महाराष्ट्र की उद्धव सरकार ने राज्य में कोरोना की बेकाबू होती रफ्तार पर काबू पाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है। उन्होंने पीएम से अपील की है कि राज्य में विमान से ऑक्सीजन भेजी जाए। टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाई जाए। इसके अलावा उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि कोरोना से लड़ाई जारी है। हमें लगा था कि हम कोरोना से जंग जीत चुके हैं लेकिन ऐसा नहीं है। पिछले साल जब कोरोना ने देश में कदम रखा था तब की सुविधा और अब की सुविधा में फर्क है। पहले महाराष्ट्र में जाँच के लिए एक-दो लैब थे, अब 523 लैब हैं।
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CM उद्धव ठाकरे ने सभी संगठनों से मदद की अपील की. कहा -राज्य में हालात गंभीर. #coronavirus #MaharashtraGovernment #UddhavThackeray #CM #News18India pic.twitter.com/T2KdveihIi
CM उद्धव ठाकरे ने सभी संगठनों से मदद की अपील करते हुए कहा कि राज्य में हालात गंभीर हैं। ठाकरे ने कहा कि हम बुधवार रात आठ बजे से सख्त प्रतिबंध लागू करने जा रहे हैं। 14 अप्रैल रात 8 बजे से पूरे राज्य में अगले 15 दिनों तक धारा 144 यानी बिना जरूरत के आना-जाना प्रतिबंधित होगा। ये जनता कर्फ्यू है। हालाँकि, उन्होंने कहा कि मैं इन प्रतिबंधों को लॉकडाउन का नाम नहीं दूँगा।
मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन शब्द का इस्तेमाल न करते हुए इसे ‘ब्रेक द चेन अभियान’ करार दिया। ठाकरे ने साफ किया कि जरूरी सेवाओं को छोड़कर सारे दफ्तर बंद रहेंगे। ई-कॉमर्स, बैंक, मीडिया, पेट्रोल पंप, सुरक्षा गार्ड जैसे लोगों को इसमें छूट दी गई है।
60,212 fresh COVID19 cases have been reported in the State today: Maharashtra CM Uddhav Thackeray pic.twitter.com/3oIYfoOxYU
— ANI (@ANI) April 13, 2021
उन्होंने कहा कि लोकल ट्रेन और बस सेवा केवल आवश्यक सेवाओं के लिए चलेगी। पेट्रोल पंप, सेबी से संबंधित वित्तीय संस्थान और निर्माण कार्य चालू रहेंगे। रेस्तराँ आदि खुले रहेंगे, लेकिन वहाँ बैठकर खाने पर रोक होगी। सिर्फ होम डिलिवरी और टेक-अवे की सुविधा रहेगी।
Local train and bus services for essential services only, petrol pumps, financial institutions associated with SEBI and construction work to continue, hotel/ restaurants to remain closed only take-away, home deliveries allowed: Maharashtra CM pic.twitter.com/QJkJlX4WTK
— ANI (@ANI) April 13, 2021
उन्होंने आगे कहा कि हमने लंबे समय तक विचार किया है, लेकिन अब सख्त कदम उठाने का वक्त आ गया है। हमें इस मामले में ब्रिटेन से सीख लेने की जरूरत है। उद्धव ठाकरे ने नए डॉक्टरों से अपील की कि वे कोरोना के संकट में मदद करें। इसके अलावा उन्होंने रिटायर्ड डॉक्टरों से भी कोरोना संकट में आगे आने की अपील की।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि हम कोरोना के पीक तक पहुँचे हैं या नहीं, यह कह नहीं सकते। आँकड़ों में कब तक इजाफा जारी रहेगा, यह भी नहीं कहा जा सकता। ऐसे में हमें कोरोना वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को तेज करना होगा ताकि आने वाली लहर को कमजोर किया जा सके। हमने पिछली बार आप लोगों की मदद से कोरोना को नियंत्रित किया था, लेकिन इस बार हालात अलग हैं।
महाराष्ट्र में मंगलवार को कोरोना के 60,212 नए मामले सामने आए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राशन की दुकानों से 3 किलो गेंहूँ, 3 किलो चावल मुफ्त में मिलेगा। कार्ड धारकों को 3 महीने तक मुफ्त राशन दिया जाएगा। 12 लाख मजदूरों को 1500-1500 रुपए की आर्थिक मदद दी जाएगी।
वहीं, जो पत्रकार पहले केवल ट्वीटर थ्रेड के कारण उद्धव को बेस्ट CM बताने में लगे थे। वह अब फिर काम पर लग गए हैं। वह कह रहे हैं कि पूर्ण लॉकडाउन न लगाकर उद्धव ने कोरोना की जंग जीत ली है। ऐसे ट्वीट करके वह भले ही उन्हें पुनः बेस्ट CM साबित करने में लग गए हों, लेकिन सच्चाई इससे परे है। जिसे मुख्यमंत्री भी देश के समक्ष कबूलते नजर आ रहे हैं कि उनके राज्य में कोरोना के कारण भयावह स्थिति का मंजर देखने को मिल रहा है।
Journalists who were praising Uddhav for writing a Twitter Thread on how to control Corona, will now praise Uddhav for imposing lockdown.
— Ankur Singh (@iAnkurSingh) April 13, 2021
Till the time Uddhav keeps paying journalists huge money, he will remain best CM ever.
Worst affected state but zero media criticism.
बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन को लेकर उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के साथ महत्वपूर्ण बैठक की थी। इस बैठक में राज्य के लॉकडाउन से प्रभावित होने वाले लोगों के लिए एक वित्तीय पैकेज तैयार करने को लेकर चर्चा की गई थी। इसके बाद लॉकडाउन को लागू करने और उसकी अवधि को लेकर अंतिम फैसला लिया गया था। रविवार को हुई टास्क फोर्स के साथ बैठक में मुख्यमंत्री ने 8 दिनों का लॉकडाउन लगाने, जबकि टास्क फोर्स के कुछ सदस्य 14 दिनों के सख्त लॉकडाउन के पक्ष में थे।