Sunday, October 13, 2024
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सालभर बाद भी कन्हैया लाल के हत्यारों को सजा क्यों नहीं: उदयपुर में बोले अमित शाह- NIA ने चार्जशीट फाइल की, पर गहलोत सरकार ने नहीं बनाई स्पेशल कोर्ट

"गहलोत सरकार ने कन्हैया लाल को सुरक्षा नहीं दी थी। उनकी मौत तक ये लोग चुप रहे। यहाँ की सरकार कन्हैया लाल की हत्या के आरोपितों को पकड़ना भी नहीं चाहती थी। NIA ने उन्हें गिरफ्तार किया। सीएम अशोक गहलोत झूठ बोल रहे हैं कि इस मामले में चार्जशीट नहीं हुई है। 22 दिसंबर 2022 को चार्जशीट पेश की जा चुकी है।"

राजस्थान के उदयपुर में 28 जून 2022 को मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने गला रेत कन्हैया लाल तेली (Murder of Kanhaiya Lal) की हत्या कर दी थी। इस बर्बर हत्याकांड में सालभर बाद भी किसी को सजा नहीं हुई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने इसकी वजह बताई है। उन्होंने कहा है कि यदि अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के नेतृत्व वाली राजस्थान की काॅन्ग्रेस सरकार ने इस मामले में स्पेशल कोर्ट का गठन किया होता तो अब तक हत्यारों को फाँसी की सजा हो चुकी होती।

अमित शाह शुक्रवार को उदयपुर में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, “गहलोत सरकार ने कन्हैया लाल को सुरक्षा नहीं दी थी। उनकी मौत तक ये लोग चुप रहे। यहाँ की सरकार कन्हैया लाल की हत्या के आरोपितों को पकड़ना भी नहीं चाहती थी। NIA ने उन्हें गिरफ्तार किया। सीएम अशोक गहलोत झूठ बोल रहे हैं कि इस मामले में चार्जशीट नहीं हुई है। 22 दिसंबर 2022 को चार्जशीट पेश की जा चुकी है।”

शाह ने कहा, “स्पेशल कोर्ट बनाने का काम राज्य सरकार का है, जिससे आरोपितों को जल्द से जल्द सजा दी जा सके। लेकिन राजस्थान सरकार ने स्पेशल कोर्ट नहीं बनाई। अन्यथा आज तक कन्हैया लाल की हत्या के आरोपित फाँसी पर लटक चुके होते।” अमित शाह ने साल 2000 में हुए जयपुर ब्लास्ट पर राजस्थान सरकार को घेरते हुए कहा है कि अशोक गहलोत के एडवोकेट जनरल के पास सुनवाई के लिए समय नहीं था। इसलिए 50 लोगों को मारने वाले निर्दोष छूट गए।

गृह मंत्री कहा, “पीएम मोदी ने PFI पर बैन लगाया। लेकिन गहलोत सरकार में कोटा में PFI की रैली निकलती है। चित्तौड़गढ़ में रतन सोनी की हत्या होती है। करौली में हिंदू त्योहार बंद कर दिए जाते हैं। संघ का पथसंचलन रोक दिया जाता है। अलवर में 300 साल पुराना शिव मंदिर ढहा दिया गया। भगवा ध्वज उतारने की हिमाकत गहलोत सरकार ही कर रही है। आजादी के इतने सालों बाद भी बहुसंख्यक वर्ग पर अत्याचार हो रहे हैं। यह सब वोट बैंक की राजनीति वाले ही कर सकते हैं। हमारी सरकार में यह नहीं हो सकता।”

अमित शाह ने आगे कहा है कि गहलोत सरकार 3D से घिरी हुई सरकार है- दंगा, महिलाओं से दुर्व्यवहार और दलितों पर अत्याचार। 3D से घिरी हुई सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया। गौरतलब है कि राजस्थान में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। सभा के दौरान मोदी सरकार के गाम गिनाते हुए शाह ने कहा कि देश में पहली बार किसानों को सालाना 6 हजार रुपए मिल रहा है। मोदी सरकार अब तक राजस्थान के 80 लाख किसानों के खाते में 16 हजार करोड़ रुपए भेज चुकी है। ‘जल जीवन मिशन’ के तहत राजस्थान के 43 लाख परिवारों तक घरों तक पीने का शुद्ध पानी पहुँच रहा है। मोदी सरकार ने 86 लाख शौचालय बनाए हैं। 4.2 करोड़ लोगों को हर माह मुफ्त अनाज दे रही है। उज्ज्वला योजना के तहत 5.75 करोड़ गैस कनेक्शन बाँटे गए हैं। 

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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