Saturday, November 16, 2024
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भारतीय सेना मजबूत, चीन को हरा सकती है, राहुल गाँधी आप नेतागिरी मत करना: गलवान में जख्मी सैनिक के पिता

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है, "एक बहादुर जवान के पिता के पास राहुल गाँधी के लिए बड़ा ही स्पष्ट जवाब है। ऐसे समय में जब पूरा देश एकजुट है, तब राहुल गाँधी को भी घटिया राजनीति से ऊपर उठना चाहिए और राष्ट्रीय हित के साथ एकजुटता में खड़े होना चाहिए।"

लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में 20 जवान बलिदान हो गए थे। इस मुद्दे पर कॉन्ग्रेस नेता लगातार बयानबाजी कर रहे हैं। कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी भी सरकार को घेरने की कोशिश में अनर्गल सवाल उठा रहे हैं।

राहुल ने शुक्रवार (जून 19, 2020) को गलवान घाटी में घायल हुए जवान के पिता बलवंत सिंह का वीडियो ट्वीट कर सरकार को घेरा था। वहीं, अब जवान के पिता का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उन्होंने राहुल को इस मुद्दे पर राजनीति न करने की नसीहत दी है।

वीडियो में वो कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी को जवाब दे रहे हैं। वीडियो में वे कह रहे हैं, “ये भारतीय सेना मजबूत सेना है। चीन को हरा सकती है। और भी देशों को हरा सकती है। राहुल गाँधी, आप नेतागिरी मत करना। ये राजनीति अच्छी नहीं है। मेरा छोरा पहले भी फौजी में लड़ा। अब फिर लड़ेगा शेर की तरह। भगवान करे ठीक हो जाए तो फिर लड़ेगा देश के लिए।”

गौरतलब है कि राहुल गाँधी ने गलवान घाटी की हिंसक झड़प में घायल हुए एक जवान के पिता के बयान से जुड़ा वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया था, “यह देखकर दुख होता है कि भारत सरकार के वरिष्ठ मंत्री प्रधानमंत्री को बचाने के लिए झूठ बोलने पर उतर आए हैं। अपने झूठ से हमारे शहीदों का अपमान मत करिए।” इसी के जवाब में घायल जवान के पिता का यह वीडियो सामने आया है।

घायल जवान के पिता का बयान आने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी घटिया राजनीति करने के लिए राहुल गाँधी पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “एक बहादुर जवान के पिता के पास राहुल गाँधी के लिए बड़ा ही स्पष्ट जवाब है। ऐसे समय में जब पूरा देश एकजुट है, तब राहुल गाँधी को भी घटिया राजनीति से ऊपर उठना चाहिए और राष्ट्रीय हित के साथ एकजुटता में खड़े होना चाहिए।”

इससे पहले कॉन्ग्रेस नेता ने एक ट्वीट में कहा था कि अब यह स्पष्ट हो गया है कि गलवान में चीनी हमला पूर्व नियोजित था। भारत सरकार सो रही थी और उसने समस्या से इनकार कर दिया था। इसकी कीमत हमारे शहीद जवानों को चुकानी पड़ी।

गौरतलब है कि भारत और चीन की सेनाओं के बीच लद्दाख बॉर्डर पर गलवान घाटी के पास हिंसक झड़प में चीन के 43 सैनिकों के हताहत होने की बात मीडिया में सामने आई। भारतीय सेना ने स्पष्ट किया है कि इस झड़प में 20 भारतीय सैनिकों को वीरगति प्राप्त हुई।

इससे पहले शुक्रवार (जून 19, 2020) को इस मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक की। इस दौरान उन्होंने बताया था कि सेना को खुली छूट दी गई है। उन्होंने सबको आश्वस्त किया कि हमारी एक इंच जमीन भी कोई नहीं ले सकता। हमारे किसी पोस्‍ट पर दूसरे देश का कब्‍जा नहीं है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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