Saturday, November 16, 2024
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राहुल गाँधी अगले 50 वर्षों तक अध्यक्ष बने रहेंगे, तो हमें खुशी होगी: हिमांत विश्व शर्मा

उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी का अध्यक्ष पद पर बने रहना भाजपा के लिए अच्छा है, मगर लोकतंत्र के लिए नहीं।

लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद से ही कॉन्ग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर अड़े हुए हैं। उन्होंने पिछले दिनों हुई कॉन्ग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक में इस्तीफे की पेशकश भी की थी, मगर उसे नामंजूर कर दिया गया। इसके बावजूद राहुल गाँधी इस्तीफा देने की जिद पकड़े हुए हैं और तमाम कॉन्ग्रेसी नेता उन्हें मनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। इसी बीच भाजपा नेता हिमांत विश्व शर्मा ने इस पर चुटकी ली है। उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी का अध्यक्ष पद पर बने रहना भाजपा के लिए अच्छा है, मगर लोकतंत्र के लिए नहीं। उनका कहना है कि जीवंत लोकतंत्र के लिए विपक्ष का मजबूत होना बेहद जरूरी होता है।

14 साल तक कॉन्ग्रेस में रहने के बाद 2015 में भाजपा में शामिल हुए नेता हिमांत ने कहा, “अगर राहुल गाँधी अध्यक्ष पद पर बने रहते हैं, तो विपक्ष के लिए कोई उम्मीद नहीं है, मगर यदि भाजपा के नजरिए से देखें, तो अगर राहुल गाँधी अगले 50 वर्षों तक अध्यक्ष रहेंगे, तो हमें खुशी होगी।” इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के लिए एक जीवंत विपक्ष की आवश्यकता होती है, और जब तक राहुल गाँधी विपक्ष और कॉन्ग्रेस का चेहरा हैं, ऐसा होना संभव नहीं है। यदि विपक्ष के चेहरे के रूप में राहुल गाँधी न हो तो इसकी संभावना है कि आने वाले दिनों में एक उभरता हुआ जीवंत विपक्ष देखने को मिले।

बता दें कि, हिमांत विश्व शर्मा ने पूर्वोत्तर के लिए भाजपा की रणनीति को तैयार किया था जिससे पार्टी को सभी सात राज्यों में जीत हासिल करने में मदद मिली। असम में भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन ने विपक्षी कॉन्ग्रेस पर स्पष्ट बढ़त ले ली थी और जून में खाली हो रही दो राज्यसभा सीटों को जीतने की उम्मीद की थी। इनमें से एक पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सीट भी है।

गौरतलब है कि, हिमांत विश्व शर्मा ने रविवार (मई 26, 2019) को कहा कि भाजपा और उसके सहयोगी असोम गण परिषद (एजीपी) 14 जून को खाली होने वाले दो राज्यसभा सीटों के लिए एक-एक उम्मीदवार उतारेगी। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि केंद्रीय मंत्री और लोजपा नेता रामविलास पासवान को असम से राज्य सभा की सीट मिल सकती है। रामविलास पासवान ने इस बार चुनाव नहीं लड़ा था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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