राजस्थान जोधपुर के भोपालगढ़ थाने में यूथ कॉन्ग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास समेत चार पदाधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया है। रामचंद्र जलवानिया की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में श्रीनिवास के साथ यूथ कॉन्ग्रेस के राष्ट्रीय प्रभारी कृष्णा अलावरू, तरुण त्यागी और यूथ कॉन्ग्रेस चुनाव के प्रदेश रिटर्निंग ऑफिसर रहे जगदीश संधू के खिलाफ भी केस दर्ज कराया गया है।
यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष और राष्ट्रीय प्रभारी पर कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान के जोधपुर में धारा 420 का मुक़दमा दर्ज। युवकों को झाँसा देकर रुपए ऐंठने पर उनके ही कार्यकर्ता ने report दर्ज कराई।।वाह कोंग्रेस ।। pic.twitter.com/aakJsMc7dL
— Poras Patel (@PorasPatel7) June 5, 2020
जानकारी के मुताबिक भोपालगढ़ थाने में गुरुवार (04 जून, 2020) रामचन्द्र जलवानिया की ओर से कराई गई एफआईआर में चारों पदाधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। एफआईआर में कहा गया है कि इनके पदाधिकारियों की बातों में आकर पूरे प्रदेश में युवाओं ने 5 लाख सदस्य बनाए। इतना ही नहीं सदस्यता से करीब 6 करोड़ 25 लाख रुपए प्राप्त भी किए गए।
थाना प्रभारी राजेन्द्र खदाव ने बताया कि कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय यूथ कॉन्ग्रेस की कार्यकारिणी के पदाधिकारियों पर रुपए हड़पने का आरोप लगाकर मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर मामले की जाँच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक 22 और 23 फरवरी को हुए ऑनलाइन चुनाव के बाद 3 मार्च को जारी परिणाम एक महीने बाद यानि कि 7 अप्रैल को ही बदल दिए गए थे। पहले अध्यक्ष पद पर सुमित भगासरा को 46304 वोट और मुकेश भाकर को 23349 वोट और अमर दिन फकीर को 16720 वोट प्राप्त हुए थे, लेकिन बाद में वर्तमान विधायक मुकेश भाकर को विजयी घोषित कर दिया गया।
चौंकाने वाली बात यह कि चुनावी परिणामों के 35 दिन बाद ही बदल दिए गए थे। दरअसल कॉन्ग्रेस विधायक और इस चुनाव में प्रदेश अध्यक्ष के पद सुमित भगासरा से शिकस्त खाने वाले मुकेश भाकर ने वोटिंग में हैकिंग का दावा किया है।
विधायक के इन दावों के बाद यूथ कॉन्ग्रेस के चुनावी नतीजों बदल दिए गए। 35 दिन तक यूथ कॉन्ग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रहे सुमित को संगठन ने हटा दिया। उनकी जगह अब मुकेश भाकर को विजयी घोषित किया गया है।