हिमांत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने हाल ही में असम के मुख्यमंत्री के रूप में एक साल पूरा किया। इस मौके पर उन्होंने ‘टाइम्स नाउ’ से बातचीत की। अब उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इसे शेयर करते हुए लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएँ दे रहे हैं।
इंटरव्यू के दौरान उन्होंने ज्ञानवापी मस्जिद, कॉन्ग्रेस, राहुल गाँधी, यूनिफॉर्म सिविल कोड, सीएए, एनआरसी, जिग्नेश मेवानी की गिरफ्तारी, ओवैसी समेत कई मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बात की। उन्होंने कहा कि चुनावों में किए वादों को अमल कर रहे हैं और पिछला एक साल बेहतर रहा है।
ज्ञानवापी मामले में उन्होंने कहा कि राम मंदिर मामला था जो सुलझ गया, दूसरे लांबित मामले भी सुलझने चाहिए। उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी मंदिर है या नहीं जानना जरूरी है और हर हिंदू को जानने का हक है। उन्होंने कहा, “सर्वे रिपोर्ट आने के बाद चर्चा होना चाहिए। आपस में मामलों को सुलझाना जरूरी है। देश की जनता ने बीजेपी को बहुमत दिया है। कॉन्ग्रेस का नाम सुनकर लोग अब चिढ़ते हैं। कॉन्ग्रेस ने तुष्टिकरण की सियासत की। “
यह पूछे जाने पर कि क्या बीजेपी का कॉन्ग्रेसीकरण हो रहा है, उन्होंने कहा कि जो लोग जमीन से जुड़े हैं वे कॉन्ग्रेस में नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा, “2031 तक कॉन्ग्रेस में कोई नहीं रहेगा। उसका वजूद खत्म हो जाएगा।” वहीं राहुल गाँधी पर उन्होंने कहा कि वह क्या करेगा क्या नहीं करेगा, कोई नहीं कह सकता है। वह रिसर्च का विषय हैं। उन्होंने कहा, “राहुल गाँधी पर आप यह नहीं कह सकते हैं कि वह जो कहेगा वह वही करेगा।” कॉन्ग्रेस के वन फैमिली वन टिकट पर उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस चिंतन शिविर से हमारा क्या लेना देना। कॉन्ग्रेस में परिवारवाद है। कॉन्ग्रेस में परिवारवाद खत्म नहीं हो सकता है।
यूनिफॉर्म सिविल कोड पर उन्होंने कहा कि हिंदू में पिता की संपत्ति पर बेटी का अधिकार होता है लेकिन मुस्लिम बेटी को ये अधिकार नहीं है। बकौल सीएम शर्मा, मुस्लिमों में कई शादी करता है और देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि मुस्लिम बेटियों के उत्थान के लिए यूसीसी जरूरी है और यह जल्द आना चाहिए। इससे देश में सामाजिक न्याय होगा। एक पुरुष को एक से अधिक महिला से शादी करने का अधिकार नहीं होना चाहिए। अगर 36 प्रतिशत महिलाओं के पास अधिकार नहीं तो सामाजिक न्याय की बात नहीं कर सकते हैं। सामाजिक न्याय सबके लिए जरूरी है। मुस्लिम समाज में भी जातियाँ हैं। उस पर ध्यान दिया जाना चाहिए। जैसे हिंदू में है।
उन्होंने आगे कहा कि एनआरसी, सीएए से आप मुस्लिम जनसंख्या की वृद्धि पर रोक नहीं लगा सकते हैं। इसके लिए आपको शिक्षा, हेल्थ पर ध्यान देना होगा। एनआरसी, सीएए न्याय के लिए है। असम में मुस्लिम बेटियों की शिक्षा पर काम किया। दंगे पर उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार में सांप्रदायिक हिंसा नहीं होती है। हिजाब का मुद्दा कर्नाटक में कॉलेज तक सीमित था। यह कॉलेज का यूनिफॉर्म का मुद्दा था। इस मुद्दे को बेवजह तूल दिया गया।
जिग्नेश मेवानी की गिरफ्तारी पर उन्होंने कहा कि उसने भगवान और गोडसे की तुलना की, पीएम मोदी पर ट्वीट की वजह से गिरफ्तारी नहीं हुई। एक राज्य से दूसरे राज्य में जाकर गिरफ्तार करना हमेशा से होता रहा है। सरमा ने कहा कि वह हमेशा कानून का पालन करते हैं। जिग्नेश की गिरफ्तारी कानून प्रक्रिया के तहत हुई।
राजद्रोह कानून के राजनीतिक इस्तेमाल पर सरमा ने कहा कि देशद्रोहियों के खिलाफ यूएपीए लगाया, राजनीतिक दुर्भावना से देशद्रोह का केस नहीं लगाया। कानून का दुरुपयोग नहीं गलत है। असम में राजनीतिक नेताओं के खिलाफ देशद्रोह नहीं लगा। उल्फा के खिलाफ लगा।
बीजेपी मुख्यमंत्रियों के बदलने पर उन्होंने कहा कि बीजेपी के किसी भी कार्यकर्ता को पद से लगाव नहीं होना चाहिए। बिप्लब देब त्रिपुरा काम के लिए अच्छा काम किया। अगला सवाल था – बीजेपी असली मुद्दे से लोगों को भटका रहे हैं? उन्होंने कहा कि महँगाई से निकालना सरकार का फर्ज है। पीएम ने राज्यों को तेल के दाम कम करने को कहा। महँगाई का मुद्दा परमानेंट नहीं है।
वहीं अकबरुद्दीन ओवैसी के औरंगजेब के मजार पर चादर चढाए जाने को बीजेपी द्वारा भड़काऊ कहे जाने की बात पर सरमा ने कहा, “कोई औरंगजेब की मजार पर भी जा सकता है क्या? आज आप औरंगजेब की मजार जाएँगे, कल आप कहेंगे कि आप अल-कायदा के मजार पर जाना चाहते हैं। आप देश के सांसद भी हैं। जिस औरंगजेब ने देश को तबाह कर दिया, उनके मजार में आप क्यों जाते हो? अगर वह आपका पिता है, तो जाइए। मैं आपत्ति नहीं करूँगा, लेकिन यदि नहीं है तो फिर क्यों जाते हो? आप उससे क्या प्रेरणा लोगे? आप शिवाजी महाराज से प्रेरणा लीजिए। आप लाचित बोड़फकन से प्रेरणा लीजिए। औरंगजेब से प्रेरणा लेकर क्या आप देश को औरंगजेब के जमाने में लेकर जाना चाहते हो।”
आगे उन्होंने सड़कों का नाम बदलने को सही ठहराते हुए कहा कि जिसने आपका मंदिर तोड़ा, जिसने आपकी बहन-बेटियों को पकड़कर उसके साथ अत्याचार किया, जिसने आपको धर्म परिवर्तन के के लिए मजबूर किया, क्या उस सबका नाम देश में होना चाहिए? उन्होंने कहा कि ये सब मुद्दे खत्म हो जाएँगे तब नया भारत बन जाएगा। लंबित मुद्दे खत्म होने चाहिए। उसके बाद हिंदू-मुस्लिम मिलकर देश को बनाने में लग जाएँगे।
इस वीडियो के वायरल होने के बाद नेटिजन्स खूब मजे ले रहे हैं और जमकर कमेंट्स कर रहे हैं। यहाँ देखिए नेटिन्स द्वारा किए गए कुछ कमेंट्स…
“Unless he is your father”
— Cabinet Minister, Ministry of Memes, India (@memenist_) May 16, 2022
LMAO ded 😂 pic.twitter.com/OejNgkhtqY
#FactCheck of GENOCIDAL MONSTER Aurangzeb by Assam CM Himanta Biswa Sarma
— Sanatani Awakening (@AwakenedSanata1) May 16, 2022
🔻
Go to Aurangzebs Mazar, If He is Your FATHER – #Himanta to Owaisi 🤣 #ज्ञानवापी_मंदिर 🔱 #हर_हर_महादेव pic.twitter.com/yj7p0IbLPy
himanta 😭😭😭😭is pure PM material https://t.co/hlVJfrOIVY
— MASK LAGA MU PAR 😴 (@empty6789) May 17, 2022
Awesome himanta da https://t.co/fmfvtBjCPL
— Rajesh P (@rajesh09092001) May 16, 2022
Why to visit the tomb of Aurangzeb, unless he is your father? – Himanta Biswa doesn’t mince words
— Vikas Chopra (@Pronamotweets) May 16, 2022
King for a reason 🔥 pic.twitter.com/WlXhNh5v6f
BJP with Yogiji and Himanta Biswa Sharmaji have great future. 2 leaders with perfect clarity in thoughts @BJP4India https://t.co/NsIq5ysTXR
— Sujit S Kundar (@sujitk999) May 16, 2022
Sab ka baap Himanta Da ❤️❤️❤️ https://t.co/oNEA4xLcyv
— LonerMonkey🇮🇳 (@lonermonkeyy) May 16, 2022
I really avoid commenting on any political figure, but there can’t be any better leader than @himantabiswa !! Every word comes from his heart!! To the point. @BJP4India should feel lucky that Himanta da is holding the fort in east! https://t.co/thBTgAh0vu
— BabaBihari (@BabaBihari007) May 16, 2022