विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने (Asaduddin Owaisi) बुधवार (5 जनवरी 2022) को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर निशाना साधा। उत्तर प्रदेश के संभल जिले में आयोजित रैली में अखिलेश के भगवान कृष्ण के सपने में आने वाले बयान पर तंज कसते हुए ओवैसी ने कहा, “भाजपा राम को देखती है और अखिलेश कृष्ण को देखते हैं। अखिलेश यादव के सपने में आकर जब भगवान श्रीकृष्ण ने कह दिया कि तुम मुख्यमंत्री बन रहे हो तो फिर चुनाव की जरूरत क्या है? ऐसे ही कह दीजिए कि भगवान से मैंने कहा है कि अब मुझे मुख्यमंत्री बना दीजिए।”
बैरिस्टर @asadowaisi साहब ने संभल में शोषित वंचित समाज सम्मेलन को संबोधित किया #MissionUttarPradesh2022 #OwaisiInUttarpradesh #UPElection2022 pic.twitter.com/XD0ulpUuvA
— Shaukat Ali (@imshaukatali) January 5, 2022
इसके बाद औवेसी ने कहा, “मेरे ख्वाब में भी मुजफ्फरनगर के मुसलमान आ रहे हैं और कह रहे हैं कि अब सपा को वोट नहीं देंगे। वह मुझसे कह रहे हैं कि कोई तो हमारे हक की आवाज बुलंद करे। अब मजलिस के विधायक जीतकर विधानसभा में जाएँगे और विधानसभा की दीवारों पर नाराज तकदीर और आंबेडकर जिंदाबाद के नारों को बुलंद करेंगे।”
औवेसी यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा, “मैं आपके मान-सम्मान की लड़ाई लड़ रहा हूँ तो मुझे कहा जाता है कि ये वोट काटने आया है। मैं वोट काटने नहीं आया हूँ। 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा और बसपा मिलकर लडे़ फिर भी 15 सांसद जीते। आजम खान और शफीकुरर्हमान बर्क जीते तो वे अपनी ताकत की वजह से जीते। समाजवादी पार्टी की वजह से नहीं जीते। अगर तुम्हारे वोट एक साथ पड़ जाते तो सपा और बसपा वाले 15 ही सीट क्यों जीतते?”
उन्होंने मुसलमान को मिटाने की बात करने वालों को भीमराव आंबेडकर के संविधान का दुश्मन बताया। औवेसी ने कहा, “मैं मुसलमान हूँ और मुझे अपने वतन से प्यार है।” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल करते हुए ओवैसी ने कहा कि बताएँ कि जो धर्म संसद करके मुस्लिमों को मिटाने की बात कर रहे हैं, वे कौन लोग हैं।”
रिपोर्ट के मुताबिक, बीते दिनों अखिलेश यादव ने AIMIM से गठबंधन करने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि किसी ऐसे साथी को गठबंधन में नहीं लिया है जिस पर बहुत ज्यादा आरोप लग रहे हों।