भारतीय जनता पार्टी ने बिहार चुनाव के लिए घोषणापत्र जारी करते हुए वादा किया था कि पार्टी अगर सत्ता में आती है तो राज्य के हर नागरिक को निःशुल्क कोरोना वायरस की वैक्सीन दी जाएगी। इसके बाद विपक्षी पार्टियों ने इसे केंन्द्र सरकार का ‘सिर्फ बिहार के लिए’ किया गया वादा समझ कर जबरदस्त विरोध किया था। अब चुनाव आयोग ने भी भाजपा को क्लीन चिट देते हुए कहा है कि इस वादे में कुछ भी गलत नहीं है।
पिछले सप्ताह भाजपा के खिलाफ शिकायत दायर की गई थी, जिस पर फैसला सुनाते हुए चुनाव आयोग ने ये बात कही। तथाकथित RTI एक्टिविस्ट और राहुल गाँधी के करीबी साकेत गोखले ने चुनाव आयोग के समक्ष शिकायत दायर करते हुए आरोप लगाया था कि ये केंद्र सरकार की शक्तियों का खुला उल्लंघन है और मतदाताओं को भ्रमित करने की एक चाल है। उनका कहना था कि ये गलत है, क्योंकि अब तक ‘वैक्सीन पॉलिसी’ पर फैसला नहीं आया है।
हालाँकि, चुनाव आयोग का तब भी यही स्टैंड था जब 2019 लोकसभा चुनाव से पहले कॉन्ग्रेस पार्टी ने अपनी ‘न्याय योजना’ के जरिए 25 करोड़ लोगों को 72,000 रुपए प्रति महीने देने का वादा किया था। आयोग ने इसके खिलाफ आई शिकायत पर कॉन्ग्रेस के पक्ष में फैसला सुनाया था। आयोग ने गोखले को दिए गए रिप्लाई में कहा है कि वादे में ऐसा कुछ नहीं होना चाहिए, जो भारतीय संविधान के विरुद्ध जाता हो।
साथ ही आदर्श आचार संहिता के हवाले से दूसरी बात ये बताई गई है कि ऐसा कुछ नहीं होना चाहिए, जिससे मतदाताओ पर किसी ऐसी प्रक्रिया से लुभाया जाए, जो चुनावी प्रक्रिया की पवित्रता को भंग करता हो। इस प्रतिक्रिया में चुनाव आयोग ने कहा है कि घोषणापत्र किसी खास चुनाव के लिए ही बनाए जाते हैं। साथ ही कहा कि इस वादे में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का कोई भी मामला नहीं बनता है।
The Election Commission of India has ruled out that BJP’s #Covid19vaccine promise in Bihar is a violation of the Model Code of Conduct (MCC), according to a media report.#BiharElections2020 https://t.co/E98oGasLno
— Deccan Herald (@DeccanHerald) October 31, 2020
इसका विरोध करते हुए राजद ने कहा था कि कोरोना वायरस की वैक्सीन पर पूरे देश का अधिकार है, ये भाजपा का नहीं है। पार्टी ने कहा था कि बिहार के लोगों के पास आत्मसम्मान है और वो कुछ रुपयों के लिए अपने बच्चों के भविष्य को नहीं बेचेंगे। बिहार में भाजपा के प्रभारी भूपेंद्र यादव ने कहा कि स्वास्थ्य एक सार्वजनिक नीति है और इस पर घोषणा की जा सकती है। उन्होंने कहा कि ये ऐसा ही है, जैसे कर्जमाफी की घोषणाएँ की जाती हैं।
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बायडेन (Joe Biden) ने भी अपने देशवासियों से वादा किया है कि अगर उनकी जीत होती है तो वो मुफ्त में कोरोना वायरस की वैक्सीन मुहैया कराएँगे। उन्होंने शुक्रवार (अक्टूबर 23, 2020) को कहा था कि अगर वो राष्ट्रपति बनते हैं तो सभी अमेरिकी नागरिकों को मुफ्त कोरोना वैक्सीन मिलेगी। उन्होंने कहा था कि सुरक्षित और प्रभावशाली वैक्सीन के आते ही ये सबके लिए उपलब्ध होनी चाहिए, भले ही किसी ने स्वास्थ्य बीमा कराया हो या नहीं।