प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद अतीक अहमद पीएम के खिलाफ चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। बता दें कि उन्होंने नामांकन फॉर्म खरीदने के बाद इलाहाबाद की एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट में पर्चा दाखिल करने व प्रचार के लिए तीन सप्ताह की परोल देने की माँग की है। कोर्ट ने अतीक अहमद की इस अर्जी पर सुनवाई के लिए 29 अप्रैल की तारीख तय की है। अतीक अहमद की तरफ से दी गई अर्जी में लिखा गया है कि वो जेल में हैं और वाराणसी संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने नामांकन फॉर्म भी खरीद लिया है। मगर जेल में रहकर चुनाव प्रचार नहीं कर सकते, इसलिए उन्होंने चुनाव प्रचार करने के लिए तीन सप्ताह के लिए जमानत पर रिहा करने की कोर्ट से गुजारिश की है।
Another candidate planning to enter the fray in Varanasi against the PM: Gangster Atiq Ahmed who was shifted to a Gujarat jail from UP by the Supreme Court. Ahmed buys a nomination paper, may be fielded from Shivpal Yadav’s party. He also wants parole of 3 weeks to campaign!
— Aman Sharma (@AmanKayamHai_ET) April 28, 2019
खबरों के मुताबिक, पूर्व सपा नेता शिवपाल सिंह यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी अतीक अहमद को टिकट दे सकती है। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रदेश महासचिव लल्लन राय ने पहले बताया था कि अतीक अहमद उनकी पार्टी से चुनाव लड़ेंगे। मगर शनिवार (अप्रैल 27, 2019) को देर रात उन्होंने इस बात का खंडन करते हुए स्पष्ट किया कि फिलहाल अतीक अहमद को पार्टी का उम्मीदवार नहीं बनाया गया है। उन्होंने कहा कि अतीक अहमद के आवेदन करने के बाद उनके उम्मीदवार बनाए जाने पर विचार किया जाएगा।
Supreme Court today directed the CBI to investigate the alleged kidnapping and torturing of a businessman by former MP and gangster, Atiq Ahmed and his aides. An SC bench, headed by CJI, also transferred Ahmed, who is currently lodged in a UP jail, to a Gujarat jail. (file pic) pic.twitter.com/nhcoo58LTD
— ANI (@ANI) April 23, 2019
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार (अप्रैल 23, 2019) को अतीक अहमद व उसके साथियों द्वारा रियल एस्टेट डीलर मोहित जायसवाल के कथित अपहरण और अत्याचार के मामले में सीबीआई जाँच का आदेश दिया था। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के नैनी जेल में बंद अतीक को गुजरात के जेल में ट्रांसफर करने का भी आदेश दिया था। बता दें कि अतीक अहमद पर आरोप है कि दिसंबर 2018 में देवरिया जेल में बंद रहने के दौरान उन्होंने अपने साथियों के द्वारा लखनऊ के आलमबाग क्षेत्र के निवासी मोहित जायसवाल का अपहरण करवा लिया था और फिर जेल में ले जाकर उसके साथ मारपीट की और मोहित से संपत्ति से जुड़े कई दस्तावेजों पर दस्तखत भी करा लिए थे।
कभी अतीक अहमद ने कहा था, “मेरे ऊपर 188 मामले चल रहे हैं, अपनी आधी ज़िंदगी जेल में व्यतीत की है, इस पर मुझे गर्व है।” सीना तान कर तब अतीक ने कहा था कि वह अपने समर्थकों के लिए किसी भी हद तक जा सकता है, चाहे उसके जो भी परिणाम हों।