गुजरात के विवादित विधायक जिग्नेश मेवाणी (Jignesh Mevani) को असम पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मेवाणी वडगाम से एमएलए हैं और कॉन्ग्रेस समर्थक हैं। बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई उनके आपत्तिजनक ट्वीट को लेकर की गई है। उनके खिलाफ सेक्शन 120बी (आपराधिक साजिश), 153(ए) (दो समुदायों के बीच विद्वेष को बढ़ावा देना), 295(ए), 504 और आईटी एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मेवाणी को बुधवार (20 अप्रैल 2022) रात करीब 11:30 बजे असम पुलिस ने पालनपुर सर्किट हाउस से गिरफ्तार किया। यहाँ से उन्हें अहमदाबाद ले जाया गया। उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर असम पुलिस गुवाहाटी ले जा सकती है। मेवाणी के समर्थकों का आरोप है कि पुलिस की ओर से उन्हें अब तक एफआईआर की कॉपी नहीं दी गई है।
A case was lodged against Mevani under sections 120B (criminal conspiracy), section 153(A) (promoting enmity between two communities), 295(A), 504 (intentional insult with intent to provoke breach of peace), and sections of the IT Act
— ANI (@ANI) April 21, 2022
रिपोर्ट के मुताबिक, जिग्नेश मेवाणी के समर्थकों का कहना है कि असम में मेवाणी के खिलाफ एक केस दर्ज किया गया है, जिसको लेकर ये कार्रवाई की गई है। अपनी गिरफ्तारी को लेकर मेवाणी का कहना है कि किसी ट्वीट को लेकर उन पर ये कार्रवाई की गई है। मेवाणी ने कहा, “मैं किसी झूठी शिकायत से नहीं डरता। मैं अपनी लड़ाई जारी रखूँगा।”
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार मेवानी ने एक ट्वीट में कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नाथूराम गोडसे की विचारधारा में मानते हैं इसलिए वे देश में शांति की अपील नहीं करेंगे। इसको लेकर उनके खिलाफ असम शिकायत दर्ज कराई गई थी।
मेवाणी की गिरफ्तारी के बाद गुजरात कॉन्ग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश ठाकोर के नेतृत्व में पार्टी के कई नेता अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुँच गए। वहाँ कॉन्ग्रेसियों ने असम पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ठाकोर ने कहा कि आरएसएस पर ट्वीट करने को लेकर मेवाणी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी। उन्होंने सरकार पर विधायक को डराने-धमकाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मेवाणी के लिए हमारी लीगल टीम लड़ेगी। उल्लेखनीय है कि जिग्नेश मेवाणी कॉन्ग्रेस में शामिल नहीं हुए हैं। उन्होंने केवल पार्टी को समर्थन देने की बात कही थी।