Thursday, March 28, 2024
Homeराजनीतिअमिट रहेंगे पूर्वराष्ट्रपति अब्दुल कलाम: किरकिरी के बाद CM जगन रेड्डी ने वापस लिया...

अमिट रहेंगे पूर्वराष्ट्रपति अब्दुल कलाम: किरकिरी के बाद CM जगन रेड्डी ने वापस लिया अपना पुराना आदेश

पूर्व राष्ट्रपति कलाम से जुड़े इस अवार्ड का नाम बदलकर अपने पिता वाईएसआर का नाम देने पर मुख्यमंत्री को आलोचना का शिकार होना पड़ा। काफी आलोचना के बाद अपने फैसले को वापस लेते हुए आंध्र-प्रदेश सरकार ने 'डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्रतिभा पुरस्कार' के नाम को वापस बहाल कर दिया।

आन्ध्र-प्रदेश सरकार ने अपने उस फैसले को बदलकर वापस पुराने नियम को लागू करने का निश्चय किया है जिसके तहत मेधावी छात्रों को दिए जाने वाले पुरस्कार का नाम भारत के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर ही रहेगा। दरअसल आंध्र-प्रदेश के मौजूदा मुख्यमन्त्री जगन मोहन रेड्डी ने इस सम्मान को अपने पिता वाईएसआर रेड्डी के नाम पर करने का फैसला किया था। मगर उनके इस फैसले की काफी आलोचना हुई जिसके बाद उनकी सरकार अपने फैसले से पलट गई और इस सम्बन्ध में अपने पुराने आदेश को वापस ले लिया।

मुख्यमंत्री के इसी फैसले के बाद राज्य सरकार ने 4 नवम्बर को एक नोटिस जारी किया था जिसमें कहा गया था कि राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर मेधावी छात्रों को दिए जाने वाले सम्मान अब डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्रतिभा पुरस्कार की बजाय वाईएसआर विद्या पुरस्कार नाम से जाने जाएँगे। बता दें कि 11 नवम्बर को भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयंती पर राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया जाता है। पूर्व राष्ट्रपति कलाम को भी शिक्षा और छात्रों से जुड़ाव के लिए जाना जाता है इसीलिए शिक्षा दिवस पर दिए जाने वाले सम्मान का नाम कलम पर रखा गया था।

एक रिपोर्ट के मुताबिक यह पुरस्कार एमएससी परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभाशाली छात्रों को दिए जाते हैं। पूर्व राष्ट्रपति कलाम से जुड़े इस अवार्ड का नाम बदलकर अपने पिता वाईएसआर का नाम देने पर मुख्यमंत्री को आलोचना का शिकार होना पड़ा। काफी आलोचना के बाद अपने फैसले को वापस लेते हुए आंध्र-प्रदेश सरकार ने ‘डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्रतिभा पुरस्कार’ के नाम को वापस बहाल कर दिया। बता दें कि जब से आंध्र प्रदेश में जबसे वाईएस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्ववाली सरकार बनी है उसके बाद से ही प्रदेश सरकार पर सरकारी योजनाओं के नाम बदलने के आरोप लगते आ रहे हैं। प्रदेश में सरकार बनाने के बाद उन्होंने एनटीआर भरोसा का नाम बदलकर वाईएसआर पेंशन, अन्ना कैंटीन को राजन्ना कैंटीन और मध्याह्न भोजन योजना का नाम वाईएसआर अक्षय पात्र कर दिया। 

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

मुख़्तार अंसारी की मौत: हार्ट अटैक के बाद अस्पताल ले जाया गया था माफिया, पूर्वांचल के कई जिलों में बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था

माफिया मुख़्तार अंसारी को बाँदा जेल में आया हार्ट अटैक। अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित किया। पूर्वांचल के कई जिलों में बढ़ी सुरक्षा व्यवस्था।

‘कॉन्ग्रेस सरकार ने रोक दिया हिन्दुओं का दाना-पानी, मैं राशन लेकर जा रहा था’: विधायक T राजा सिंह तेलंगाना में हाउस अरेस्ट, बोले –...

बकौल राजा सिंह, कॉन्ग्रेस सरकार ने चेंगीछेरला के हिन्दुओं का खाना और राशन तक बंद कर दिया है और जब वो राशन ले कर वहाँ जाने वाले थे तो उनको हाउस अरेस्ट कर लिया गया।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
418,000SubscribersSubscribe