केरल की लेफ्ट सरकार द्वारा शैक्षणिक सत्र 2021-22 में कक्षा 1 में पहुँचने वाले छात्रों को मुख्यमंत्री पिनराई विजयन का शुभकामना और स्वागत संदेश उनके घर-घर जाकर देने के लिए आदेशित किया गया है। इसके लिए शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है जो बच्चों के घर जाकर उन्हें सीएम विजयन के संदेशों वाले पत्रक (Leaflets) देंगे। मीडिया खबरों के अनुसार शनिवार (29 मई) को जारी इस आदेश के बाद केरल में इसका विरोध भी हो रहा है।
कॉन्ग्रेस समर्थित केरल प्रदेश स्कूल टीचर एसोसिएशन (KPSTA) के नेताओं ने इस निर्णय का विरोध करते हुए सामान्य शिक्षा विभाग से यह माँग की है कि इस महामारी के समय घर-घर जाकर सीएम विजयन के संदेश पत्रकों को बाँटने का कार्य शिक्षकों को दिया जाना सही नहीं है और शिक्षकों को इस कार्य से रोका जाना चाहिए।
KPSTA के राज्य अध्यक्ष एम सलाहुद्दीन ने इस प्रकार के आदेश को राजनीति से प्रेरित और अजीब आदेश बताया। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले हुई क्वालिटी इमप्रूवमेंट प्रोग्राम (QIP) की मीटिंग में सरकार के प्रतिनिधियों ने ऐसी किसी भी योजना के बारे में कोई चर्चा नहीं की और इस आदेश के द्वारा इस कार्य में शामिल किए जाने वाले लोगों के जीवन पर संकट आ सकता है। सलाहुद्दीन ने कहा कि जब शिक्षा में क्लासरूम का स्थान ऑनलाइन शिक्षा ने ले लिया है तो मुख्यमंत्री यह संदेश ऑनलाइन या टेलीविजन चैनल के माध्यम से प्रसारित कर सकते हैं। इसके लिए शिक्षकों को घर-घर नहीं भेजना चाहिए।
वहीं सीपीआईएम समर्थित शिक्षक संगठन इस निर्णय के समर्थन में हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक केरल स्कूल टीचर्स एसोसिएशन (KSTA) के महासचिव एनटी शिवराजन ने कहा कि बच्चे और समाज के लोग यही तो चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री का संदेश घर-घर पहुँचेगा तब सभी के द्वारा इसकी प्रशंसा की जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक सामान्य शिक्षा विभाग द्वारा लगभग 4 लाख ऐसे पत्रक (Leaflets) छपाए गए हैं जिनमें मुख्यमंत्री पिनराई विजयन का बच्चों और उनके अभिभावकों के नाम संदेश छपा हुआ है। हालाँकि पिछले साल भी मुख्यमंत्री का यह संदेश बच्चों को भेजा गया था लेकिन तब इसे ऑनलाइन ही भेजा गया था या फिर सीएम विजयन के संदेश को स्कूलों में पढ़ा गया था।
ज्ञात हो कि Covid-19 महामारी के चलते स्कूलों में शुरू होने वाले नए शैक्षणिक सत्र का शुभारंभ कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजित किया जाना है लेकिन सीएम पिनराई विजयन सरकारी कॉटन हिल्स हायर सेकंडरी स्कूल में प्रवेसनोत्सवम का शुभारंभ करेंगे।
हालाँकि केरल सरकार के इस निर्णय का विरोध ऐसे समय पर हो रहा है जब केरल में कोरोना वायरस संक्रमण दर 15% से ऊपर बनी हुई है। शनिवार (29 मई) को केरल में Covid-19 की संक्रमण दर 16.59% थी। लगातार बढ़ रहे संक्रमण के कारण राज्य में 8 मई को सख्त लॉकडाउन की घोषणा की गई थी। बाद में संक्रमण के मामलों में वृद्धि बने रहने के कारण लॉकडाउन को 30 मई तक बढ़ा दिया गया था। हाल ही में एक बार फिर राज्य सरकार द्वारा लॉकडाउन को 9 जून तक बढ़ा दिया गया है।
शनिवार को केरल में संक्रमण के 23,513 नए मामले आए। इसके अलावा संक्रमण के चलते 198 लोगों की मौत भी हुई। संक्रमण के नए मामलों के चलते राज्य में संक्रमित कुल मरीजों की संख्या 24,94,386 हो गई है जिनमें से सक्रिय मरीजों की संख्या 2,33,031 है। कुल संक्रमित और सक्रिय मरीजों के मामले में केरल देश के चार टॉप राज्यों में शामिल है।