पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खान उर्फ़ उर्फ़ नवेद मियाँ के बेटे एवं कॉन्ग्रेस नेता हैदर अली खान उर्फ़ हमजा मियाँ का शुक्रवार (दिसंबर 18, 2020) को हरियाणा के कारोबारी रोहित सिंह डागर की बेटी आनन्या के साथ निकाह हुआ। निकाह के साथ ही आनन्या डागर अब शौकत जमानी बेगम बन गई हैं। हमजा मियाँ और आनन्या डागर इससे पहले कोर्ट मैरिज कर चुके हैं। नवाब कालिज रामपुर रियासत के अंतिम शासक नवाब रजा अली खान के पौत्र हैं।
वहीं हमजा मियाँ को ‘नवाबजादा’ के रूप में जाना जाता है। उनके निकाह से पहले कुरानख्वानी की रस्म पूरी की गई। दुल्हन अपने परिजनों के साथ निकाह के 1 दिन पूर्व ही रामपुर पहुँच गई थी। पूर्व सांसद बेगम नूरबानो, नवाब की बीवी बेगम यासीन अली खान उर्फ़ शाहबानो, बड़े बेटे नवाबजादा अली मोहम्मद खान उर्फ़ कहवान मियाँ, उनकी पत्नी शाज़ली अली खान सहित कई बड़े अतिथि इस मौके पर कार्यक्रम का हिस्सा बने।
मेहंदी, चूड़ी, ढोल छपाई, चौघड़ा, उबटन और दुल्हन की गोद भराई की रस्में पूरे शानो-शौकत के साथ गुरुवार को ही पूरी कर ली गई थी। पूर्व मंत्री के PRO काशिफ खान ने मीडिया को जानकारी दी कि मौलाना शाह खालिद खान और मौलाना अली मौहम्मद नक़वी ने नूर महल में निकाह पढ़ाया। इस नूर महल को नवाब खानदान की शान माना जाता है। इंदिरा गाँधी, एचडी देवेगौड़ा और मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री रहते यहाँ का दौरा कर चुके हैं।
अंग्रेजों के जमाने में जब रामपुर में नवाबों का आज हुआ करता था, तब कोठी खास बाग के पास बनवाए गए राजभवन में नवाब रहते थे, वहीं अंग्रेजों के प्रतिनिधि के रूप में वायसराय इसी नूर महल में रहा करते थे। देश की स्वतंत्रता के बाद इसे गेस्ट हाउस में तब्दील कर दिया गया। नवाब रजा अली खान के बेटे नवाब जुल्फिकार अली खान उर्फ़ मिक्की मियाँ के नाम पर जुल्फिकार मंजिल इसका नाम रखा गया। इसे जुल्फिकार और नूरबानों के प्यार की निशानी भी माना जाता है।
हमजा मियां के लिए शौकत जमानी बेगम बनीं आनान्या। पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली के बेटे हमजा मियां से किया निकाह।
— Vipin Kumar Sharma (@vipinkahin) December 18, 2020
हरियाणा के बिजनेसमैन रोहित सिंह डागर की बेटी हैं आनान्या @Live_Hindustan @bhupee30 @sunil0000 @vijays_shukla @KASHIFK88079765 pic.twitter.com/4DNY31SWTX
बताया गया है कि हमजा मियाँ की शाही शादी में कोरोना संक्रमण के कारण सिर्फ रिश्तेदार, पारिवारिक मित्र और राजघरानों के प्रतिनिधि ही शामिल हुए। रामपुर में दावत-ए-आम का आयोजन जनवरी के प्रथम सप्ताह में किया जाएगा। निकाह पढ़ाने के लिए शिया और सुन्नी, दोनों समुदाय के मौलाना को रखा गया था। दोनों तरीकों से निकाह पढ़ाया गया। पूरे नूर महल को भव्य रूप से सजाया गया था, जहाँ निकाह की रस्में पूरी की गईं। बता दें कि सपा नेता आजम खान भी रामपुर में राजनीति करते रहे हैं।