पश्चिम बंगाल में दो भाजपा सांसदों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। सांसद अर्जुन सिंह और लॉकेट चटर्जी के खिलाफ़ एफआईआर दर्ज किया गया। इनके खिलाफ हिंसा भड़काने सहित कई आरोप लगाए गए हैं। चंदननगर पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए दावा किया है कि इन दोनों ने हुगली के तेलिनीपाड़ा में हिंसा भड़काई। बता दें कि उस इलाके में हिन्दुओं के घरों को जलाया गया था और भीषण दंगे हुए थे।
इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया था कि भाजपा नेताओं का एक बड़ा वर्ग राज्य में सांप्रदायिक हिंसा फैलाने का काम कर रहा है। तृणमूल कॉन्ग्रेस सुप्रीमो ने कहा था कि उन्होंने पुलिस को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दे दिए हैं। उन्होंने नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत कार्रवाई किए जाने की बात करते हुए कहा कि किसी को भी छोड़ा नहीं जाएगा।
ममता ने कहा कि उनकी पुलिस ये नहीं देखेगी कि कौन सा आरोपित किस समुदाय से ताल्लुक रखता है। हालाँकि, बंगाल सरकार पर तुष्टिकरण के आरोप लगते रहे हैं और हालिया दंगों में भी पुलिस पर उलटा पीड़ित हिन्दुओं को ही प्रताड़ित करने के आरोप लगे थे। भाजपा नेताओं ने भी राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात कर हस्तक्षेप करने की माँग की है। भाजपा ने तृणमूल पर गुनहगारों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है।
Democracy murdered in WB.
— Arjun Singh (@ArjunsinghWB) May 16, 2020
Didi has decided to rule by spreading terror and fear in WB.
Media + doctors targeted,IAS/IPS officers humiliated,now her target is opposition!
leaders of opposition booked for random cases, now @KailashOnline, @amitmalviya booked
Mockery of FOE + FOS pic.twitter.com/UrrVVKjXbK
अब तक इस मामले में 56 लोगों को गिरफ्तार किए जाने की खबर है। चंदननगर के कई पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल पर कैम्प कर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। मोबाइल नेटवर्क बंद कर दिया गया और कर्फ्यू लगा दिया गया। अभी भी वहाँ काफी पाबंदियाँ हैं। शीतला माता का मंदिर जलाए जाने की भी ख़बर आई थी। मई 2019 में भी अर्जुन सिंह और लॉकेट चटर्जी पर ताबड़तोड़ 5 एफआईआर किए गए थे।
एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया था कि अचानक से रात में आई पुलिस कुछ हिन्दुओं को उठा कर ले गई और उन्हें जेल में बंद कर दिया गया। उक्त व्यक्ति ने बताया कि उसके भी एक मित्र को इसी तरह रात में ही पुलिस उठा कर ले गई। यहाँ तक कि पुलिस को खदेड़ने वाले कट्टरपंथियों की जगह भी हिन्दुओं को ही निशाना बनाया जाता है।