Friday, April 19, 2024
Homeराजनीति'मोदी अपनी माँ को बेचते हैं': कॉन्ग्रेस नेता ने पार्टी की भीतरी लड़ाई पर...

‘मोदी अपनी माँ को बेचते हैं’: कॉन्ग्रेस नेता ने पार्टी की भीतरी लड़ाई पर बहस में प्रधानमंत्री की वृद्ध माँ को घसीटा

मुदित अग्रवाल का यह बयान चौंकाने वाला नहीं है, क्योंकि 2014 में नरेंद्र मोदी और बीजेपी के सत्ता में आने के बाद से ही कॉन्ग्रेस पीएम की माँ को अपनी ओछी राजनीति में घसीटती रही है।

कॉन्ग्रेस वह पार्टी है जो सोनिया गाँधी के मूल इतालवी नाम एंटोनियो माइनो का उल्लेख होने पर उखड़ जाती है। लेकिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बुजुर्ग माँ जिनका दूर-दूर तक राजनीति से कभी कोई वास्ता नहीं रहा उनका अपमान करने से नहीं चूकती। यह एक बार फिर तब देखने को मिला जब टाइम्स नाउ नवभारत पर एक टीवी डिबेट के दौरान प्रधानमंत्री की माँ को खींचते हुए कॉन्ग्रेस प्रवक्ता मुदित अग्रवाल ने कहा कि वे अपनी माँ को बेचते हैं।

पत्रकार और एंकर सुशांत सिन्हा ने एक वीडियो ट्वीट किया है। साथ ही कहा है, “कॉन्ग्रेस नेता ने जब कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी अपनी माँ को बेचते हैं तो मैं स्तब्ध था। समझ नहीं पा रहा कि कोई किसी माँ के लिए ऐसा कैसे बोल सकता है। कॉन्ग्रेस के लिए महिलाओं का सम्मान इस लेवल का है कि किसी की माँ को भी न बख्शें?”

अग्रवाल ने जिस बहस के दौरान पीएम की माँ पर टिप्पणी की वह पंजाब, छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड जैसे राज्यों में कॉन्ग्रेस की अंदरूनी लड़ाई पर कें​द्रित थी। बीजेपी प्रवक्ता ने इस दौरान कहा कि उनकी पार्टी को इस बात पर गर्व है कि पीएम मोदी ने चाय बेची और कड़ी मेहनत के बाद वे यहाँ तक पहुँचे हैं। इसके बाद उन्होंने कॉन्ग्रेस प्रवक्ता से पूछा कि सोनिया गाँधी ने अपने जीवन में पार्टी के लिए ऐसा क्या किया है कि वे एक प्रधानमंत्री और उनकी पृष्ठभूमि को लेकर सवाल करें।

इसके जवाब में कॉन्ग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री झूठ बोलते हैं। उन्होंने कभी चाय नहीं बेची। वे इस तरह के इंसान हैं जो टीवी पर अपनी माँ को भी बेच दें। एंकर सुशांत सिन्हा ने इस टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए कहा कि कॉन्ग्रेस प्रवक्ता अपनी मर्यादा भूल रहे हैं। किसी की भी माँ के लिए कोई इस तरह की टिप्पणी नहीं कर सकता। उन्होंने कॉन्ग्रेस प्रवक्ता को उनकी भूल का ए​हसास कराते हुए याद दिलाया कि यदि वे इस तरह की बातें पीएम की माँ के लिए करेंगे तब बीजेपी प्रवक्ता भी उनसे सोनिया गाँधी के अतीत के पेशे को लेकर सवाल कर सकते हैं।

एंकर की बार-बार आपत्तियों के बावजूद कॉन्ग्रेस प्रवक्ता चुप नहीं हुए। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जब भी अपनी माँ से मिलने जाते हैं तो कैमरों की मौजूदगी बनी रहती है। इस पर एंकर ने उनसे पूछा कि जब राहुल गाँधी अपनी माँ सोनिया से मिलते हैं तो क्या कैमरा नहीं होता। बावजूद इसके कॉन्ग्रेस प्रवक्ता की शर्मनाक हरकत जारी रही और वे दोहराते रहे कि पीएम मोदी अपनी माँ को बेचते हैं।

सुशांत सिन्हा ने यह भी कहा कि यदि वे इस तरह की बातें पीएम की माँ के लिए करेंगे तो लोग उन्हें कॉन्ग्रेस के घोटालों की याद दिलाते हुए बताएँगे कि कैसे उन्होंने ‘भारत माता’ को बेचा है। आखिरकार उन्हें यह तक कहना पड़ा कि अगली बार से वे उन्हें शो में नहीं बुलाएँगे। अंत में शर्मनाक टिप्पणी करने वाले कॉन्ग्रेस प्रवक्ता के माइक की आवाज कम कर चर्चा आगे बढ़ानी पड़ी।

हालाँकि मुदित अग्रवाल का यह बयान चौंकाने वाला नहीं है, क्योंकि 2014 में नरेंद्र मोदी और बीजेपी के सत्ता में आने के बाद से ही कॉन्ग्रेस पीएम की माँ को अपनी ओछी राजनीति में घसीटती रही है। 2015 में फेसबुक के मुखिया मार्क जुकरबर्ग ने जब चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री से उनकी माँ को लेकर सवाल पूछा तो भावुक होते हुए उन्होंने बताया था कि किस तरह परिवार के पालन के लिए उनकी माँ दूसरे घरों में बर्तन साफ किया करती थीं। इसके बाद कॉन्ग्रेस ने शर्मनाक तरीके से प्रतिक्रिया दी थी। उस समय इस काम के लिए उसने आनंद शर्मा को चुना था, जिन्होंने दावा किया था मोदी अपनी माँ को लेकर झूठ बोल रहे हैं।

यह इकलौता मौका नहीं था जब कॉन्ग्रेस या लिबरल गैंग ने पीएम मोदी की माँ को निशाना बनाया था। कॉन्ग्रेस नेता राज बब्बर ने उनकी माँ का मजाक बनाते हुए इसे रुपए की घटती कीमत से जोड़ दिया था। एक पाकिस्तानी अखबार ने तो मोदी को ‘सन ऑफ प्रॉस्टिट्यूट’ तक कह दिया था। उससे पहले एक कॉन्ग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की माँ, बहन की तुलना आवारा पशुओं से की थी।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

लोकसभा चुनाव 2024: पहले चरण में 60+ प्रतिशत मतदान, हिंसा के बीच सबसे अधिक 77.57% बंगाल में वोटिंग, 1625 प्रत्याशियों की किस्मत EVM में...

पहले चरण के मतदान में राज्यों के हिसाब से 102 सीटों पर शाम 7 बजे तक कुल 60.03% मतदान हुआ। इसमें उत्तर प्रदेश में 57.61 प्रतिशत, उत्तराखंड में 53.64 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।

कौन थी वो राष्ट्रभक्त तिकड़ी, जो अंग्रेज कलक्टर ‘पंडित जैक्सन’ का वध कर फाँसी पर झूल गई: नासिक का वो केस, जिसने सावरकर भाइयों...

अनंत लक्ष्मण कन्हेरे, कृष्णाजी गोपाल कर्वे और विनायक नारायण देशपांडे को आज ही की तारीख यानी 19 अप्रैल 1910 को फाँसी पर लटका दिया गया था। इन तीनों ही क्रांतिकारियों की उम्र उस समय 18 से 20 वर्ष के बीच थी।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe