जहाँ एक तरफ कॉन्ग्रेस पार्टी और राहुल गाँधी गौतम अडानी को भला-बुरा कहते रहते हैं, राजस्थान के बाद अब हिमाचल प्रदेश की कॉन्ग्रेस सरकार ने गौतम अडानी के साथ डील की है। बंद पड़े सीमेंट प्लांट्स भी अब खुल जाएँगे। इससे पहले राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार के निवेदन पर हजारों करोड़ रुपयों के निवेश का फैसला लिया था। बता दें कि हिमाचल प्रदेश में अडानी समूह की दोनों सीमेंट कंपनियों और ट्रक ऑपरेटर्स के बीच मालभाड़े के रेट को लेकर विवाद चल रहा था। 65 दिनों बाद ये विवाद सुलझ पाया है।
सोमवार (20 फरवरी, 2023) को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की मौजूदगी में दोनों पक्षों में समझौता हुआ। समझौते के अनुसार, मालभाड़े के नए रेट 9.30 रुपए प्रति किलोमीटर प्रति टन और 10.30 रुपए प्रति किलोमीटर प्रति टन तय किए गए। ट्रक ऑपरेटर्स ने इस दौरान कहा कि राज्य की जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए वो नए रेट को स्वीकार कर रहे हैं। हालाँकि, उन्होंने दावा किया कि इसके कारण उन्हें सालाना 5-7 लाख रुपए का नुकसान होगा।
फिर उन्होंने ये भी कहा कि जनहित के लिए वो इस नुकसान को झेलने के लिए तैयार हैं। इसके साथ ही मंगलवार से ही अडानी समूह की दोनों सीमेंट कंपनियाँ अम्बुजा और ACC अपने-अपने प्लांट्स में प्रोडक्शन शुरू कर देंगी। ट्रक यूनियन वाले भी कल से काम पर लौट जाएँगे। हालाँकि, उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में आपस में और चर्चा अभी बाकी है। 15 दिसंबर से 2 प्लांट्स बंद होने के कारण 35,000 लोग बेरोजगार हो गए थे।
66-Day long Adani-Truck unions deadlock over cement freight charges ends finally .CM Sukhwinder Singh Sukhu said after talks with truckers Monday morning.
— Ashwani Sharma (@ashwanis1208) February 20, 2023
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू खुद इस मामले पर निगरानी रख रहे थे और उन्होंने ये तीसरे दौर की वार्ता की। ट्रक ऑपरेटर्स के प्रतिनिधियों ने कहा कि उनके बाकी मुद्दों को सुलझाने के लिए बातचीत चलती रहेगी। दोनों पक्षों के बीच सहमति बनाने के लिए सरकार के साथ अब तक 16 दौर की वार्ताएँ हो चुकी हैं। सीएम ने CEO लेवल के अधिकारियों को भी बुलाया था। इस विवाद से दोनों पक्षों को नुकसान हुआ। सीएम सुक्खू ने कहा कि उनकी सरकार आने के 5 दिनों बाद ही ये मामला सामने आया था।