Sunday, November 17, 2024
Homeराजनीतिशाहीन बाग में ₹120 करोड़ का खेल: इस्लामी कट्टरपंथी PFI का पैसा, सिब्बल और...

शाहीन बाग में ₹120 करोड़ का खेल: इस्लामी कट्टरपंथी PFI का पैसा, सिब्बल और इंदिरा जयसिंह का योगदान – ED

73 अकॉउंटों में 120 करोड़ रुपए जमा करवाए गए थे और इनमें से 15 में हुई ट्रांजैक्शन की तारीख दंगों की तारीख से मेल खा रही है। इसे देखते हुए ही ED ने...

अभी तक नागरिकता संशोधन कानून के ख़िलाफ़ हो रहे विरोध प्रदर्शनों में केवल कयास लगाए जा रहे थे कि हिंसा भड़काने में इस्लामिक कट्टरपंथियों और विपक्षी राजनैतिक दलों का हाथ है। लेकिन टाइम्स नाऊ की ताजा खबर के अनुसार ईडी ने अपनी जाँच के बाद दावा किया है कि सीएए के ख़िलाफ़ प्रदर्शनों में हिंसा भड़काने, आगजनी करवाने के लिए इस्लामिक कट्टरपंथी पीएफआई ने ही अपना पैसा लगाया है। जबकि कपिल सिब्बल और इंदिरा जय सिंह जैसे कॉन्ग्रेसियों एवं सुप्रीम कोर्ट के वकीलों ने इसमें अपना पूरा योगदान दिया।

खबर के अनुसार, 73 सिंडिकेट बैंक अकॉउंट की पड़ताल से खुलासा हुआ है कि पूरी हिंसा को भड़काने में इनमें 120 करोड़ रुपए डाले गए। लेकिन बाद में इन अकॉउंटों को कुछ राशि खाली छोड़कर खाली कर दिया गया। बता दें कि इससे पहले यूपी पुलिस को भी राज्य में भड़की हिंसा संबंधी अपनी जाँच में पीएफआई के हाथ होने के सबूत मिले थे।

रिपोर्ट्स से बताया जा रहा है कि पीएफआई ने दंगों से पहले 27 बैंक अक़ॉउंट ख़ोले थे। 9 बैंक अकॉउंट रेहाब फाउंडेशन के नाम पर खोले गए थे, जिसका संबंध भी पीएफआई से है। जबकि 37 अन्य अकॉउंट भी इसी संगठन ने 17 अलग-अलग लोगों के नाम और संगठनों के नाम पर पर खोले थे।

इन अकॉउंटों की ट्रांजैक्शन जानकारी मिलने के बाद ईडी ने ये बड़ा खुलासा किया है। जानकारी के मुताबिक 73 अकॉउंटों में 120 करोड़ रुपए जमा करवाए गए थे और इनमें से 15 में हुई ट्रांजैक्शन की तारीख दंगों की तारीख से मेल खा रही है। इसे देखते हुए ही दावा किया गया है कि पीएफआई का ही इस हिंसा में सीधा संबंध हैं।

मास्टरमाइंड शरजील के नंगे हो जाने के बाद शाहीन बाग वाले जोर-शोर से अपनी देशभक्ति जताने में जुटे

वो 6 ‘बड़े’ पत्रकार जो दीपक चौरसिया पर शाहीन बाग में हुए हमले से हैं खुश!

संविधान और शरीयत में से शरीयत को चुन चुका है शाहीन बाग़

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

मुस्लिम घुसपैठियों और ईसाई मिशनरियों के दोहरे कुचक्र में उलझा है झारखंड, सरना कोड से नहीं बचेगी जनजातीय समाज की ‘रोटी-बेटी-माटी’

झारखंड का चुनाव 'रोटी-बेटी-माटी' केंद्रित है। क्या इससे जनजातीय समाज को घुसपैठियों और ईसाई मिशनरियों के दोहरे कुचक्र से निकलने में मिलेगी मदद?

दिल्ली सरकार के मंत्री कैलाश गहलोत का AAP से इस्तीफा: कहा- ‘शीशमहल’ से पार्टी की छवि हुई खराब, जनता का काम करने की जगह...

दिल्ली सरकार में मंत्री कैलाश गहलोत ने अरविंद केजरीवाल एवं AAP पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकार पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -