Tuesday, May 20, 2025
Homeराजनीति'खालिस्तानी' कमेंट पर कंगना रनौत को दिल्ली विधानसभा की समिति ने भेजा समन, 6...

‘खालिस्तानी’ कमेंट पर कंगना रनौत को दिल्ली विधानसभा की समिति ने भेजा समन, 6 दिसम्बर को हाजिर होने का आदेश

दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के बयान के अनुसार, "सिख समुदाय की भावनाओं को आहत करने के लिए जानबूझकर वह पोस्ट तैयार किया गया और आपराधिक मंशा से उसे सोशल मीडिया में फैलाया गया है।"

केजरीवाल सरकार के विधायक राघव चड्ढा की अध्यक्षता वाली दिल्ली विधानसभा की शांति और सद्भाव समिति ने अभिनेत्री कंगना रनौत को समन भेजा है। कंगना को 6 दिसंबर, 2021 को दोपहर 12:00 बजे समिति ने पेश होने के लिए कहा है। मामला मोदी सरकार के कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा के बाद कंगना के किसान आंदोलन की तुलना खालिस्तानी आंदोलन से करने से जुड़ा। कंगना की टिप्पणी के बाद देश के अलग-अलग स्थानों पर उनके खिलाफ कई एफआईआर दर्ज की गई है। 

गौरतलब है कि दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ने कंगना रनौत द्वारा इंस्टाग्राम पर सिख समुदाय के खिलाफ कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी करने को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। इस शिकायत में कंगना को सिख समुदाय पर सोशल मीडिया के जरिए गलत अफवाहें फैलाने का आरोप लगाया है। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के बयान के अनुसार, “सिख समुदाय की भावनाओं को आहत करने के लिए जानबूझकर वह पोस्ट तैयार किया गया और आपराधिक मंशा से उसे सोशल मीडिया में फैलाया गया है।”

बता दें कि कंगना रनौत ने कृषि कानूनों के वापसी ऐलान के बाद अपने फेसबुक अकाउंट से एक विवादित पोस्ट में लिखा था, “खालिस्तानी आतंकवादी आज भले ही सरकार का हाथ मरोड़ रही हो, लेकिन उस महिला (इंदिरा गाँधी) को नहीं भूलना चाहिए, जिसने अपनी जूती के नीचे इन्हें कुचल दिया था, अपनी जान की कीमत पर उन्हें मच्छरों की तरह कुचल दिया, मगर देश के टुकड़े नहीं होने दिए, उनकी मृत्यु के दशक के बाद भी, आज भी उसके नाम से काँपते हैं ये, इनको वैसा ही गुरु चाहिए।”

वहीं राघव चड्ढा की अध्यक्षता वाली समिति द्वारा जारी बयान के अनुसार, रनौत के खिलाफ यह शिकायत मंदिर मार्ग थाने के साइबर ऑफिस में दर्ज कराई गई है। समिति का कहना है कि सोशल मीडिया पर हाल में किए गए अपने पोस्ट में कंगना रनौत ने ‘जानबूझकर’ किसानों के प्रदर्शन को ‘खालिस्तानी आंदोलन’ बताया है। बयान में कहा गया है कि अभिनेत्री ने सिख समुदाय के खिलाफ ‘आपत्तिजनक और अपमानजनक’ भाषा का इस्तेमाल किया।

जानकारी के लिए बता दें कि ट्विटर अकाउंट सस्पेंड होने के बाद कंगना इंस्टाग्राम पर सक्रिय हैं और राष्ट्र और मानवता से जुड़े लगभग हर मुद्दे पर अपने विचार साझा करती रहती हैं। वहीं कंगना के हालिया टिप्पणियों को देखते हुए लगता है कि वह तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के सरकार के फैसले से निराश हैं। कंगना ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा था, “दुखद, शर्मनाक और सरासर गलत… अगर संसद में बैठी सरकार के बजाय गलियों में बैठे लोग कानून बनाना शुरू कर दें तो यह भी एक जिहादी देश है… उन सभी को बधाई जो ऐसा चाहते हैं।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

अगर ज्योति मल्होत्रा मुसलमान होती… आज शोर मचाने वाले ‘इकोसिस्टम’ ही डाल रहा होता पर्दा, खेल रहा होता विक्टिम कार्ड

वामपंथी और इस्लामी कट्टरपंथी ज्योति के नाम की आड़ में प्रोपेगेंडा चला रहे हैं, दावा कर रहे हैं कि अगर ज्योति मुस्लिम होती तो नरेटिव अलग होता।

चीन से सटकर उछल रहा था बांग्लादेश, भारत ने दे दिया ₹6415 करोड़ का झटका: जानिए यूनुस सरकार की नीतियों से कारोबारी संबंधों को...

बांग्लादेश से आने वाले कई उत्पादों पर भारत ने पाबंदियाँ लगाई है। इससे बांग्लादेश को करीब 6415 करोड़ रुपए का आर्थिक नुकसान हो सकता है।
- विज्ञापन -