उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ऐन पहने भाजपा छोड़ कर समाजवादी पार्टी में गए स्वामी प्रसाद मौर्य को अब उनके ही गठबंधन साथी निशाना बना रहे हैं। अखिलेश यादव के नेतृत्व वाले गठबंधन ‘ महान दल’ के मुखिया केशव देव मौर्य ने चुनाव में हार के ठीकरा स्वामी प्रसाद मौर्य पर फोड़ा है। उन्होंने कहा कि चुनाव से ऐन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट छोड़ कर स्वामी प्रसाद मौर्य का सपा में आना भाजपा की साजिश हो सकती है। चुनाव हार गए स्वामी प्रसाद मौर्य को अपना बँगला भी खाली करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य अति-आत्मविश्वास का शिकार थे और उन्होंने दूसरे नेताओं को भी अति-आत्मविश्वास में डाल दिया। केशव देव मौर्य ने अपनी पार्टी को समाजवादी पार्टी के गठबंधन में उचित सम्मान न दिए जाने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि न सिर्फ उनके कैडर का कम इस्तेमाल किया गया, बल्कि उनकी पार्टी को चुनाव लड़ने के लिए महज 2 सीटें दी गईं। उन्होंने कहा कि उनके कैडर के वोट पर सपा का फोकस कम था।
उन्होंने कहा, “सपा के प्रत्याशी ओवर कॉन्फिडेंट हो गए थे और इसलिए उन्होंने ज्यादा मेहनत नहीं की। सपा के सभी प्रत्याशियों में ओवरकॉन्फिडेंस था। इसके लिए स्वामी प्रसाद मौर्य दोषी हैं। वो खुद भी ओवरकॉन्फिडेंस में थे और सभी को ओवरकॉन्फिडेंस में ला दिया। जब तक स्वामी नहीं आए थे ‘महान दल’ को तव्वजो दी जा रही, लेकिन जब स्वामी प्रसाद मौर्य आए तो सपा नेता ओवर कॉन्फिडेंट हो गए और महान दल को दरकिनार कर दिया गया।”
उत्तर प्रदेश चुनाव में हार के बाद समाजवादी पार्टी गठबंधन में फूट !
— First India News (@1stIndiaNews) March 15, 2022
महान दल अध्यक्ष केशव देव मौर्य ने बयान देते हुए लगाए गंभीर आरोप, केशव देव के निशाने पर आए स्वामी प्रसाद मौर्य, कहा- ‘सपा ने हमारी पार्टी का नहीं किया सही इस्तेमाल…#UttarPradesh @samajwadiparty @kpmaurya1 pic.twitter.com/Go0eHk5TIu
बता दें कि हाल ही में जब एक रिपोर्टर ने स्वामी प्रसाद मौर्य से ‘सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP)’ के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर का जिक्र कर पूछा कि वह पूर्वांचल में रहेंगे क्या आप भी वहाँ रहेंगे? स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस सवाल पर भड़कते हुए रिपोर्टर के माइक पर धक्का दे दिया। स्वामी प्रसाद मौर्य ने माइक को झिड़कते हुए कहा कि मुझे बस इतना ही कहना था। अटकलें लग रही हैं कि करहल से स्वामी प्रसाद मौर्य के लिए अखिलेश यादव अपनी सीट खाली करेंगे, क्योंकि वो सांसद भी हैं।