Saturday, November 2, 2024
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अमर सिंह ने RSS से जुड़ी संस्था सेवा भारती को दान कर दी थी करोड़ों की सम्पत्ति

"मेरे स्वर्गीय पिता की याद में अपनी संपत्ति देकर, मैंने समाज की सेवा के प्रयासों में योगदान करने की कोशिश की है। संघ बड़ी संस्था है। उसे कुछ दान देना बहुत छोटी बात होगी।"

राज्यसभा सांसद अमर सिंह का आज (अगस्त 1, 2020) निधन हो गया। वह काफी समय से बीमार चल रहे थे। उनका देहांत सिंगापुर में हुआ। पिछले कई सालों से वह बीमार चल रहे थे। किडनी ट्रांसप्लांट के बाद से उनका स्वास्थ्य लगातार गिरता गया।

एक जमाने में वह दिल्ली के पावरफुल नेताओं में थे। वह काफी समय तक मुलायम सिंह के करीबी रहे। पिछले दिनों उनके निधन की झूठी खबर चल जाने पर उन्होंने जिंदादिल इंसान की तरह कहा था ‘टाइगर जिंदा’ है।

लगभग सभी दलों में अमर सिंह के मित्र थे। 90 के दशक की राजनीति उनके ही इर्द-गिर्द घुमा करती थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी उनके अच्छे रिश्ते थे।

अमर सिंह की पहचान एक मददगार के तौर पर होती है। बॉलीवुड से लेकर राजनीति और बिजनेस, हर जगह पर उन्होंने जरूरत पड़ने पर लोगों की दिल खोलकर मदद की थी। सभी क्षेत्रों में उनके चाहने वाले लोग थे। वे अपने हाजिर जवाबी और सदैव हँसकर जवाब देने के लिए भी जाने जाते रहेंगे।

संघ से जुड़ी संस्था को अमर सिंह ने दान की थी करोड़ों की सम्पत्ति

अपने जीवन के अंतिम पड़ाव में उन्होंने कई नेक काम किए। जिसके लिए उनकी मौत के बाद भी उन्हें हमेशा ही याद किया जाएगा। बता दें कि अमर सिंह ने आजमगढ़ स्थित अपनी पैतृक संपत्ति राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ी संस्था सेवा भारती संस्थान के नाम कर दी थी।

अमर सिंह ने अपने स्वर्गीय पिता की याद में उनकी संपत्ति सेवा भारती के नाम पर किया था। जब से उनके पिता की मौत हुई थी, तभी से उनका यह घर खाली रहता था। दान की गई संपत्ति की कीमत करीब 15 करोड़ रुपए आँकी गई थी।

तब अमर सिंह ने कहा था, “मेरे स्वर्गीय पिता की याद में अपनी संपत्ति देकर, मैंने समाज की सेवा के प्रयासों में योगदान करने की कोशिश की है। संघ बड़ी संस्था है। उसे कुछ दान देना बहुत छोटी बात होगी।”

इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में अमर सिंह ने मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा के साथ ही आजम खान और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा था

बिना जाति-धर्म के जरूरतमंदों की मदद करती है सेवा भारती

सेवा भारती, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ी एक गैर-सरकारी संगठन है। यह भारतीय समाज के गरीब वर्गों, जनजातीय और स्वदेशी समुदायों के लिए देश भर में फैले हुए हज़ारों केंद्र के नेटवर्क के द्वारा मुफ्त चिकित्सा सहायता, शिक्षा, पर्सनल डेवलपमेंट के लिए बिज़नेस या कोचिंग जैसे कई कल्याणकारी और सामाजिक सेवा कार्यकर्मों को शुरू करके शहर की गरीबों की बस्ती और पुनर्वास कॉलोनियों के बीच भी काम करता है।

यह संस्था सैकड़ो जिलों में साल भर लाखों गतिविधियों को चलाती है। कोई भी अगर आपदा आ जाए, जैसे- बाढ़, भूकंप आदि के समय पर यह बढ़-चढ़ कर समाज के हर हिस्से में सहायता के लिए बिना भेद-भाव के आगे रहते हैं।

बता दें कि पूरे देश में कोरोना आपदा की स्थिति में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पूरी तत्परता से जनसेवा में लगा हुआ है। संघ से ही सम्बद्ध संगठन ‘सेवा भारती’ ने ही अकेले इतना काम किया है और कर रही है, जिससे कई लोगों को भोजन-पानी-घर से लेकर दवाएँ तक मिली हैं।

‘सेवा भारती’ का मुख्यालय दिल्ली में है, जहाँ से पूरे देश में हो रहे राहत कार्य की मॉनिटरिंग की जाती है। ‘सेवा भारती’ के अखिल भारतीय महामंत्री श्रवण कुमार ने कहा था कि संगठन यह नहीं देखता कि किस राज्य में किसकी सरकार है? जिसे मदद की ज़रूरत है, उसका जाति-धर्म या पहचान क्या है? उन्होंने बताया कि संगठन विशेषकर उन जगहों तक पहुँचने में लगा हुआ है, जहाँ सरकारी कर्मचारी भी नहीं पहुँचे है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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