प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना वायरस के खतरे से निपटने को गंभीर नज़र आ रहे हैं। न सिर्फ़ वो जनता को सावधानी व बचाव के उपायों से अवगत करा रहे हैं बल्कि उनकी सरकार भी विभिन्न माध्यमों से इस खतनाक वायरस के प्रसार को रोकने में जुटी है। ख़ुद मोदी दक्षिण एशियाई देशों सहित अन्य राष्ट्रों के साथ तालमेल बिठा कर काम करने में लगे हुए हैं। इसी क्रम में उन्होंने सोशल मीडिया पर बताया कि भारत किस तरह कोरोना से लड़ रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों जिस तरह से अपने अनुभव शेयर कर रहे हैं, उससे डॉक्टरों, नर्सों, कर्मचारियों और एयरपोर्ट स्टाफों को अपना काम करने के लिए और प्रोत्साहन मिलेगा।
अंशु नामक ट्विटर यूजर ने बताया कि उन्होंने अपनी सारी बैठकें रद्द कर दी हैं और बिजनेस के सिलसिले में यात्रा करना भी बंद कर दिया है। पीएम मोदी ने इसे बुद्धिमता भरा निर्णय बताया। उन्होंने कहा कि भीड़भाड़ से जितना बच कर रहें, उतना अच्छा है।
A wise call.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 16, 2020
Avoiding non-essential travel and minimising social outings are welcome steps. #IndiaFightsCorona https://t.co/0pRrbmfXXm
सिंगापुर से लौटे हेमंत राठी ने बताया कि उनके घर पर मेडिकल अधिकारियों ने आकर उनका चेकअप किया। उन्होंने बताया कि माइग्रेशन के दौरान भरे जाने वाले फॉर्म्स को ही विदेश से लौटने वालों की पहचान और मेडिकल चेकअप के लिए प्रयोग किया जा रहा है। पीएम मोदी ने उनका जवाब देते हुए लिखा कि लोगों को स्वस्थ रखने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है, विभिन्न अधिकारी लगातार इस काम में लगे हुए हैं ताकि COVID-19 न फैले।
At all levels, various authorities are working in sync to ensure COVID-19 does not spread.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 16, 2020
No stone is being left unturned to ensure people are healthy. #IndiaFightsCorona https://t.co/6QqZDCeqiZ
पत्रकार कुषाण मित्रा ने बताया कि उनके एक मित्र शताब्दी एक्सप्रेस से यात्रा कर रहे थे। उन्हें तुरंत अधिकारियों का मैसेज आया कि वो जल्द से जल्द अपना मेडिकल चेकअप कराएँ। पीएम मोदी ने इस ट्वीट के जवाब में एक जिम्मेदार नागरिक के कर्तव्यों को उल्लेखित करते हुए आशा जताई कि कोई भी ऐसा कोई कार्य नहीं करेगा, जिससे दूसरे लोगों की जान संकट में पड़े। इसी तरह पालकी शर्मा ने अपने कुछ दोस्तों के अनुभव शेयर किए, जिन्होंने बताया था कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए भारत में काफ़ी तैयारी है और सरकार लगातार प्रयास कर रही है।
Our doctors, nurses, healthcare workers are putting great efforts. They are out there, helping people. We will always cherish their contribution. #IndiaFightsCorona https://t.co/aTJIBF3Akz
— Narendra Modi (@narendramodi) March 16, 2020
आरके मिश्रा ने बताया कि किस तरह से न्यू जर्सी से दिल्ली लौटे एक व्यक्ति ने देखा कि वहाँ एयरपोर्ट पर जाँच की पूरी सुविधा थी और ऐरोप्लेन के दरवाजे पर ही सारे यात्रियों का सिलसिलेवार तरीके से चेकअप किया जा रहा था। इस ट्वीट का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने लिखा कि उनकी सरकार लगातार प्रयासरत है कि सभी स्वस्थ रहें और जिनमें जरा भी इस वायरस के लक्षण दिखें, उनका तुरंत इलाज हो। इसी तरह श्रीलंका से लौटे संदीप नेगी ने बताया कि एयरपोर्ट के कोने-कोने पर सैनिटाइजर रखा हुआ है और स्क्रीनिंग के लिए पूरी व्यवस्था है। पीएम मोदी ने कहा कि सबके साझा प्रयासों से ये सब संभव हो पाया है।
It is a united and coordinated response from everyone. This shows the strong spirit of our nation in such situations. #IndiaFightsCorona https://t.co/tNK70HANh1
— Narendra Modi (@narendramodi) March 16, 2020
इसी तरह पीएम मोदी ने लोगों के अनुभवों को जाना और अपनी राय रखी। उनका प्रमुख रूप से ये कहना था कि डॉक्टर, नर्स, सरकारी कर्मचारी और एयरपोर्ट स्टाफ मिल कर कोरोना वायरस से लड़ने और बचाव के लिए प्रयास कर रहे हैं, उसमें जनता का सहयोग भी होना चाहिए और पब्लिक को अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए, ताकि दूसरो की जान पर संकट न आए। पीएम मोदी ने सार्क देशों के प्रमुखों के साथ बैठक कर के भी एक-दूसरे के विचार साझा किए थे।