दारू घोटाले में घिरने के बाद से ही दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) और आम आदमी पार्टी (AAP) रोज-रोज नए शिगूफे छोड़ती रहती है। इसी कड़ी में सीबीआई (CBI) पूछताछ के बाद सिसोदिया ने दावा किया कि उन पर AAP छोड़ने का दबाव डाला गया। जाँच एजेंसी ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा है कि पूछताछ वैधानिक और पेशेवर तरीके से हुई है।
सिसोदिया ने सोमवार (17 अक्टूबर 2022) को सीबीआई के दफ्तर में हाजिरी लगाई थी। सीबीआई ने उनसे करीब 9 घंटे तक पूछताछ की थी। इसके बाद सिसोदिया ने जाँच एजेंसी पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि CBI ने उन पर आम आदमी पार्टी को छोड़ने का दबाव बनाया।
उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा कि घोटाले का तो कोई मसला ही नहीं है। सारा केस फर्जी है। सीबीआई पर आरोप लगाते हुए कहा, “आज 9 घंटे की पूछताछ के दौरान समझ गया कि कैसे पूरी साजिश की गई है। सीबीआई ने मेरे खिलाफ जो केस करवाया है, वह असल में दिल्ली में ऑपरेशन लोटस को कामयाब बनाने के लिए करवाया गया था। सीबीआई जैसी एजेंसी को असंवैधानिक तरीके से दबाव बनाने के लिए बीजेपी इस्तेमाल कर रही है।”
सिसोदिया ने कहा, “मुझ पर आम आदमी छोड़ने का दबाव बनाया गया। मुझसे कहा गया कि AAP छोड़ दो। ‘आप’ में क्यों हो? साथ ही मुझे बताया गया कि सत्येंद्र जैन पर कौन से सच्चे केस हैं, जब वह 6 महीने जेल रह सकते हैं, तो आप भी जेल में रह सकते हो। मैंने कहा कि मैं ‘आप’ को बीजेपी के लिए नहीं छोड़ूँगा। उन्होंने कहा कि वे मुझे सीएम बनाएँगे।”
#WATCH | I was asked inside the CBI office to leave (AAP), or else such cases will keep getting registered against me. I was told ‘Satyendar Jain ke upar konse sachhe cases hain?’…I said I won’t leave AAP for BJP. They said they’ll make me CM, alleges Delhi Dy CM Manish Sisodia pic.twitter.com/A1ceUmHqQD
— ANI (@ANI) October 17, 2022
सीबीआई ने एक बयान जारी कर सिसोदिया के दावों का खंडन किया है। एजेंसी ने कहा है, “दिल्ली की शराब नीति को लेकर चल रही जाँच के सिलसिले में सीबीआई ने आज (17.10.2022) मनीष सिसोदिया से पूछताछ की। एफआईआर में लगे आरोपों और जाँच के दौरान अब तक जुटाए गए सबूतों के आधार पर उनसे पूछताछ की गई। उनके बयानों का सत्यापन करने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
बयान में कहा गया है, “मीडिया में एक वीडियो शेयर किया गया है। इसमें सीबीआई कार्यालय से निकलने के बाद मनीष सिसोदिया कैमरे पर कह रहे हैं कि जाँच एजेंसी ने पूछताछ के दौरान उन पर आम आदमी पार्टी को छोड़ने का दवाब बनाया। इसी तरह उन्होंने कई और आरोप भी लगाए हैं। सीबीआई इन आरोपों का सिरे से खंडन करती है और इस बात को एक फिर से दोहराती है कि सिसोदिया से केवल प्राथमिकी में लगे आरोपों और जाँच के दौरान एकत्र किए गए सबूतों के आधार पर ही पूछताछ हुई है। कानून के मुताबिक, मामले की जाँच जारी रहेगी।”
गौरतलब है कि सिसोदिया को पूछताछ के लिए बुलाए जाने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उनकी तुलना बलिदानी भगत सिंह से की थी। इस पर बलिदानी परिवार ने नाराजगी भी जताई थी। भगत सिंह के परिवारिक सदस्य हरभजन एस दत्त ने कहा था, “केजरीवाल का यह बयान न केवल भगत सिंह बल्कि सभी क्रांतिकारियों का अपमान है। वह सिसोदिया और सत्येंद्र जैन की तुलना भगत सिंह से कैसे कर सकते हैं।” इतना ही नहीं पूछताछ को गुजरात चुनावों से जोड़ा गया। आप समर्थकों का सीबीआई दफ्तर के बाहर जमावड़ा भी देखा गया। यह भी दावा किया गया कि सीबीआई ने सिसोदिया को गिरफ्तार करने के लिए बुलाया है।