विवादित शायर मुनव्वर राना (Munawwar Rana) द्वारा उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों (Uttar Pradesh Assembly Election) के बीच दिए विवादित बयान पर अयोध्या के साधु-संतों ने कहा है कि उन्हें पलायन की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। संतों ने कहा कि प्रदेश में भाजपा (BJP) की बहुमत वाली ही बनेगी और योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ही मुख्यमंत्री बनेंगे।
मुनव्वर पर मुस्लिमों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए संतों ने कहा कि इस समय केवल गुंडे और बदमाश प्रदेश छोड़ने की सोच रहे हैं। मुनव्वर को मलाल है कि वे अपने भाई की जमीन पर कब्जा नहीं कर पाए। इसलिए वह लोगों को गुमराह करना शुरू कर दिए।
महंत राजू दास ने कहा कि मुनव्वर अपने भाई की जमीन और संपत्ति हड़प रहे थे, जिसको लेकर पुलिस की कार्रवाई हो रही है। इसीलिए वह लोगों को बरगला रहे हैं, जबकि मुस्लिम उनकी बातों को भाव नहीं देेते। राजू दास ने कहा कि उत्तर प्रदेश का मुसलमान जागरूक हो चुका है। मुनव्वर को तकलीफ है कि मुख्यमंत्री योगी कैसे बन जा रहे हैं। ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है।
रामलला के प्रधान पुजारी सत्येंद्र दास ने कहा कि मुनव्वर राना ने जो कहा है, उसको करना चाहिए क्योंकि सरकार बीजेपी की ही बन रहे है और मुख्यमंत्री भी योगी आदित्यनाथ ही बनेंगे, इसमें कोई संशय नहीं है। उन्होंने कहा कि इसकी तैयारी उन्हें शुरू करते हुए अपना बोरिया-बिस्तर बाँध लेंगे तो वह ज्यादा अच्छा होगा।
बता दें कि शनिवार (29 जनवरी 2022) को मुनव्वर राना ने कहा था कि अगर योगी आदित्यनाथ फिर से मुख्यमंत्री वह पलायन कर जाएँगे। उन्होंने यहाँ तक कह दिया था, “पाँच साल तो हम (मुस्लिम) बच गए, लेकिन अगले पाँच साल में जिंदा नहीं बचेंगे। मरना तो वैसे ही है, लेकिन बेमौत नहीं मरना चाहता। बीजेपी के नेता पलायन करने वाले को पश्चिम यूपी में तलाश रहे है, मगर मैं यहाँ बैठा हूँ।”
मुनव्वर ने जोर देते हुए कहा था, “मैं पहले ही कह चुका हूँ कि अगर योगी आएगा तो मैं पलायन कर दूँगा। इस बात को स्पष्ट तौर पर नोट कर लिया जाए।” इससे पहले मुनव्वर राना ने इस्लामिक आतंकी संगठन तालिबान को स्वतंत्रता सेनानी और महर्षि वाल्मिकी को डाकू कहा था। मुनव्वर ने तालिबान के साथ वाल्मिकी की तुलना की थी। इस बयान के बाद उनके खिलाफ कई एफआईआर हुई थी। हुकूमत को हिजड़ा तक उन्होंने कहा था।