दिल्ली में कोरोना के कुप्रबंधन को लेकर आम आदमी पार्टी (AA)) की सरकार आम जनता और न्यायपालिका के निशाने पर तो है ही, अब उसके अपने ही विधायक ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्वकी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है। दिल्ली के पुराने नेताओं में से एक और चाँदनी चौक लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मटिया महल विधानसभा से विधायक शोएब इकबाल ने कहा है कि उन्हें आज दिल्ली की हालत देख कर रोना आ रहा है।
शोएब इकबाल ने कहा, “मेरा दिल मचल रहा है। मैं परेशान हूँ। मुझे रात भर नींद नहीं आ रही है। जिस तरह से लोगों की बेचैनी देख रहा हूँ… ऑक्सीजन नहीं मिल रही है। दवाइयाँ नहीं मिल रही हैं। मेरा एक दोस्त इस वक़्त तड़प रहा है। अस्पताल में उसके पास न ऑक्सीजन है, न वेंटिलेटर है। मेरे पास रात से ही उसका पर्चा पड़ा हुआ है। उसे मैं रेमडेसिविर इंजेक्शन कहाँ से लाकर दूँ? कहीं उसे कुछ हो न जाए!”
AAP विधायक शोएब इकबाल ने कहा कि उनके दोस्त की बच्चियाँ तड़प रही हैं। उसे ‘न्यू लाइफ हॉस्पिटल’ में भर्ती कराया गया है। विधायक ने कहा कि पैसा है, लेकिन इसके बावजूद उसे न अस्पताल मिल रहा है और न दवाइयाँ मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें उनके MLA होने पर फख्र की जगह बेइज्जती महसूस हो रही है, क्योंकि सरकार साथ नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि इतना वरिष्ठ विधायक होने के बावजूद ये सब हो रहा है।
दिल्ली के हालातो को देखते हुये @AamAadmiParty विधायक शोएब इकबाल ने दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने की माँग की.
— Priyanka kandpal प्रियंका ਪ੍ਰਿਯੰਕਾ پرینکا (@pri_kandpal) April 30, 2021
शोएब ने कहा कि विधायक होते हुये भी उनकी कोई सुन नहीं रहा और ना ही कोई मदद मिल रही है.. मरीज़ों को ऑक्सीजन- दवाइयां और अस्पताल में बेड नही मिल रहे #DelhiCovid pic.twitter.com/mqWJjQTEfY
शोएब इक़बाल ने कहा कि इस आपदा में किसी से संपर्क नहीं किया जा सकता और ये तक नहीं पता है कि कौन नोडल ऑफिसर है या किसकी क्या जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा, “मैं ये चाहूँगा कि दिल्ली हाई कोर्ट तुरंत प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने का फैसला ले, वरना जैसी स्थिति है यहाँ सड़कों पर लाशें बिछ जाएँगी। बहुत बुरी स्थिति है।” शोएब इक़बाल ने तुरंत प्रभाव से दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने की गुजारिश की।
बता दें कि शोएब इकबाल 1993 में पहली बार जनता दल के टिकट पर विधायक चुने गए थे। इसके अगले साल से लेकर अब तक वो कई बार दिल्ली विधानसभा की विभिन्न समितियों के सदस्य रहे हैं। 2003 में जदयू के टिकट पर विधायक बने। 2008 में उन्होंने लोजपा से जीत दर्ज की। 2013 में फिर जदयू में लौटे और विधायक बने। 2020 में उन्होंने AAP का दामन थामा और जीत दर्ज की। वो दिल्ली विधानसभा के डिप्टी स्पीकर और प्रोटेम स्पीकर भी रहे हैं।