पश्चिम बंगाल के पांडवेश्वर से तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) के विधायक नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती पर चुनाव आयोग ने कार्रवाई की है। आयोग ने वोटरों को धमकाने के लिए उन पर प्रतिबंध लगाया है। चक्रवर्ती को पश्चिम बंगाल में चल रहे उप चुनाव को लेकर कोई भी सार्वजनिक सभा, रैली, रोड शो या साक्षात्कार के लिए 30 मार्च से 6 मार्च 2022 तक प्रतिबंधित किया गया है।
By-elections to Asansol Parliament Constituency and Ballygunge Assembly Constituency in West Bengal are due to be held on April 12
— Bharti Jain (@bhartijainTOI) March 30, 2022
चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को निर्देश दिया है कि मतदाताओं को डराने के लिए तृणमूल विधायक चक्रवर्ती के खिलाफ आरपी एक्ट की धारा 123(2) और आईपीसी की धारा 171-C एवं 171-F के तहत FIR दर्ज की जाए।
Breaking: TMC MLA Narendra Chakravarty, who had said he won’t let BJP voters live in Bengal, barred from campaigning for a week.
— Rajgopal (@rajgopal88) March 30, 2022
उल्लेखनीय है कि टीएमसी विधायक नरेन्द्रनाथ चक्रवर्ती का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वे बीजेपी समर्थकों को धमकी दे रहे थे। वीडियो में टीएमसी विधायक ने कहा था, “कट्टर भाजपा समर्थक, जिन्हें प्रभावित नहीं किया जा सकता – उन्हें धमकाया जाना चाहिए। उन्हें बता दीजिए कि अगर उन्होंने अपना वोट डाला, तो हम यही समझेंगे कि उन्होंने भाजपा को ही वोट दिया है।”
उन्होंने वीडियो में कहा था, “जब चुनाव ख़त्म हो जाएगा, उसके बाद भाजपा समर्थक अपने रिस्क पर राज्य में रहेंगे। हाँ, अगर उन्होंने वोट ही नहीं डाला तो हम समझेंगे कि उन्होंने हमारा समर्थन किया है। तभी वो पश्चिम बंगाल में शांतिपूर्वक रह पाएँगे। तब आप लोग अपने कारोबार और नौकरियाँ यहाँ रह के कर सकते हैं। स्पष्ट है?” शुभेंदु अधिकारी ने बताया कि कैसे नरेन्द्रनाथ चक्रवर्ती का विधानसभा क्षेत्र आसनसोल लोकसभा में ही आता है, जहाँ दो हफ़्तों में चुनाव होने हैं। भाजपा ने इस वीडियो को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की थी। राज्य भाजपा के सहप्रभारी अमित मालवीय ने कहा था कि चक्रवर्ती को सलाखों के पीछे होना चाहिए। ममता बनर्जी उन्हें संरक्षण दे रही हैं।
गौरतलब है कि बंगाल की आसनसोल लोकसभा सीट पर 12 अप्रैल को उपचुनाव होना है। इसके अलावा चार विधानसभा सीटों पर भी उपचुनाव हो रहे हैं।