महिलाओं से बलात्कार के मामले में नंबर एक राज्य राजस्थान की राजधानी में एक महिला का जला हुआ शव बरामद हुआ है। कहा जा रहा है कि महिला का बलात्कार करने के बाद हत्या की गई है और पहचान छिपाने के लिए शव को जला दिया गया। इसी तरह की एक घटना दो दिन पहले बंगाल से भी आई थी। उसमें भी महिला का हाथ पाँव से बाँधकर गला काट दिया गया था और चेहरे को जला दिया गया था।
इन दोनों मामलों में कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी और उनकी बहन प्रियंका गाँधी वाड्रा ने चुप्पी साध रखी है। दो दिन पहले उज्जैन में एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार हुआ था। इसको लेकर दोनों भाई-बहन ने जबरदस्त बवाल काटा था। हालाँकि, राजस्थान कॉन्ग्रेस शासित होने और बंगाल I.N.D.I गठबंधन का हिस्सा होने के कारण यहाँ के दोनों मामलों ने ये मुँह नहीं खोल रहे हैं।
दरअसल, राजस्थान की राजधानी जयपुर में शुक्रवार (18 सितंबर 2023) की सुबह एक महिला का अधजला शव सड़क पर फेंका हुआ मिला था। मृतका का आधा चेहरा और कपड़े में लाल रंग का कुर्ता अधजला बचा है। बाकी शरीर जल गया है। करीब 25 साल की मृतक महिला के चेहरे और सिर पर खून के निशान मिले हैं। चेहरा जला होने के कारण उसकी पहचान नहीं हो पाई है।
प्रथमदृष्टया माना जा रहा है कि मृतका के सिर पर भारी चीज से वार किया गया है, जिसके कारण उसकी मौत हो गई है। पुलिस ने रेप की आशंका से भी इनकार नहीं किया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हत्या के बारे में पूरी जानकारी का पता चलेगा। पुलिस ने मृतका की पहचान के लिए जयपुर और जयपुर ग्रामीण के थानों में सूचना दे दी है।
इसको लेकर आम लोगों में गुस्सा फैल गया है और वे सड़कों पर उतर आए हैं। हालाँकि, इतना सब कुछ होने। के बावजूद कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी और उनकी बहन प्रियंका गाँधी वाड्रा ने इस पर एक शब्द नहीं बोला। इससे पता चलता है कि अपराध को लेकर राहुल गाँधी और कॉन्ग्रेस में कोई मलाल नहीं होता, बल्कि वे अपराध के स्थान को लेकर राजनीति के अवसर तलाशते हैं। इसकी सोशल मीडिया पर उन दोनों की खूब आलोचना हो रही है।
वहीं, भाजपा विधायक बिहारी लाल ने कहा, "जयपुर ग्रामीण के जमवारामगढ़ उपखंड क्षेत्र के बाढ़ पापड़ रोड पर महिला का जला हुआ शव मिला। प्रदेश की राजधानी में भी महिला सुरक्षा पर सरकार नाकाम साबित हो रही हैं मान लिया राज्य संभालने में नाकाम हैं पर अब तो राजधनी मे भी अपराध धड़ले से हो रहे हैं।"घमंडियां गठबंधन राजस्थान की घटना पर घूँघट ओढ़ कर बैठा हैं क्योंकी वहां सोनिया गाँधी की सरकार हैं ना तो उसका बेटा @RahulGandhi मुंह खोलेगा और ना ही बेटी @priyankagandhi और ना ही इस परिवार के चाटुकार पत्रकार
— Sandeep Thakur (@thakurbjpdelhi) September 29, 2023
जयपुर की इस बेटी का बलात्कार कर हत्या करके शव को जला दिया हैवान भली… pic.twitter.com/dD2avIvA5b
जयपुर ग्रामीण के जमवारामगढ़ उपखंड क्षेत्र के बाढ़ पापड़ रोड पर महिला का जला हुआ शव मिला। प्रदेश की राजधानी में भी महिला सुरक्षा पर सरकार नाकाम साबित हो रही हैं मान लिया राज्य संभालने में नाकाम हैं पर अब तो राजधनी मे भी अपराध धड़ले से हो रहे हैं ।#राजस्थान_में_जंगल_राज pic.twitter.com/eF3gGRtSdC
— Biharilal Bishnoi (@biharibishnoi) September 29, 2023
उसी तरह बंगाल की घटना पर भी दोनों भाई खामोश रहे, ताकि विघटन के कगार पर खड़े I.N.D.I. गठबंधन में किसी तरह की दरार ना पड़ जाए। दरअसल, पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में एक बांग्लादेशी महिला की हत्या कर दी गई थी और उसका शव स्वर्णपुर के गोबिंदपुर इलाके के फील्ड में पड़ा मिला। महिला के हाथों को रस्सी से बाँध दिया गया था। उसकी गर्दन को चाकू से कर मौत के घाट उतारा गया था।
अपराधियों ने उसकी पहचान को छिपाने के लिए चेहरे को भी जला दिया था। इस मामले में पुलिस ने उसने प्रेमी नासेर मिल्स को गिरफ्तार किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मृतक महिला का नाम सोमैया अख्तर है। वह मूल रूप से बांग्लादेश के ढाका की रहने वाली थी और मुंबई में एक ब्यूटी पार्लर में काम करती थी।
स्थानीय लोग जब उस जगह पर फूल तोड़ने के लिए गए तो उन्हें महिला का शव मिला। महिला के शव मिलने का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उसके चेहरे के हिस्से को जला दिया गया है। उसके दोनों हाथों के घुटने से नीचे से एक लकड़ी के सहारे बाँध दिया गया था। वहीं, चेहरे पर कपड़े डालकर आग लगा दी गई थी। जमीन पर चारों तरफ खून फैला हुआ था।
लेकिन, इससे अलग भाजपा शासित राज्य मध्य प्रदेश में सामने आई घटना को लेकर राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी का रूख अलग रहा। उज्जैन में एक नाबालिग लड़की के साथ एक ऑटो वाले ने बलात्कार कर दिया था। इसके बाद खून से लथपथ उस लड़की ने लोगों से मदद माँगते हुए 8 किलोमीटर पर सड़कों पर टहलती रही थी। अंत में एक आश्रम के महंत ने उसकी मदद की और उसके बारे में पुलिस को सूचना दी। तब जाकर मामला सामने आया था। इस पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए ऑटो रिक्शा चालक को पकड़ लिया है।
चूँकि, मध्य प्रदेश भाजपा शासित है और वहाँ विधानसभा के चुनाव भी होने वाले हैं। ऐसे में राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी इस मामले पर जमकर ट्वीट किया। उन्होंने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक को घेरा और उन्हें बेशर्म बता दिया।
मध्य प्रदेश में एक 12 साल की बच्ची के साथ हुआ भयावह अपराध, भारत माता के हृदय पर आघात है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 27, 2023
महिलाओं के खिलाफ़ अपराध और नाबालिग बच्चियों के खिलाफ़ हुए दुष्कर्म की संख्या सबसे ज़्यादा मध्य प्रदेश में है।
इसके गुनहगार वो अपराधी तो हैं ही जिन्होंने ये गुनाह किए। साथ ही प्रदेश की…
राहुल गाँधी ने अपने ट्वीट कहा था, "मध्य प्रदेश में एक 12 साल की बच्ची के साथ हुआ भयावह अपराध, भारत माता के हृदय पर आघात है। महिलाओं के खिलाफ़ अपराध और नाबालिग बच्चियों के खिलाफ़ हुए दुष्कर्म की संख्या सबसे ज़्यादा मध्य प्रदेश में है। इसके गुनहगार वो अपराधी तो हैं ही जिन्होंने ये गुनाह किए। साथ ही प्रदेश की भाजपा सरकार भी है, जो बेटियों की रक्षा करने में अक्षम है।"
राहुल गाँधी ने आगे कहा, "न न्याय है, न कानून व्यवस्था और न अधिकार - आज, मध्य प्रदेश की बेटियों की स्थिति से पूरा देश शर्मसार है। मगर, प्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री में बिल्कुल शर्म नहीं है - चुनावी भाषण, खोखले वादों और झूठे नारों के बीच बेटियों की चीखें उन्होंने दबा दी हैं।"
भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में एक छोटी बच्ची के साथ हुई बर्बरता आत्मा को झकझोर देने वाली है। अत्याचार के बाद वह ढाई घंटे तक दर-दर मदद के लिए भटकती रही और फिर बेहोश होकर सड़क पर गिर गई लेकिन मदद नहीं मिल सकी।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 28, 2023
ये है मध्य प्रदेश की कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा? भाजपा के 20 साल…
वहीं, उनकी बहन प्रियंका गाँधी ने इस मामले में कहा था, "भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में एक छोटी बच्ची के साथ हुई बर्बरता आत्मा को झकझोर देने वाली है। अत्याचार के बाद वह ढाई घंटे तक दर-दर मदद के लिए भटकती रही और फिर बेहोश होकर सड़क पर गिर गई, लेकिन मदद नहीं मिल सकी।"
उन्होंने आगे कहा था, "ये है मध्य प्रदेश की कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा? भाजपा के 20 साल के कुशासन तंत्र में बच्चियां, महिलाएं, आदिवासी, दलित कोई सुरक्षित नहीं है। लाडली बहना के नाम पर चुनावी घोषणाएं करने का क्या फ़ायदा है अगर बच्चियों को सुरक्षा और मदद तक नहीं मिल सकती?"