अयोध्या में श्रीराम मंदिर भूमिपूजन के सम्पन होने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और दिल्ली में उन्हीं के समकक्ष अरविंद केजरीवाल ने बुधवार (04 अगस्त, 2020) को राम मंदिर भूमिपूजन का अनिच्छा से स्वागत किया है।
हालाँकि, ऐसा करने वालों की लिस्ट बेहद लम्बी है, और इसमें कई इस्लामी विचारधारा के समर्थक और कॉन्ग्रेसी नेता भी मौजूद हैं, जिन्होंने कानूनी अड़चनों के कारण विलम्ब होने पर अतीत में राम मंदिर निर्माण का मखौल उड़ाया था, और अब हिन्दुओं क बीच अपनी छवि सुधारने के प्रयास में राम मंदिर निर्माण की बधाई देते देखे जा रहे हैं।
वर्ष 2015 में, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एक रैली को संबोधित करते हुए राम मंदिर के निर्माण में देरी पर कटाक्ष किया था। लगभग 30 सेकंड के वीडियो में कोई भी ठाकरे को यह कहते हुए सुन सकता है कि ‘मंदिर वहीं बनाएँगे, लेकिन तारीख नहीं बताएँगे।’
इसी तरह, 2019 के आम चुनावों के दौरान, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने भी राम मंदिर के निर्माण का मजाक उड़ाया था।
Bhakk Maadarniya 😡 pic.twitter.com/Gm2iZJQqbZ
— mthn (Expert) (@Being_Humor) August 5, 2020
कॉन्ग्रेसी नेताओं ने भी समय-समय पर इस कटाक्ष के रूप में इस्तेमाल किया है।
Promises, promises and only promises . .
— Sanjay Dutt (@SanjaySDutt) October 15, 2016
NO delivery!
It’s patent BJP strategy –
“Mandir wahin banayenge,
(Lekin) Tareekh nahi batayenge”!!! https://t.co/QH7gwDJnSE
दिलचस्प बात यह है कि नई-नई रामभक्त प्रियंका गाँधी वाड्रा को भी श्रीराम मंदिर भूमिपूजन पर सॉफ्ट हिंदुत्व वाले कारनामों के लिए लोगों द्वारा निशाना बनाया गया।
JNU की फ्रीलांस प्रोटेस्टर शेहला रशीद भी इस जुमले को कई बार इस्तेमाल कर चुकी हैं।
mandir wahin banayenge, magar date nahi batayenge.. election to election.. https://t.co/P90H2bn6eK
— Shehla Rashid (@Shehla_Rashid) December 8, 2016
स्वघोषित फैक्ट चेकर और इस्लामिक प्रोपेगेंडाबाज मोहम्मद जुबैर भी ‘मंदिर वहीं बनाएँगे, तारीख नहीं बताएँगे’ को ट्विटर पर कटाक्ष की तरह लिखते देखा गया है।
Mandir Wahi Banayenge… Par Date Nahi Batayenge… Watch it till the end. ‘Bohot Bohot Dhanyawad’ 😂 pic.twitter.com/EoX6ZD0p1I
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) June 16, 2018
गालीबाज ट्रोल स्वाति चतुर्वेदी का भी यह पसंदीदा वाक्यांश रहा है।
Tareek nahi bataye gai mandir wahi banayegey more from Modi https://t.co/UqlDjCfS8f
— Swati Chaturvedi (@bainjal) September 9, 2018
स्वाति चतुर्वेदी की सहयोगी और ‘द वायर’ की पत्रकार रोहिणी सिंह भी कई मौकों पर श्रीराम मंदिर निर्माण का मजाक बना चुकी हैं।
Mandir wahin banayenge par tareekh nahin batayenge!;) https://t.co/k0L0Eno9Yq
— Rohini Singh (@rohini_sgh) February 7, 2016
राम लल्ला हम आएँगे, मंदिर का सपना फिर से देखाएँगे https://t.co/FhopkwhLDF
— Rohini Singh (@rohini_sgh) April 8, 2019
दागी पूर्व पुलिस अधिकारी संजीव भट्ट, जो इन्टरनेट लिब्रल्स के बीच बेहद पसंदीदा थे, ने भी श्रीराम मंदिर का मजाक उड़ाया था।
Mandir Wahin Banayenge, Par Tareekh Nahin Batayenge.
— Sanjiv Bhatt (IPS) (@sanjivbhatt) September 21, 2016
Munh-Tod Jawab Denge, Par Tareekh Nahin Batayenge
आम आदमी पार्टी के सोशल मीडिया हेड अंकित लाल भी श्रीराम मंदिर निर्माण का मज़ाक बना चुके हैं।
मंदिर वहीं बनाएंगे,
— Ankit Lal (@AnkitLal) April 8, 2019
तारीख नहीं बताएंगे। https://t.co/uNJhc8iLPm
तमाम इन्टरनेट लिबरल और प्रोपेगेंडाबाजों के दावों के विपरीत कल, अगस्त 05, 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या श्रीराम मंदिर का शिलान्यास किया। भाजपा ने 2019 के आम चुनावों से पहले अपने घोषणापत्र में राम मंदिर निर्माण का मुद्दा शामिल किया था और मंदिर निर्माण को लेकर संकल्प जाहिर किया था।