फ्यूचर गेमिंग एंड होटल्स कम्पनी ने बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) को ₹540 करोड़ का चंदा दिया है। इसका मालिक सैंटियागो मार्टिन है, जिस पर घोटाले का आरोप है। सैंटियागो का पश्चिम बंगाल में लॉटरी का बड़ा कारोबार है।
फ्यूचर गेमिंग ने ₹540 करोड़ का चंदा TMC को वर्ष 2019 से 2024 के बीच में दिया है। TMC को कुल ₹1600 करोड़ का चंदा इलेक्टोरल बॉन्ड के माध्यम से मिला। इसमें से 30% हिस्सा केवल फ्यूचर गेमिंग एंड होटल्स का है।
यह जानकारी भारतीय स्टेट बैंक ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर उपलब्ध करवाई थी। सुप्रीम कोर्ट ने स्टेट बैंक से कहा था कि वह अपने पास कोई भी जानकारी ना दबाए। स्टेट बैंक के चेयरमैन से कहा गया था कि वह सभी जानकारी सार्वजनिक करने का एक हलफनामा भी सुप्रीम कोर्ट में दायर करें।
फ्यूचर गेमिंग देश के 13 राज्यों में 1000 कर्मचारियों के साथ लॉटरी का धंधा करने का दावा करती है। इसका कारोबार बंगाल में भी है। फ्यूचर गेमिंग कम्पनी बंगाल में डियर लॉटरी की डिस्ट्रीब्यूटर है। सीबीआई ने नवम्बर 2022 में बताया था कि TMC सरकार में मंत्री अनुब्रत मंडल और उनकी बेटी ने यह लॉटरी तीन बार जीती।
TMC को हल्दिया एनर्जी ने भी ₹281 करोड़ का चंदा दिया। यह आरपी संजीव गोयनका समूह की कम्पनी है। इसका बंगाल के मेदिनीपुर जिले में बड़ा कोयले से संचालित बिजली संयंत्र है। TMC को ₹90 करोड़ धारीवाल इन्फ्रास्ट्रक्चर से मिले हैं।
इससे पहले यह भी जानकारी सामने आई थी कि फ्यूचर गेमिंग एंड होटल्स ने तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी डीएमके को ₹509 करोड़ का चंदा दिया। फ्यूचर गेमिंग की शुरुआत तमिलनाडु से ही हुई थी। हालाँकि, सैंटियागो ने बाद में अपना धंधा दूसरे राज्यों में शिफ्ट कर दिया।
फ्यूचर गेमिंग ने कुल ₹1368 करोड़ के इलेक्टोरल बॉन्ड्स खरीदे हैं। इनमें से ₹1000 करोड़ से अधिक का चंदा DMK और TMC को दिया गया। यानी फ्यूचर गेमिंग ने 70% चन्दा मात्र TMC और DMK को ही दिया। DMK ने फ्यूचर गेमिंग के मालिक सैंटियागो के बेटे को 2024 के चुनाव का रणनीतिकार भी नियुक्त किया था।
क्या करती है फ्यूचर गेमिंग एंड होटल्स?
हिन्दुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट बताती है कि फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज की स्थापना वर्ष 1991 में सैंटियागो मार्टिन ने की थी। यह कम्पनी तमिलनाडु में शुरू हुई थी, लेकिन जब यहाँ लॉटरी बंद हो गई तो मार्टिन ने अपना अधिकांश धंधा केरल और कर्नाटक में चालू कर दिया।
इस पूरे प्रकरण के केंद्र में रहने वाला सैंटियागो मार्टिन ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ लॉटरी ट्रेड एंड अलाइड इंडस्ट्रीज का अध्यक्ष हैं। उसकी इस कम्पनी में 1000 से अधिक लोग काम करते हैं। फ्यूचर गेमिंग वर्तमान में 13 राज्यों में लॉटरी चलाती है, इन राज्यों में अभी भी लॉटरी को कानूनी मान्यता है। यह राज्य अरुणाचल प्रदेश, असम, गोवा, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, पंजाब, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, नागालैंड और सिक्किम हैं।
मार्टिन की यह कम्पनी ‘डियर लॉटरी’ नाम से लॉटरी चलाती है। उसकी कम्पनी फ्यूचर गेमिंग दक्षिण भारत में अपनी एक अन्य कम्पनी मार्टिन कर्नाटक और पूर्वोत्तर के राज्यों में अपनी एक अन्य कम्पनी सिक्किम लॉटरी के माध्यम से धंधा करती है।
सैंटियागो मार्टिन का ‘लॉटरी घोटाला’
सैंटियागो मार्टिन पर 1 अप्रैल, 2009 से 31 अगस्त, 2010 के बीच में केरल में लॉटरी टिकटों की फर्जी बिक्री के माध्यम से सिक्किम सरकार को (₹910.29 करोड़) का नुकसान पहुँचाने का आरोप है। ED ने इस विषय में बताया था, “मार्टिन और उसकी सहयोगी कंपनियों और संस्थाओं ने अप्रैल 2009 से अगस्त 2010 के बीच जीतने वाले लॉटरी टिकटों के पैसो को बढ़ा चढ़ा कर दिखाया जिससे सिक्किम सरकार को 910 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।”
तब इस मामले में एजेंसी ने उनकी ₹157.7 करोड़ की चल संपत्ति (म्यूचुअल फंड और फिक्स्ड डिपॉजिट) और ₹299.16 करोड़ की अचल सम्पत्ति जब्त कर ली थी। दिसंबर 2021 में, ED ने मनी लांड्रीग के चलते उसकी ₹19.59 करोड़ की संपत्ति कुर्क की थी। वर्ष 2019 में आयकर विभाग ने देश भर में ‘लॉटरी मार्टिन’ के 70 ठिकानों पर छापेमारी की थी।
म्यांमार के शहर यंगून में कभी मजदूरी करने वाला सैंटियागो मार्टिन ₹7000 करोड़ का ‘लॉटरी’ का धंधा खड़ा कर चुका है। वह लगातार पैसों की गड़बड़ी और धोखाधड़ी समेत मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में 2011 से जाँच एजेंसियों के राडार पर हैं।