लखीमपुर खीरी में ‘किसान प्रदर्शनकारियों’ की गुंडई के बाद विपक्ष ने उत्तर प्रदेश को राजनीति का अखाड़ा बना दिया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और कॉन्ग्रेस नेता प्रियंका गाँधी वाड्रा इस मामले पर राजनीतिक रोटियाँ सेंकने में जुट गए हैं। इसी बीच कॉन्ग्रेस महासचिव का एक वीडियो सोशल मीडिया तेजी से वायरल हो रहा है। यह वीडियो सीतापुर जिले के PAC गेस्ट हाउस का है, जहाँ प्रियंका गाँधी वाड्रा झाड़ू लगाती हुई दिखाई दे रही हैं।
सीतापुर जिले के PAC Guest House में #PriyankaGandhi लगा रही हैं झाड़ू… प्रियंका गांधी को यहां पर Detained किया गया है।#LakhimpurKheri #YogiAdityanath #UPCM #upgovt #lackhw pic.twitter.com/dIP3ftliyR
— APN न्यूज़ हिंदी (@apnlivehindi) October 4, 2021
अखिलेश यादव और प्रियंका गाँधी को हिरासत में लिया
दरअसल, विपक्षी नेता प्रशासन के मना करने के बावजूद लखीमपुर जाकर किसानों से मिलना चाहते हैं। रोके जाने पर अखिलेश यादव लखनऊ में सड़क पर ही धरने पर बैठ गए थे, जिसके बाद उनको हिरासत में लिया गया। वहीं, इससे पहले कॉन्ग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा को हिरासत में लेने का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया था। इसमें वह यूपी पुलिस की कार्रवाई को बाधित करती हुई दिखाई दीं।
धारा-144 लगने के बावजूद वह कुछ लोगों के साथ लखीमपुर खीरी जाने वाली थीं। इस दौरान वह सीतापुर जिले की पुलिस पर चिल्लाते हुए कह रही हैं, ”आप एक अरेस्ट का वारंट निकालो, मुझे हथकड़ी पहनाओ और ले चलो, मुझे बिल्कुल मंजूर है। बताओ मुझे किस आधार पर रोक रहे हो।” इसके बाद पुलिस ने सोमवार (4 अक्टूबर 2021) सुबह प्रियंका को हिरासत में लिया गया था। अब वह सीतापुर जिले के साफ सुधरे PAC Guest House में झाड़ू लगा रही हैं।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को हरगांव के पास हिरासत में लिया गया,
— Knn News™️ (@KadwahatN) October 4, 2021
वे लखीमपुर खीरी पहुंचने वाली थीं,
लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा में 8 लोग मारे गए थे,
नाराज प्रियंका गांधी यूपी पुलिस से बोलीं-मुझे वारंट दिखाओ#लखीमपुर_किसान_नरसंहार #बेकार_से_पत्रकार pic.twitter.com/eYkh7sCYt3
TMC delegation doing a Priyanka Gandhi. To evade detention either by Lucknow or @lakhimpurpolice, the delegation flew in to Delhi this morning and taking a car till #Lakhimpur . They reached Delhi around 8.30 am today.
— Anindya (@AninBanerjee) October 4, 2021
इसके अलावा, लखीमपुर घटना के जरिए खुद को लाइम लाइट लाने वाले अन्य नेताओं को भी यूपी पुलिस ने हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि लखीमपुर खीरी जा रहे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के नेता शिवपाल सिंह यादव को लखनऊ पुलिस ने इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहा पर हिरासत में लिया। वहीं, AAP नेता संजय सिंह को भी वहाँ जाने से रोका गया है।
Pragatisheel Samajwadi Party (Lohia) leader Shivpal Singh Yadav, who was on his way to Lakhimpur Kheri, detained by Lucknow Police at Engineering College Chauraha pic.twitter.com/JVeKRjTpW9
— ANI UP (@ANINewsUP) October 4, 2021
लखीमपुर खीरी में धारा-144
रिपोर्ट्स के मुताबिक, कॉन्ग्रेस नेता प्रियंका गाँधी के अलावा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के उप-मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा के भी लखीमपुर पहुँचने की खबरें सामने आई हैं। वहीं, ‘भारतीय किसान मोर्चा’ के प्रवक्ता राकेश टिकैत भी वहाँ पहुँचे हैं और कहा है कि कार्रवाई न होने तक मृतकों का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। 8 लोगों की मौत के बाद से ‘किसान प्रदर्शनकारी’ धरने पर हैं। सोमवार (4 अक्टूबर, 2021) को सुबह साढ़े 4 बजे ही राकेश टिकैत वहाँ पहुँच गए थे और उन्होंने एक गुरुद्वारे में बैठक भी की। इस दौरान आगे की रणनीति बनाई गई। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे आशीष का नाम FIR में डालने की माँग की गई है। फिलहाल स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए लखीमपुर खीरी में धारा-144 लगा दी गई है।
आशीष मिश्रा समेत 14 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज
जानकारी के मुताबिक, आशीष मिश्रा समेत 14 लोगों के खिलाफ हत्या, आपराधिक साजिश और बलवा सहित कई धाराओं में FIR दर्ज कर ली गई है। बहराइच नागपाड़ा के जगजीत सिंह की शिकायत पर तिकुनिया थाने में मामला दर्ज किया गया है। वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री गंभीर हैं और अधिकारियों की टीम गठित कर दी गई है। उन्होंने शांति व्यवस्था बनाए रखने पर जोर देते हुए कहा कि सरकार अपना काम कर रही है और इस मामले को राजनीतिक तूल देने की जरूरत नहीं है।
‘किसान प्रदर्शनकारियों’ ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला बोला
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार (3 अक्टूबर 2021) को ‘किसान प्रदर्शनकारियों’ ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला बोल दिया था। इस घटना में 8 लोगों की मौत हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पर दुःख प्रकट करते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा है कि सरकार इसकी तह तक जाएगी और जाँच के बाद इसमें शामिल तत्वों को बेनकाब करेगी। साथ ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। इस दौरान कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
बता दें कि इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें किसान प्रदर्शनकारी’ लाठी-डंडे लेकर लोगों को पीटते हुए दिखाई दे रहे हैं। तथाकथित ‘किसानों’ का कहना है कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे ने जबरदस्ती ‘आंदोलनकारियों’ के ऊपर गाड़ी चढ़ा कर उन्हें कुचल दिया।