प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने अपने उत्तराखंड दौरे में चीनी सीमा से सटे माणा गाँव और बद्रीनाथ में सड़क और रोपवे परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इससे पहले उन्होंने बाबा केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के दर्शन भी किए।
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi माणा गांव, बद्रीनाथ में सड़क और रोपवे परियोजनाओं का शिलान्यास करते हुए।#ModiInDevBhumi https://t.co/PjaecDNn3b
— BJP (@BJP4India) October 21, 2022
पीएम मोदी ने कहा, ”बाबा केदार और बद्री विशाल जी के दर्शन करके मन प्रसन्न हो गया, जीवन धन्य हो गया। माणा गाँव, भारत के अंतिम गाँव के रूप में जाना जाता है। लेकिन मेरे लिए सीमा पर बसा हर गाँव, देश का पहला गाँव है।”
आज बाबा केदार और बद्री विशाल जी के दर्शन करके मन प्रसन्न हो गया, जीवन धन्य हो गया।
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माणा गांव, भारत के अंतिम गांव के रूप में जाना जाता है।
लेकिन मेरे लिए सीमा पर बसा हर गांव, देश का पहला गांव है।
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पीएम ने कहा-प्रगति का कार्य कुछ लोगों के लिए अपराध की तरह
प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी के विकसित भारत के निर्माण के दो प्रमुख स्तंभ हैं। पहला- अपनी विरासत पर गर्व, दूसरा- विकास के लिए हर संभव प्रयास। उन्होंने कहा, ”देश की आजादी के 75 साल पूरे होने पर मैंने लाल किले पर एक आह्वान किया, ये आह्वान हैं गुलामी की मानसिकता से पूरी तरह मुक्ति का। क्योंकि आजादी के इतने वर्षों बाद भी, हमारे देश को गुलामी की मानसिकता ने ऐसा जकड़ा हुआ है कि प्रगति का कुछ कार्य कुछ लोगों को अपराध की तरह लगता है।”
आस्था के केंद्र हमारे लिए प्राणवायु की तरह : पीएम
पीएम ने कहा कि विदेशों में वहाँ की संस्कृति से जुड़े स्थानों की ये लोग तारीफ करते नहीं थकते थे, लेकिन भारत में इस प्रकार के काम को हेय दृष्टि से देखा जाता था। आस्था के ये केंद्र सिर्फ एक ढाँचा नहीं, बल्कि हमारे लिए प्राणवायु की तरह हैं। वो हमारे लिए ऐसे शक्तिपुंज हैं, जो कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी हमें जीवंत बनाए रखते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, ”विकास के इन सभी प्रोजेक्ट्स के लिए, उत्तराखंड को और देश-विदेश के हर श्रद्धालु को मैं बहुत-बहुत बधाई देता हूँ । गुरुओं की कृपा बनी रहे, बाबा केदार की कृपा बनी रहे, बद्री विशाल की कृपा बनी रहे, हमारे सभी श्रमिक साथियों को भी शक्ति मिले, यही प्रार्थना करते हैं।”
पीएम बोले : भारत अपने सांस्कृतिक उत्थान का आह्वान कर रहा
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में अयोध्या में बन रहे भव्य राममंदिर की भी चर्चा की। उन्होंने कहा, ”अयोध्या में इतना भव्य राममंदिर बन रहा है, गुजरात के पावागढ़ में माँ कालिका के मंदिर से लेकर विन्ध्यांचल देवी के कॉरिडोर तक, भारत अपने सांस्कृतिक उत्थान का आह्वान कर रहा है।”
प्रधानमंत्री ने कोरोना काल का जिक्र करते हुए कहा, ”एक संवेदनशील सरकार, गरीबों का दुख-दर्द समझने वाली सरकार कैसे काम करती है, आज देश के हर कोने में लोग अनुभव कर रहे हैं। कोराना काल में जब वैक्सीन लगवाने की बारी आई, अगर पहले की सरकारें होती, तो शायद अभी तक वैक्सीन यहां तक नहीं आता।”
पीएम मोदी ने स्थानीय उत्पाद पर खर्च करने का किया आह्वान
इसके साथ ही पीएम मोदी ने लोगों से स्थानीय उत्पादों पर खर्च करने का कहा। उन्होंने कहा, ”लोकल फॉर वोकल की तरह ही आज मैं आपसे एक संकल्प की प्रार्थना करता हूँ- आप जितना भी खर्च करते हैं, उसका कम से कम 5 प्रतिशत स्थानीय उत्पाद पर खर्च कीजिए।”
लोकल फॉर वोकल की तरह ही आज मैं आपसे एक संकल्प की प्रार्थना करता हूं-
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आप जितना भी खर्च करते हैं, उसका कम से कम 5 प्रतिशत स्थानीय उत्पाद पर खर्च कीजिए।
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पीएम ने 3400 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास किया
पीएम मोदी ने केदारनाथ, बद्रीनाथ व माणा में 3400 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास किया। इनमें केदारनाथ व हेमकुंड साहिब रोपवे और चीन सीमा से लगे माणा क्षेत्र में दो राजमार्गों से संबंधित योजनाएँ शामिल हैं।
सभी को दीपावाली की शुभकामनाएँ दीं
अपने संबोधन के आखिर में प्रधानमंत्री ने सभी को दीपावाली की शुभकामनाएँ दीं और जय बाबा केदार व बद्रीविशान के जयकारों के साथ अपना सम्बोधन समाप्त किया। इसके बाद जनसभा स्थल मोदी-मोदी के जयकारों को गूंज उठा।