उत्तर प्रदेश में भाजपा की ऐतिहासिक जीत के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार (13 मार्च 2022 ) दिल्ली के दौरे पर आए। यहाँ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इसके बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर उन्हें जीत की बधाई दी और अगले पाँच साल तक प्रदेश की जनता के लिए काम करने की सलाह भी दी।
प्रधानमंत्री ने सीएम योगी की तारीफ करते हुए उनके बीते पाँच साल के कार्यकाल की सराहना की और कहा कि पाँच साल तक उन्होंने लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए काम किया और मुझे पूरा विश्वास है कि वे राज्य को विकास के पथ पर आगे ले जाएँगे। सीएम योगी ने पीएम मोदी को लखनऊ में शपथग्रहण समारोह में आने का न्योता भी दिया।
आज @myogiadityanath जी से भेंट हुई। उन्हें उत्तर प्रदेश चुनाव में मिली ऐतिहासिक जीत की बधाई दी। बीते 5 वर्षों में उन्होंने जन-आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए अथक परिश्रम किया है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आने वाले वर्षो में वे राज्य को विकास की और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। pic.twitter.com/TeRcIRFreA
— Narendra Modi (@narendramodi) March 13, 2022
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात की तस्वीरों को ट्विटर पर साझा किया। सीएम योगी ने ट्वीट किया, “विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय राजनेता, ‘आत्मनिर्भर भारत’ के शिल्पकार, ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के स्वप्नदृष्टा आदरणीय प्रधानमंत्री जी से आज नई दिल्ली में स्नेहिल भेंट हुई। अपनी व्यस्ततम दिनचर्या से समय प्रदान करने व आत्मीय मार्गदर्शन करने हेतु प्रधानमंत्री जी का हृदयतल से आभार!”
आज @myogiadityanath जी से भेंट हुई। उन्हें उत्तर प्रदेश चुनाव में मिली ऐतिहासिक जीत की बधाई दी। बीते 5 वर्षों में उन्होंने जन-आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए अथक परिश्रम किया है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आने वाले वर्षो में वे राज्य को विकास की और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। pic.twitter.com/TeRcIRFreA
— Narendra Modi (@narendramodi) March 13, 2022
इससे पहले सीएम योगी ने उपराष्ट्रपति एम वेकैंया नायडू से, भाजपा के संगठन महासचिव बीएल संतोष और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव जेपी नड्डा से भी मुलाकात की। माना जा रहा है कि इस दौरान सीएम योगी ने केंद्रीय नेताओं के साथ अपने 2.0 कार्यकाल को लेकर चर्चाएँ की। कहा जा रहा है कि सीएम योगी आदित्यनाथ दो दिनों तक दिल्ली में रुकेंगे।
गौरतलब है कि यूपी के विधानसभा चुनावों में प्रदेश की 403 सीटो पर हुए चुनाव में भाजपा ने अकेले ही 255 सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि सहयोगी दलों ने भी 18 सीटों पर जीत दर्ज की है। इस तरह से एनडीएन ने कुल 273 सीटों पर जीत हासिल की है। ऐसा 37 साल बाद हुआ है कि प्रदेश की सत्ता में कोई मुख्यमंत्री रिपीट हुआ है। इतना ही नहीं, उन्होंने नोएडा से जुड़े हार के मिथक को भी धराशाई कर दिया। पहले कहा जाता था कि जो सीएम नोएडा जाएगा, वो दोबारा सत्ता में वापसी नहीं करेगा।