगह ने उन्हें इतने दिन सर-आँखों पर बैठाए रखा, वहाँ से हारने के बाद वह भारत को दो भागों में बाँटने का काम नहीं कर सकते।

स्मृति ईरानी ने तो उन्हें यहाँ तक कहा था कि वह एहसान फरामोश हैं। वहीं शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि राहुल गाँधी जहाँ भी जाते हैं, वहाँ का बँटाधार करते हैं।

उल्लेखनीय है कि केरल में 140 विधानसभा सीटों के लिए मतदान 6 अप्रैल को एक ही चरण में निपटाया जाएगा। इसके परिणाम 2 मई को घोषित होंगे। हालाँकि इन तरीखों से पहले ही कॉन्ग्रेस टूटती नजर आ रही है। पलक्कड़ जिले में पूर्व डीसीसी अध्यक्ष और विधायक एवी गोपीनाथ ने यूथ कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष शफी परंबिल के खिलाफ चुनाव लड़ने की धमकी दी है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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