राजस्थान के भीलवाड़ा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने ही मोदी-मोदी के नारे लगने से जहाँ राज्य की चुनावी हवा बदली हुई नजर आ रही है। वहीं पूर्व डिप्टी सीएम और राजस्थान कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट को पार्टी द्वारा गठित किसी भी चुनाव पैनल कमेटी में बड़ा पद नहीं दिया गया है। पार्टी ने बुधवार (6 सितम्बर, 2023) को 8 चुनाव समितियों की घोषणा की लेकिन सचिन को किसी भी समिति की अध्यक्षता नहीं दी गई है। हालाँकि उन्हें कुछ समितियों में सदस्य के रूप में शामिल किया गया है।
वहीं दूसरी ओर भीलवाड़ा में युवाओं को देखकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जैसे ही अपना काफिला रोका तो युवा मुख्यमंत्री के सामने ही मोदी-मोदी के नारे लगाने लगे जिससे मुख्यमंत्री झेंपते नजर आए। इससे बीजेपी के परिवर्तन यात्रा का प्रभाव भी देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर इससे लोग राजस्थान के बदलते माहौल का कयास लगा रहे हैं।
राजस्थान: भीलवाड़ा में युवाओं को देखकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रोका अपना काफिला, तो युवाओं ने मुख्यमंत्री के सामने ही लगा दिए मोदी-मोदी के नारे।
— News Tak (@newstakofficial) September 7, 2023
नारेबाज़ी के बीच गहलोत अपनी गाड़ी से निकलकर सभी का हाथ जोड़कर अभिवादन करते हुए मुस्कुराए और वापस गाड़ी में बैठ गए।#Rajasthan… pic.twitter.com/up5VyNxiq9
हालाँकि, मोदी-मोदी के नारेबाज़ी के बीच CM अशोक गहलोत अपनी गाड़ी से निकलकर सभी का हाथ जोड़कर अभिवादन करते हुए मुस्कुराए और वापस गाड़ी में बैठ कर चले गए। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है।
कॉन्ग्रेस की चुनाव समितियों में सचिन पायलट को नहीं मिली बड़ी जिम्मेदारी
राजस्थान कॉन्ग्रेस ने पहले राज्य चुनाव समिति, राजनीतिक मामलों की समिति और स्क्रीनिंग समिति नाम से तीन चुनाव पैनल बनाए थे। इन सभी समितियों में से किसी भी समिति की कमान सचिन पायलट को न देकर पार्टी हाईकमान ने क्या सन्देश देना चाहा यह साफ नहीं है। लेकिन उन्हें सदस्य बनाया गया है। हालाँकि, उनके करीबी उम्मीद कर रहे थे कि उन्हें पार्टी का चुनाव अभियान चलाने वाली कैंपेन कमेटी की अध्यक्षता मिलेगी, लेकिन इस कमेटी के अध्यक्ष सीएम अशोक गहलोत के करीबी कैबिनेट मंत्री गोविंद राम मेघवाल को बनाया गया है। कहीं न कहीं राजस्थान में पार्टी अशोक गहलोत के सामने सचिन पायलट को उनका कद बताती नजर आ रही है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के हवाले से कहा जा रहा है कि पार्टी द्वारा गठित चुनाव पैनल से पता चलता है कि यह केवल अशोक गहलोत का शो होने वाला है। बता दें कि पार्टी द्वारा गठित दो सबसे महत्वपूर्ण समितियाँ कोर कमेटी और समन्वय समिति (Coordination Committee) हैं।
जहाँ कोर कमेटी की अध्यक्षता पार्टी के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा करेंगे वहीं समन्वय समिति की अध्यक्षता खुद अशोक गहलोत करेंगे, क्योंकि वह मुख्यमंत्री हैं। प्रचार समिति और मीडिया समिति की जिम्मेदारी भी गहलोत कैबिनेट के करीबी मंत्रियों को दी गई है। घोषणापत्र समिति की अध्यक्षता डॉ. सीपी जोशी करेंगे जो राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष हैं। अभी तक जिस तरह से पार्टी सचिन पायलट को राजस्थान में कोई बड़ी जिम्मेदारी देती नजर नहीं आ रही है इससे साफ पता चलता है कि चुनाव का नेतृत्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही करेंगे।