Thursday, July 17, 2025
Homeराजनीतिमहाराष्ट्र में मोदी: विपक्ष को कहा- डूब मरो, सावरकर को याद कर बोले- अंतिम...

महाराष्ट्र में मोदी: विपक्ष को कहा- डूब मरो, सावरकर को याद कर बोले- अंतिम सॉंसें गिन रही कॉन्ग्रेस

"राजनीति के स्वार्थ में डूबे हुए लोग, परिवार के कल्याण में खोए हुए लोग कह रहे हैं कि महाराष्ट्र का कश्मीर से क्या लेना-देना? मैं हैरान हूँ कि छत्रपति शिवाजी की धरती पर आजकल राजनीतिक स्वार्थ के कारण ऐसी आवाजें उठाई जा रही हैं।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष के उन नेताओं को डूब मरने की सलाह दी जो पूछ रहे हैं कि महाराष्ट्र के चुनाव से
जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने का क्या वास्ता है। वे महाराष्ट्र के अकोला में बुधवार को चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए 21 अक्टूबर को वोट डाले जाएँगे। भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में सावरकर को भारत रत्न देने का वादा किया है।

रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, “ये वीर सावरकर के ही संस्कार हैं कि राष्ट्रवाद को हमने राष्ट्र निर्माण के मूल में रखा है। वीर सावरकर को आए दिन गालियाँ देने वाले, उनका अपमान करने वाले वही लोग हैं जिन्होंने बाबा साहेब आंबेडकर का कदम-कदम पर अपमान किया। उनको दशकों तक भारत रत्न से वंचित रखा।”

अनुच्छेद 370 का मामला उठाते उन्होंने कहा, “राजनीति के स्वार्थ में डूबे हुए लोग, परिवार के कल्याण में खोए हुए लोग कहने की हिम्मत करते हैं कि महाराष्ट्र का कश्मीर से क्या लेना-देना? मैं हैरान हूँ कि छत्रपति शिवाजी की धरती पर आजकल राजनीतिक स्वार्थ के कारण ऐसी आवाजें उठाई जा रही हैं। इनकी बेशर्मी देखिए कि ये खुलेआम कह रहे हैं कि महाराष्ट्र के चुनाव से अनुच्छेद 370 का क्या लेना देना? महाराष्ट्र से जम्मू कश्मीर का क्या संबंध?”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर के बीच संबंध उठाने वालों को डूब मरने की सलाह दी और जवाब दिया, “मैं ऐसे लोगों को कहना चाहता हूँ कि जम्मू-कश्मीर और वहाँ के लोग भी माँ भारती की ही संताने हैं।” उन्होंने कहा, ” राजनैतिक फायदा लेने के लिए इन लोगों की सोच ने मुझे भीतर तक दुखी किया। ये कैसे पूछ सकते हैं महाराष्ट्र का और जम्मू-कश्मीर का क्या संबंध हैं…डूब मरो, डूब मरो।”

प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान महाराष्ट्र की जनता से कहा, “जब आप सब आर्टिकल 370 के निष्प्रभावी होने पर खुश हैं, तब वे दर्द में हैं।” उन्होंने बताया कि ऐसे लोग भारत को विभाजित देखना चाहते हैं, सर्वश्रेष्ठ होते नहीं। वे बिखरा भारत देखना चाहते हैं, झगड़ता भारत देखना चाहते हैं। लेकिन उनकी हर कोशिश नाकाम हो रही है।

इसके बाद पीएम मोदी ने पुरतूर की बैठक में भाषण देते हुए कॉन्ग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “परिवारवाद के नीचे कॉन्ग्रेस का राष्ट्रवाद दब चुका है, परिवार भक्ति में ही कॉन्ग्रेस को राष्ट्र भक्ति नजर आती है। यही वजह है कि कॉन्ग्रेस आज लड़खड़ा रही है और अंतिम साँस ले रही है।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

मम्मी ला रही थी पीड़ित हिंदुओं को ही जेल में ठूँसने वाला ‘काला कानून’, रोहित वेमुला एक्ट से हिंदुओं को खंड-खंड करना चाहता है...

कर्नाटक का रोहित वेमुला बिल भी सोनिया गाँधी के लाए सांप्रदायिक हिंसा बिल की तरह खतरनाक है इसके प्रावधान भी कुछ-कुछ वैसे ही हैं।

राहुल-तेजस्वी के लिए काम पर लगे अजीत अंजुम-रवीश कुमार, FIR होते ही PCI-एडिटर्स गिल्ड का प्रलाप शुरू: प्रोपेगेंडा परोसना नहीं है ‘प्रेस की स्वतंत्रता’

पत्रकारों का एक संगठन है प्रेस क्लब ऑफ इंडिया (PCI)। इस संस्था का एक बार फिर से 'दर्द' प्रेस की स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए उभर आया है।
- विज्ञापन -