वॉयस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म क्लबहाउस पर सक्रिय कॉन्ग्रेस की एक प्रवक्ता ने एक तथाकथित ‘वामपंथ’ को कानूनी नोटिस भेजा है क्योंकि विकिपीडिया में लिखा है कि वामपंथी हिंदुत्व के खिलाफ होते हैं और जिस पर निशाना साधा गया है वो ऐप पर हिंदुत्ववादियों के साथ ‘हैंगआउट’ कर रही थी। कॉन्ग्रेस प्रवक्ता पल्लवी शर्मा ने यह भी दावा किया था कि अंजलि (बदला हुआ नाम) ने उनकी बदनामी की और इसलिए उन्हें उनसे और उनके सभी दोस्तों से माफी माँगनी पड़ेगी। इतना ही नहीं शर्मा ने ‘मानहानिकारक कार्रवाई’ के लिए 3,00,000 रुपए, मानसिक आघात के लिए 2,00,000 रुपए और कानूनी नोटिस के लिए 15,000 रुपए की माँग भी की है।
पल्लवी शर्मा ने अंजलि को बिना शर्त माफी माँगने में विफल रहने पर दीवानी और आपराधिक कार्रवाई की भी धमकी दी है। दिलचस्प बात यह है कि शर्मा ने नोटिस जारी होने के दो सप्ताह के भीतर माफी माँगने की माँग की है, हालाँकि नोटिस में किसी तारीख का उल्लेख नहीं है।
कानूनी नोटिस में, पल्लवी शर्मा ने अपने वकील के माध्यम से कहा कि वह अंजलि को क्लब हाउस और व्हाट्सएप पर छोड़कर नहीं जानती हैं। उनके अनुसार, “आपने बार-बार खुद को JNU की एक वामपंथी और स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के सदस्य के रूप में प्रस्तुत किया है। इसके बाद, हमें यह पता चला कि यह क्लब हाउस पर उग्र दक्षिणपंथी चरमपंथियों के खिलाफ लोगों का विश्वास जीतने के लिए आपके द्वारा परोसा गया झूठ था।”
कानूनी नोटिस में वैसे तमाम बातें उल्लेखित हैं लेकिन एक बात ने हमारा भी सिर चकरा दिया। नोटिस में पल्लवी शर्मा का कहना है कि यह जानने में आया है कि अंजलि का जुड़ाव दक्षिणपंथियों से है, तभी वह उससे दोस्ती करने से पीछे हट गई कि कहीं उसकी पोल न खुल जाए।
वह अपने कानूनी नोटिस में यह भी कहती है कि चूँकि दक्षिणपंथी अंजलि को ‘भगवा योद्धा’ कहते हुए उसके लिए क्लबहाउस पर रूम क्रिएट करते हैं और इसलिए, यह स्पष्ट है कि वह वास्तव में वामपंथी नहीं है। दूसरी ओर, अंजलि ने ऑपइंडिया से बात करते हुए दावा किया कि यह पल्लवी ही थी जिसने उसे अपने दक्षिणपंथी दोस्त को डाँटने को न सिर्फ कहा था बल्कि धमकी दी थी लेकिन उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया था।
गौरतलब है कि इस नोटिसबाजी से पहले ऐसे कई अन्य पुरुष क्लबहाउस यूजर जो दक्षिणपंथी हैं, उन्हें बार-बार बड़ी बेशर्मी से और सार्वजनिक रूप से न सिर्फ परेशान किया गया बल्कि उन्हें गाली देते हुए बदनाम भी किया गया।
हालाँकि, इसी बीच एक यह तथ्य भी निकलकर सामने आया कि पल्लवी शर्मा यह भी स्वीकार करती हैं कि उन्हें बाइपोलर डिसऑर्डर है, एक ऐसा तथ्य जिससे अंजलि जाहिर तौर पर उत्साहित थीं।
अपना दायित्व मानते हुए, पल्लवी शर्मा लीगल नोटिस में कहती हैं, “कि आप कानून का उल्लंघन कर रहे हैं और सोशल मीडिया पर हाशिए पर जाने और बहिष्कार से बचने के लिए हमारे मुवक्किल को बदनाम करने और अपनी विजिबिलिटी बढ़ाने से अवैध रूप से लाभ कमाने का प्रयास कर रहे हैं। आपके बाकी मकसद आपको सबसे अच्छे से पता हैं।”, इस प्रकार अंजलि से कुल 5,15,000 रुपए के मुआवजे की माँग की गई है।
ऑपइंडिया से बात करते हुए, अंजलि ने इस बात की पुष्टि की कि वैचारिक मतभेदों के बावजूद, उसने अपने ‘दक्षिणपंथी’ दोस्त को डाँटने से इनकार कर दिया और इसलिए, पल्लवी शर्मा उससे नाराज थी। दिलचस्प बात यह है कि शर्मा ने आरोप लगाया कि यह अंजलि ही थी जिसने उनकी निजी जानकारी को सार्वजनिक किया था। हालाँकि, तथ्य यह है कि वह कॉन्ग्रेस की प्रवक्ता है और ये सब सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी है।
कौन हैं पल्लवी शर्मा
क्लब हाउस में सक्रिय कॉन्ग्रेस प्रवक्ता पल्लवी शर्मा को, क्लब हाउस पर अपने हिंदू विरोधी विचारों के लिए जाना जाता है। वह पहले भी एक पार्टी जुड़ी रही हैं जिसने केंद्रीय विद्यालयों में संस्कृत में प्रार्थना के खिलाफ एक याचिका दायर की थी, जिसमें कहा गया था कि यह देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने का उल्लंघन करता है। इस बारे में उन्हें खुद कई रिपोर्टों में बयान देते देखा जा सकता है।
नोट- यह पूरी रिपोर्ट आप विस्तार में यहाँ पढ़ें।