Wednesday, May 21, 2025
Homeराजनीतिचुनावी रणनीति बनाने से प्रशांत किशोर ने की तौबा, 'नई राह' पर निकलने की...

चुनावी रणनीति बनाने से प्रशांत किशोर ने की तौबा, ‘नई राह’ पर निकलने की बात कही

"क्योंकि मैं काफी कुछ कर चुका हूँ। आठ-नौ साल ये करना मुश्किल काम होता है। मैं ये काफी कर चुका हूँ। मैं ज़िंदगी में कुछ और करना चाहता हूँ जो मैं करूँगा। मैं जिंदगी भर यही काम नहीं करता रह सकता। मैं अपने आस-पास मौजूद लोगों को हर बातचीत में ये बात कहता रहा हूँ।"

पश्चिम बंगाल में तृणमूल कॉन्ग्रेस के रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर ने चुनावी कामकाज से संन्यास ले लिया है। NDTV से खास बातचीत में प्रशांत किशोर ने बताया है कि वो आगे अब ये काम नहीं करेंगे। उन्होंने बताया कि वो अपनी कंपनी I-PAC को छोड़ कर दूसरे करियर को आगे बढ़ाने वाले हैं।

NDTV को दिए एक इंटरव्यू में, प्रशांत किशोर ने अपने सहयोगियों को इसे सौंपने के अपने फैसले की घोषणा की। उन्होंने कहा कि वह अपने लिए कुछ समय निकालना चाहते हैं और एक वैकल्पिक करियर को आगे बढ़ाना चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह महीनों से अपने परिवार से नहीं मिले हैं।

जब उनसे पूछा गया कि वे क्यों छोड़ रहे हैं तो प्रशांत किशोर का जवाब था, “क्योंकि मैं काफी कुछ कर चुका हूँ। आठ-नौ साल ये करना मुश्किल काम होता है। मैं ये काफी कर चुका हूँ। मैं ज़िंदगी में कुछ और करना चाहता हूँ जो मैं करूँगा। मैं जिंदगी भर यही काम नहीं करता रह सकता। मैं अपने आस-पास मौजूद लोगों को हर बातचीत में ये बात कहता रहा हूँ।”

उन्होंने आगे कहा, “इसके अलावा मेरी कंपनी आईपैक में काफी योग्य लोग हैं। जो लोग यहाँ काम करते हैं। मुझे यहाँ बस उनके काम का क्रेडिट मिल जाता है। ये समय है कि वे जिम्मेदारी अपने हाथ में लें और वो जो करना चाहते हैं आईपैक के ब्रैंड के तहत करके दिखाएँ। मैं अपने हिस्से का योगदान दे चुका हूँ। आईपैक में मेरे सहयोगियों के लिए ये जिम्मेदारी सँभालने का समय है। ये मेरे लिए ब्रेक लेने का समय है और जिंदगी में कुछ और चीजों के बारे में सोचने का समय है। मैं किसी सँभावना को खारिज या स्वीकार नहीं कर रहा हूँ, बस ये जगह छोड़ना चाह रहा हूँ।”

इसे एक झटके के रूप में देखा जा सकता है क्योंकि अभी तक के रुझानों से ऐसा लगता है कि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कॉन्ग्रेस पश्चिम बंगाल में विजयी होगी। किशोर ने यह भी चुनौती दी थी कि अगर बीजेपी ने दहाई आँकड़े को पार कर लिया तो वह ट्विटर और अपने वर्तमान करियर को छोड़ देंगे। आश्चर्य की बात है कि ऐसा नहीं होने के बावजूद यह मतगणना समाप्त होने से पहले ही किशोर ने अपने रणनीतिकार करियर को छोड़ने का निर्णय ले लिया।

मार्च में, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अगले साल होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव के लिए प्रशांत किशोर को अपना राजनीतिक सलाहकार घोषित किया था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

सारे कपड़े जला दिए ताकि बदन न ढक सके औरतें, घरों के पानी के कनेक्शन काटे ताकि आग न बुझा सके: मुर्शिदाबाद में कुल्हाड़ी...

मुर्शिदाबाद में हिंदुओं के घर में रखे सभी कपड़ों को जला दिया गया, ताकि घर की महिलाओं के पास अपने शरीर को ढकने के लिए कुछ भी न बचे।

‘कानून व्यवस्था के लिए खतरा है धर्मांतरण, पीड़ित की शिकायत के बिना भी एक्शन ले सकती है सरकार’: इलाहाबाद हाई कोर्ट, लालच देकर दुर्गा...

कोर्ट ने माना कि FIR और गवाहों के बयान ऐसे अपराध को दर्शाते हैं, जिनकी जाँच जरूरी है। इसलिए कोर्ट ने जाँच में दखल देने से इनकार कर दिया।
- विज्ञापन -