Saturday, July 27, 2024
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महाराष्ट्र: उद्धव ठाकरे ने कोरोना रोकने के लिए लॉकडाउन को बताया आखिरी विकल्प, फडनवीस ने कहा- लोगों का गुस्सा फूट जाएगा

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस ने कहा कि मामले बढ़ रहे हैं लेकिन लॉकडाउन ही आखिरी विकल्प नहीं है। स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत किया जाना चाहिए। पाबंदियाँ बढ़ा देनी चाहिए लेकिन व्यापारियों और जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए लॉकडाउन के निर्णय पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए।

पूरे देश में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। संक्रमितों की संख्या फर्स्ट वेव के मुकाबले सेकंड वेव में तेजी से बढ़ रही है। पिछले 24 घंटों में 1,45,384 संक्रमित मरीज मिले। यह संख्या महामारी शुरू होने के बाद से सर्वाधिक है। कई राज्यों में भी संक्रमण के हालात गंभीर होते जा रहे हैं। उनमें से एक राज्य महाराष्ट्र भी है। महाराष्ट्र में हालात बहुत खराब हैं।

पिछले कई दिनों से राज्य में रोज मिलने वाले नए संक्रमितों की संख्या 50,000 से ऊपर बनी हुई है। कोरोनावायरस की इस समस्या से निपटने के लिए शनिवार (10, अप्रैल) को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सर्वदलीय बैठक बुलाई। इस बैठक में कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए राज्य में पूर्ण लॉकडाउन करने पर विचार किया गया। हालाँकि, पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस ने सम्पूर्ण लॉकडाउन का विरोध किया और दूसरे उपायों पर विचार करने का सुझाव दिया।

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विपक्ष के नेता और कैबिनेट के मंत्रियों के साथ बैठक की। इस बैठक में मुख्यमंत्री के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता देवेन्द्र फड़नवीस, राज ठाकरे, चंद्रकांत पाटिल, दिलीप वलसे पाटिल और नाना पटोले भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि फिलहाल हालात सही नहीं दिख रहे हैं और न ही लॉकडाउन के अतिरिक्त कोई दूसरा विकल्प दिखाई दे रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वायरस की चैन तोड़ने के लिए लॉकडाउन लगाना पड़ेगा।

पाबंदियाँ बढ़ाएँ लेकिन लॉकडाउन आखिरी विकल्प नहीं : देवेन्द्र फड़नवीस

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस ने कहा कि मामले बढ़ रहे हैं लेकिन लॉकडाउन ही आखिरी विकल्प नहीं है। स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत किया जाना चाहिए। पाबंदियाँ बढ़ा देनी चाहिए लेकिन व्यापारियों और जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए लॉकडाउन के निर्णय पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए।

राज्य सरकार ने इस सप्ताह के अंत में कड़े लॉकडाउन की घोषणा की है। यह लॉकडाउन शुक्रवार (09, अप्रैल) को रात 8 बजे से सोमवार (12, अप्रैल) की सुबह 7 बजे तक रहेगा। राज्य में नाइट कर्फ्यू भी लागू है जो शाम को 8 बजे से सुबह 7 बजे तक रहता है।

महाराष्ट्र में शुक्रवार को 58,993 नए संक्रमित मिले और 301 मरीजों की मौत हुई। इसके बाद राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 32,88,540 हो गई है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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