“रंज की जब गुफ्तगू होने लगी आप से तुम तुम से तू होने लगी।” मशहूर शायर दाग दहलवी की ये शायरी तब प्रासंगिक नजर आई जब CPI के पार्टी प्रवक्ता टीवी पर बहस के दौरान टीवी पत्रकार को ‘तू-ता’ कहकर गालियाँ देते नजर आए। राजनीतिक दलों की कट्टरता कभी-कभी बिना देश-काल और वातावरण के ही बाहर निकल पड़ती है। इसी का ताजा उदाहरण न्यूज़ नेशन टीवी के कंसल्टिंग एडिटर दीपक चौरसिया ने ट्वीटर पर शेयर किया है।
दीपक चौरसिया को एक CPI नेता ने लाइव बहस के दौरान ही CAA पर चर्चा के दौरान गाली दे दी। CPI के पार्टी प्रवक्ता अमीर हैदर ज़ैदी ने दीपक चौरसिया को गाली देते हुए उन्हें ‘भ*वा पत्रकार’ कह दिया। वे यहीं पर नहीं रुके और दीपक चौरसिया पर और भी आरोप लगाते हुए ज़ैदी उन्हें भ*वा कहते हुए गालियाँ दोहराते रहे। हालाँकि इस दौरान दीपक चौरसिया सिर्फ मंद-मंद मुस्कुराते हुए ज़ैदी के आरोप सुनते रहे।
इस निंदनीय घटना को दीपक चौरसिया ने ट्वीट करते हुए लिखा है, “जब किसी संगठन की वैचारिक तर्कशक्ति मर जाती है, तो वो गाली-गलौच पर आ जाता है! मुझे गाली देने से आपका स्वास्थ्य अच्छा होता है तो और दीजिए। लेकिन जैदी साहब, बच्चों के दिमाग में अपनी मानसिक कुंठा मत भरिए!”
जब किसी संगठन की वैचारिक तर्कशक्ति मर जाती है, तो वो गाली-गलौच पर आ जाता है! मुझे गाली देने से आपका स्वास्थ्य अच्छा होता है तो और दीजिये । लेकिन जैदी साहब, बच्चों के दिमाग में अपनी मानसिक कुंठा मत भरिए! #CAA2019 #ShaheenBaghProtest #CAA_NPR_Protest pic.twitter.com/ht2IabiJaP
— Deepak Chaurasia (@DChaurasia2312) January 22, 2020
टीवी पर डिबेट के दौरान CPI पार्टी प्रवक्ता अमीर हैदर ज़ैदी कह रहे हैं, “तुम जो ये कर रहे हो, तुमने ये फैसला कर लिया है कि सिर्फ मुसलमानों को बदनाम करने के लिए तुम डिबेट करोगे और सरकार की जूतियाँ सीधी करोगे। मैं दीपक चौरसिया तुझे चैलेंज करता हूँ…. भ*वे पत्रकार! मैं तुझे आज चेलेंज करता हूँ कि हम जैसों को अगर बिठाना है तो हम जैसों का सम्मान करना सीखो। … एक घंटे से सुन रहा हूँ मैं।”
दीपक चौरासिया के लिए CPI प्रवक्ता द्वारा प्रयोग किए गए इन अपमानजनक शब्दों को सुनकर डिबेट में ही मौजूद बीजेपी नेता विजय जॉली, वरिष्ठ पत्रकार अवधेश कुमार, IMF अध्यक्ष डॉ. शोएब जमेई, धर्मगुरु आचार्य विक्रमादित्य ने उनकी आलोचना की।
इसके बाद दीपक चौरसिया ने कहा कि उनमें ज़ैदी की गालियों को भी टीवी पर दिखाने की हिम्मत है। तब भी ज़ैदी यही दोहराते रहे कि दीपक चौरसिया भ*वे पत्रकार हैं और वे सरकार की जूतियाँ सीधी करते हैं। इस पर बीजेपी नेता विजय जॉली ने कहा कि भारत के कम्युनिस्ट्स को ज़ैदी जैसे कम्युनिस्ट पर शर्म आनी चाहिए।