इस्लाम के पैगंबर के कथित अपमान को लेकर तेलंगाना पुलिस ने गुरुवार (25 अगस्त 2022) को गोशामहल से विधायक टी राजा सिंह को दोबारा गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले भाजपा (BJP) उन्हें पार्टी से निष्कासित कर चुकी है। उनके निलंबन को लेकर भाजपा के ही एक विधायक ने पार्टी पर सवाल खड़ा किया है।
राजा सिंह भाजपा के दूसरे ऐसे नेता हैं, जिन्हें पैगंबर के कथित अपमान के कारण भाजपा ने पार्टी से निकाल दिया है। इसके पहले पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा को भाजपा ने बाहर का रास्ता दिखा दिया था। उस समय भी सोशल मीडिया पर भाजपा की खूब आलोचना हुई है।
उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के चरखारी विधानसभा सीट से भाजपा विधायक बृजभूषण राजपूत (Brij Bhushan Rajput) ने राजा सिंह को निलंबित करने पर पार्टी को घेरा। उन्होंने कहा, “और रही बात पार्टी की… आपने (भाजपा नेतृत्व ने) पार्टी से सस्पेंशन कर दिया, यह आपका अधिकार है। लेकिन, अफ़ज़ल गुरु की बरसी मनाने वाले, सेना का अपमान करने वाले, हमारे देवी देवताओं पर अभद्र टिप्पणी करने वाले ज़मानत पर खुलेआम घूम रहे हों तो ये आपकी भी विफलता है।”
विधायक बृजभूषण राजपूत ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा, “एक दो कौड़ी का कॉमेडियन हमारे आराध्य श्री राम जी तथा माता सीता के लिए अपशब्द बोलता है तो क्या हिंदुस्तान में किसी ने सर तन से जुदा का नारा लगाया? हम सभी ने कानूनी कार्रवाई की माँग की।”
उन्होंने आगे लिखा, “और छोड़िए साहब, इस देश में हमें नीचा दिखाने के लिए, अलग-अलग शहरों में उसके (मुनव्वर फारूकी के) कार्यक्रम बुक किए जा रहे हैं। जो टी राजा सिंह भाई का बयान है, उस पर कानून अपना काम कर रहा है और करेगा। न्यायालय ने ज़मानत दे दी, लेकिन जिन्होंने बीच सड़क पर सर तन से जुदा के नारे लगाए हैं उन सभी को अविलंब जेल में डाला जाए और उन सिरफिरों को बताया जाए कि देश में शरिया नहीं, संविधान का राज है।”
दोबारा गिरफ्तारी से कुछ घंटे पहले वीडियो जारी कर विधायक राजा सिंह ने कहा, “मुझे सूचना मिली है कि मेरे पुराने केसों को जोड़कर मुझे परेशान कर सकती है पुलिस। कल मुख्यमंत्री कार्यालय में एक मीटिंग हुई और मुख्यमंत्री जी को भी अब Ego आ गया कि किसी भी हालत में राजा सिंह को जेल में डाला जाए या तड़ीपार किया जाए।”
वीडियो में विधायक सिंह ने आगे कहा, “मैं मुख्यमंत्री जी को बताना चाहूँगा कि ना हम गोली से डरते हैं, ना हम फाँसी से डरते हैं, ना ही हम किसी जेल से डरते हैं। ये धर्मयुद्ध है। कोई हमारे भगवान को गाली दे, ये हमें बर्दाश्त नहीं। जो धर्म को ललकारेगा, जिस भाषा में वो समझेगा उस भाषा में राजा सिंह ही नहीं, भारत का हर हिंदू उस दुश्मन का जवाब देगा।”
बता दें कि बुधवार (24 अगस्त 2022) की रात को ऑपइंडिया को भेजे एक ऑडियो में राजा सिंह ने कहा था, “मेरी गिरफ्तारी के लिए मुस्लिमों ने हैदराबाद प्रशासन को शुक्रवार तक का समय दिया है और कुछ लोगों ने इसके लिए मुख्यमंत्री से भी मुलाकात की है।। संभव है कि मुस्लिमों को खुश करने के लिए हैदराबाद पुलिस फिर से मुझे गिरफ्तार कर सकती है।”
उधर हैदराबाद पुलिस के एक IPS अधिकारी का वीडियो सामने आया है, जिसमें वह कह रहा है, “मुहम्मद सिर्फ मुस्लिमों के नहीं, सबके प्रोफेट हैं। हम पुलिस वाले उसको (राजा सिंह की गिरफ्तारी को) Ego पर ले रहे हैं। उसे गिरफ्तार करेंगे।”
उल्लेखनीय है कि सोमवार (22 अगस्त 2022) को ठाकुर राजा सिंह ने मुनव्वर फारूकी के विरुद्ध एक वीडियो बनाया था। इसमें उन्होंने इस्लाम पर बात करते हुए एक बुजुर्ग पर बात की थी, जिस पर मुस्लिमों ने कहा कि वो पैगंबर पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी है। इसके बाद शहर भर में प्रदर्शन हुए। मंगलवार सुबह पुलिस ने टी राजा को गिरफ्तार कर लिया था।
उधर उसी दिन दोपहर में बीजेपी ने उन्हें पार्टी से सस्पेंड किया। राजा सिंह को जब कोर्ट में पेश किया गया तो कोर्ट ने उन्हें 14 दिन न्यायिक हिरासत में भेजा। हालाँकि, अगले दिन उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई के बाद उन्हें जमानत मिल गई थी।