कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी (Rahul Gandhi) की संसद सदस्यता रद्द होने के बाद सड़क से लेकर संसद तक बवाल हो रहा है। इसके विरोध में संसद और संसद के बाहर विपक्षी दलों के नेता काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन कर रहे हैं। हंगामे के बाद संसद को स्थगित कर दिया गया है। वहीं, बिहार में RJD अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसका नेतृत्व करने के लिए कह रही है।
राहुल गाँधी की सदस्यता रद्द के विरोध में कॉन्ग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “हम काले कपड़े में आज संसद आए। हम देश को यह दिखाना चाहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक-एक करके देश में लोकतंत्र को खत्म कर रहे हैं। जिस तरह से राहुल गाँधी को लोकसभा से निष्कासित किया गया है, सभी विपक्षी दल उसके खिलाफ हैं।
वहीं, कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता जंतर-मंतर पर पहुँच कर केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन कर रही है। जंतर-मंतर पर भारी संख्या में पुलिस को तैनात किया गया है। वहीं, संसद के दोनों सदनों में हंगामे के बाद इसे शाम के 4 बजे के लिए स्थगित कर दिया गया है। लोकसभा में विपक्षी दलों के सांसदों ने स्पीकर ओम बिरला पर कागज भी फेंके।
इस बीच मौका देखते हुए बिहार की सरकार में साझेदार लालू प्रसाद यादव की राजद (RJD) ने नीतीश कुमार को बिहार बाहर करने का पासा फेंक दिया है। राजद विधायक वीरेंद्र यादव ने विपक्षी दलों के सांसदों से विरोध में शामिल होने का आग्रह किया है। इसके साथ ही उन्होंने सीएम नीतीश कुमार से ‘लोकतंत्र पर खतरे’ के खिलाफ लड़ाई में ‘राष्ट्र का नेतृत्व’ करने का आग्रह किया। .
भाई वीरेंद्र के नाम से पहचाने जाने वाले वीरेंद्र यादव ने कहा, “मैंने विपक्ष के सभी सांसदों से इस्तीफा देने और सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ने की अपील की है। लोकतंत्र को बचाने के लिए सांसदों को यह कदम उठाने की जरूरत है।” उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित विपक्षी दलों के नेताओं को निशाना बनाया जाता है।