आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने उपराष्ट्रपति और राज्यसभा अध्यक्ष वेंकैया नायडू को एक पत्र लिखा है। पत्र उनके खिलाफ़ दर्ज किए गए मुक़द्दमों से संबंधित है। पत्र में उन्होंने लिखा कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने उनके खिलाफ़ कुल 9 मामले दर्ज कराए हैं। उन्होंने अपने पत्र में वेंकैया नायडू से निवेदन किया है कि वह इस मामले पर संज्ञान लें।
आप सांसद संजय सिंह ने पत्र में सबसे पहले इस बात पर ज़ोर दिया है कि उनकी जान को ख़तरा है। इसके बाद उन्होंने कहा योगी सरकार उन्हें झूठे मामलों के तहत आरोपित साबित करना चाहती है। उनका यह भी कहना था कि योगी सरकार ने कुल 9 मामले इसलिए दर्ज कराए जिससे ऐसा लगे कि वह बड़े अपराधी हैं। संजय सिंह ने अपने पत्र में यह दावा भी किया कि योगी सरकार केवल एक जाति विशेष का हित कर रही है।
जो 3 मुकदमे होने पर संसद में रो पड़े थे उन्होंने 9 दिन में मुझपर 9 मुकदमे कर दिए।यूपी में अब सच बोलने का इनाम ‘मुक़दमा’ बन चुका है। सरकार से सवाल पूछने पर कभी पत्रकारों पर, कभी अधिकारियों पर तो कभी जनसेवकों पर मुक़दमा कर दिया जाता है। ऐसा अत्याचार तो अंग्रेजों ने नहीं किया 1
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) August 20, 2020
उनका कहना था कि योगी सरकार में हो रहे अत्याचार पर मुखर होकर बोलने की वजह से उन पर मामला दर्ज कराया गया है। योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए आप सांसद ने कहा यह वही आदित्यनाथ हैं। जिन्होंने खुद पर दर्ज कराए गए 3 मामलों को लोकसभा में उठाया था। उन्होंने इस बात को लेकर चिंता भी जताई थी कि तत्कालीन उत्तर प्रदेश सरकार उनका एनकाउन्टर भी कर सकती है। संजय सिंह ने पत्र में कहा कि उन्हें धमकी भरे मैसेज और कॉल भी आ रहे हैं। मुझे किसी भी तरह का नुकसान हुआ तो उसके लिए योगी सरकार ही ज़िम्मेदार होगी।
मैं भी उत्तरप्रदेश का बेटा हूँ, यहीं की मिट्टी में पला बढ़ा और यहीं का पानी पीया। यहाँ का हर घर मेरा घर है और बच्चा बच्चा मेरा परिवार। अतः यहाँ की समस्याओं पर बोलने और सरकार से सवाल पूछने का हक मुझे जनप्रतिनिधि होने से पहले यहाँ का निवासी होने के कारण है। उसे कोई छीन नहीं सकता 2
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) August 20, 2020
इसके अलावा संजय सिंह ने ट्विटर पर भी इस मुद्दे को लेकर अपनी बात कही है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “मैं उत्तर प्रदेश के लोगों से आज वादा करता हूँ कि जनहित के मुद्दों से जुड़ी राजनीति नहीं छोड़ने वाला हूँ। भले ही मुझ पर 900 मामले क्यों न दर्ज करा दी जाए। इस अघोषित आपातकाल के दौर में आप लोगों का सहयोग ज़रूरी है। आप लोगों के सहयोग के ज़रिए ही सरकार की तानाशाही ख़त्म होगी। दिल्ली में हुई प्रेस वार्ता के दौरान आप सांसद संजय सिंह ने योगी सरकार पर तमाम जातिगत आरोप लगाए थे।”
मैं आज उत्तरप्रदेश की जनता से यह वादा करता हूँ कि 9 क्या अगर यह 900 मुकदमे भी कर लें तो मैं जन सरोकार की राजनीति नहीं छोड़ूँगा। इस ‘अघोषित आपातकाल’ में आप सभी का सहयोग जरूरी है, आपका सहयोग ही तानाशाही के अंत का कारण बनेगा। इस सम्बंध में मैंने सभापति महोदय को चिट्ठी भी लिखी है।3 pic.twitter.com/lgaYWQxfLJ
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) August 20, 2020
संजय सिंह ने पहले ही कहा था कि वह खुद पर दर्ज कराए गए मामलों के लिए वेंकैया नायडू को पत्र लिखेंगे। इसके बाद उनका कहना था कि मैं योगी सरकार को आइना दिखाना चाहता था और वह मुझे हिस्ट्री शीटर बनाना चाहते हैं। उत्तर प्रदेश के तमाम राजनीतिक दलों ने इस बात पर मेरा समर्थन भी किया है। मुझे यह बात कहने में कोई परेशानी नहीं है कि योगी सरकार ठाकुरों के लिए ही काम करती है। सरकार दलितों के साथ बुरा बर्ताव करती है।
अंत में उन्होंने कहा सरकार ने उत्तर प्रदेश स्थित आम आदमी पार्टी का कार्यालय भी बंद करवा दिया है। 12 अगस्त 2020 को हुई प्रेस वार्ता में संजय सिंह ने योगी सरकार को ठाकुरों का हित करने वाली सरकार कहा था। उन्होंने कहा कि यह सरकार दलित विरोधी है। इन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को राम मंदिर भूमिपूजन में नहीं बुलाया। अंत में संजय सिंह ने कहा यह सरकार एक ही जाति का फ़ायदा सोचती है। इन बातों के आधार पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने सांसद संजय सिंह पर कुल 9 मामले दर्ज कराए थे।