प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी गुरुवार (सितंबर 19, 2019) को महाराष्ट्र के नासिक में रैली को संबोधित करते हुए कई समसामायिक विषयों पर बात की। उन्होंने इस बीच राम मंदिर को लेकर बयानबाजी कर रहे नेताओं को सलाह भी दी कि वे बयान बहादुर बनने की जगह न्यायपालिका और संविधान पर भरोसा रखें।
उन्होंने कहा, “मैं देख रहा हूँ कि पिछले दो-तीन सप्ताह से कुछ बयान बहादुर लोग, कुछ बड़बोले लोग राम मंदिर को लेकर अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं। देश के सभी नागरिकों का भारत की सुप्रीम कोर्ट के प्रति सम्मान बहुत आवश्यक है।”
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा, “जब मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा हो, सब पक्ष अपनी बात रख रहे हों, सुप्रीम कोर्ट लगातार समय निकालकर बातों को सुन रही हो, तब मैं हैरान हूँ ये बयान बहादुर कहाँ से आ गए। हमारा सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा होना चाहिए। बाबा साहब अम्बेडकर ने जो संविधान दिया है उस पर भरोसा होना चाहिए। हमारा भरोसा भारत की न्यायप्रणाली पर होना चाहिए। इसलिए मैं आज नासिक की पवित्र धरती से देश भर में जो बड़बोले लोग हैं और जो बयान बहादुरों लोग हैं, उनसे हाथ जोड़कर विनती करता हूँ कि प्रभु श्रीराम के खातिर सिर्फ़ और सिर्फ भारत की न्याय प्रणाली के प्रति अपनी श्रद्धा रखें।”
पिछले दो-तीन सप्ताह से कुछ बयान बहादुर लोग राम मंदिर को लेकर अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं।
— BJP (@BJP4India) September 19, 2019
मैं देशभर के बयान बहादुरों और बड़बोले लोगों से हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि प्रभु श्रीराम की खातिर भारत की न्याय प्रणाली के प्रति अपनी श्रद्धा रखें : पीएम #MahaJanadeshWithModi pic.twitter.com/jsapW3OFQg
उल्लेखनीय है कि अयोध्या केस पर सुप्रीम कोर्ट में लगातार सुनवाई चल रही हैं। कहा जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट इस मसले पर आने वाले एक महीने यानी 18 अक्टूबर तक सुनवाई पूरी कर लेगा और 17 नवंबर तक इस मामले पर फैसला आने की उम्मीद हैं। लेकिन इससे पहले कुछ लोग और नेता ऐसे हैं जो लगातार इस विषय को बढ़ा-चढ़ाकर जनता के समक्ष पेश कर रहे हैं और सुप्रीम कोर्ट के प्रयासों को जनता के सामने दरकिनार कर रहे हैं। जिसके चलते ही आज प्रधानमंत्री ने आवाज उठाई।