Saturday, April 20, 2024
Homeराजनीति'सिख 300 साल बाद भी नहीं भूलते हैं, कुछ भी हो सकता है': सत्यपाल...

‘सिख 300 साल बाद भी नहीं भूलते हैं, कुछ भी हो सकता है’: सत्यपाल मलिक ने याद दिलाई इंदिरा गाँधी और जनरल वैद्य की हत्या

"ऑपरेशन ब्लूस्टार के बाद इंदिरा गाँधी को भी उनके आने वाले भाग्य के बारे में पता था। जब इंदिरा ने अकाल तख्त को नष्ट किया, तो उन्होंने अपने फार्महाउस पर 'महा मृत्युंजय यज्ञ' किया। अरुण नेहरू ने इंदिरा गाँधी से कहा था कि आप तो इसे नहीं मानती थीं तो फिर ये सब क्यों रही हैं? इस पर इंदिरा ने अरुण नेहरू से कहा था कि तुझे नहीं पता जिनका अकाल तख्त तोड़ा है, वो तो 600 साल भी नहीं भूलते हैं।"

मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक का तीन कृषि कानूनों की वापसी पर दिया गया विवादित बयान का सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में वह कह रहे हैं कि अगर वह कृषि कानून वापस नहीं लेते तो उनका हाल इंदिरा गाँधी जैसा होता। यह वीडियो 8 नवंबर 2021 का है। सत्यपाल मलिक के इस वीडियो पर फिल्म निर्माता अशोक पंडित भड़के हुए नजर आए। इसे लेकर उन्होंने ट्विटर पर गृह मंत्रालय, पीएम मोदी को टैग करते हुए शिकायत भी की है। साथ ही लिखा, “उन्हें अपने इस गैर जिम्मेदाराना बयान के लिए इस्तीफा दे देना चाहिए।”

हाल में सत्यपाल मलिक को ग्लोबल जाट समिट में स्पीकर के तौर पर आमंत्रित किया गया था। इस दौरान वह कहते हैं, “आप सिखों को नहीं हरा सकते। उनके गुरु के चार बच्चे उनकी मौजूदगी में मारे गए थे, लेकिन उन्होंने आत्मसमर्पण नहीं किया। आप इन जाटों को भी नहीं हरा सकते हैं।”

उन्होंने धमकी देते हुए कहा, “अगर आपको लगता है कि किसान प्रदर्शनकारी अपने आप वापस चले जाएँगे, तो ये आपकी गलतफहमी है। उन्हें कुछ दें (उनकी माँगों को स्वीकार करें) और उन्हें जाने दें। लेकिन दो काम मत करो। सबसे पहले उनके खिलाफ बल प्रयोग न करें। दूसरा उन्हें खाली हाथ घर न भेजें, क्योंकि वे (सिख) आसानी से नहीं भूलते, 300 साल बाद भी नहीं भूलते हैं।”

सत्यपाल मलिक ने कहा कि ऑपरेशन ब्लूस्टार के बाद इंदिरा गाँधी को भी उनके आने वाले भाग्य के बारे में पता था। जब इंदिरा ने अकाल तख्त को नष्ट किया, तो उन्होंने अपने फार्महाउस पर ‘महा मृत्युंजय यज्ञ’ किया। अरुण नेहरू मेरे अच्छे दोस्त थे, उन्होंने मुझे इसके बारे में बताया था। उन्होंने इंदिरा गाँधी से कहा था कि आप तो इसे नहीं मानती थीं तो फिर ये सब क्यों रही हैं? इस पर इंदिरा ने अरुण नेहरू से कहा था कि तुझे नहीं पता जिनका अकाल तख्त तोड़ा है, वो तो 600 साल भी नहीं भूलते हैं। मुझे विश्वास है कि ये मुझे मारेंगे। मलिक आगे कहते हैं कि इंदिरा गाँधी इस खतरे को भाँप गई थीं कि वे उन्हें मारेंगे और वही हुआ। सत्यपाल मलिक ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, “जनरल वैद्या को सिक्खों ने पुणे में मारा, जनरल डायर को लंदन में मारा। मैंने इनसे यह भी कहा था कि आप इनके धैर्य की परीक्षा मत लो।”

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार देश को संबोधित करते हुए 19 नवंबर को तीनों कृषि कानून वापस लेने की घोषणा की थी। साथ ही उन्होंने आंदोलनरत किसानों से अपने-अपने घर लौटने का आग्रह किया था।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘PM मोदी की गारंटी पर देश को भरोसा, संविधान में बदलाव का कोई इरादा नहीं’: गृह मंत्री अमित शाह ने कहा- ‘सेक्युलर’ शब्द हटाने...

अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी ने जीएसटी लागू की, 370 खत्म की, राममंदिर का उद्घाटन हुआ, ट्रिपल तलाक खत्म हुआ, वन रैंक वन पेंशन लागू की।

लोकसभा चुनाव 2024: पहले चरण में 60+ प्रतिशत मतदान, हिंसा के बीच सबसे अधिक 77.57% बंगाल में वोटिंग, 1625 प्रत्याशियों की किस्मत EVM में...

पहले चरण के मतदान में राज्यों के हिसाब से 102 सीटों पर शाम 7 बजे तक कुल 60.03% मतदान हुआ। इसमें उत्तर प्रदेश में 57.61 प्रतिशत, उत्तराखंड में 53.64 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe