बिहार में नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से किनारा कर लिया था। नीतीश कुमार का कहना था कि चूँकि उन्हें सिर्फ़ एक कैबिनेट सीट ऑफर की जा रही थी, जिसे लेने के लिए उनकी पार्टी में कोई इच्छुक नहीं था। हालाँकि, नीतीश ने पूरी मजबूती के साथ राजग में रहने व केंद्र सरकार को सहयोग करने की बात कही। अब उन्होंने दिल्ली की राजनीति का जवाब पटना में दिया है। आज रविवार (जून 2, 2019) को मुख्यमंत्री ने पटना में मंत्रिमंडल विस्तार किया, जिसमें भाजपा से किसी को भी शामिल नहीं किया गया। कुल 8 नए मंत्री बनाए गए, जिनमें लोजपा के पशुपति कुमार पारस के सांसद बन जाने के बाद खाली हुई जगह भी शामिल है, लेकिन भाजपा के अलावा लोजपा के भी किसी भी विधायक को मंत्री नहीं बनाया गया।
Bihar CM Nitish Kumar on cabinet expansion: Vacancies from JDU quota in the cabinet were empty so JDU leaders were inducted, there is no issue with BJP, everything is fine pic.twitter.com/376FlJVdFF
— ANI (@ANI) June 2, 2019
विश्लेषक मान कर चल रहे हैं कि दिल्ली में भाजपा द्वारा नीतीश को केंद्रीय मंत्रिमंडल में एक सीट ऑफर करने का बदला नीतीश ने पटना में भाजपा को मंत्रिमंडल विस्तार से महरूम कर लिया है। नीतीश कुमार का मानना था कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में सांसदों की संख्या के हिसाब से गठबंधन दलों को प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए लेकिन नीतीश कुमार के अनुसार भाजपा ने सिर्फ़ प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व का ऑफर दिया, जिसे उनकी पार्टी ने स्वीकार नहीं किया। इसके ठीक 2 दिन बाद हुए बिहार मंत्रिमंडल विस्तार में नीतीश ने भाजपा के एक भी नेता को मंत्री नहीं बनाया।
Nitish Kumar has offered Bjp to fill the vacant ministerial seat.Bjp decided to fill it in future .
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) June 2, 2019
ताजा मंत्रिमंडल विस्तार के बाद बिहार में कुल मंत्रियों की संख्या 33 हो गई है। नए मंत्रियों में अशोक चौधरी, नरेन्द्र नारायण यादव, श्याम रजक, संजय झा, रामसेवक सिंह, लक्ष्मेशेवर राय, नीरज कुमार और बीमा भारती शामिल हैं। इनमें से 5 ऐसे नेता हैं, जिन्हें पहली बार मंत्री बनाया गया है। राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल लालजी टंडन ने इन मंत्रियों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। ताजा लोकसभा चुनाव में जदयू ने 17 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिनमें से पार्टी को 16 सीटों पर जीत मिली।। भाजपा अपने कोटे के सभी 16 सीट जीतने में सफल रही। वहीं लोजपा के खाते में 6 सीटें आईं।
नीतीश मंत्रिमंडल में 2 महादलित मंत्री शामिल किए गए हैं। महादलित समुदाय को साधने के लिए नीतीश पहले भी कोशिश करते रहे हैं। नीतीश ने कहा कि चूँकि भाजपा कोटे का कोई भी सीट खाली नहीं था इसलिए सिर्फ जदयू कोटे की सीटों को भरा गया है, भाजपा के साथ कोई विवाद नहीं है। उप मुख्यमंत्री व भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा कि नीतीश ने भाजपा कोटे से किसी को मंत्री बनाए जाने की पेशकश की, लेकिन पार्टी ने इसे भविष्य में करने का निर्णय लिया।