मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार (17 फरवरी 2021) को गोरखनाथ मंदिर के हिन्दू सेवाश्रम में जनता दर्शन के दौरान लोगों की समस्याएँ सुनीं। थानों और तहसील अधिकारियों के खिलाफ आ रही शिकायतों को लेकर मुख्यमंत्री काफी नाराज़ दिखे।
जनता दर्शन में आए लोग CM योगी से अपनी-अपनी समस्याएँ बता रहे थे। ये समस्याएँ जनता दरबार में जन सुनवाई के दौरान बताई गई समस्याओं के समाधान नहीं होने से संबंधित थे। यानी अधिकारियों तक जनता जब अपनी बात/समस्याएँ रखते हैं तो उसके समाधान पर तत्परता नहीं दिखाई जाती है। तभी परेशान जनता को मुख्यमंत्री से गुहार लगानी पड़ती है।
स्पष्ट निर्देश दिया गया कि शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही बरतने वाले तहसील के अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाए। CM योगी ने बताया कि यदि लोगों की शिकायतों का समय से समाधान किया गया होता तो उन्हें यहाँ आने की ज़रूरत ही नहीं पड़ती।
जिलाधिकारी के विजयेंद्र पांडियन को CM योगी ने निर्देश दिया कि जिन थानों के खिलाफ सबसे ज़्यादा शिकायतें आ रही हैं, उनके थानेदारों को निलंबित किया जाए। साथ ही यह भी निर्देश रहा कि जिन तहसीलों से ज़्यादा शिकायतें मिल रही हैं, उन पर भी सख्त कार्रवाई की जाए।
हिन्दू सेवाश्रम में जनता दर्शन के दौरान लोगों की तमाम शिकायतें सुन कर योगी आदित्यनाथ काफी नाराज़ नज़र आए। वहाँ लगभग 500 फ़रियादी मौजूद थे और उन्होंने एक-एक व्यक्ति से उनकी समस्या पूछी।
आम जन की समस्याओं में लगभग आधे से अधिक मामले थाने और तहसीलों से जुड़े हुए थे। मुख्यमंत्री योगी ने इसके बाद कहा कि हर थाने में जनता की शिकायतें गम्भीरता के साथ सुनी जाएँ। लोगों की समस्याओं का समाधान किया जाए, साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि शिकायत करने वाला कार्रवाई से संतुष्ट हो।
CM योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लेखपाल, तहसीलदार और नायब तहसीलदार लोगों की शिकायतें सुनें। जन सुनवाई का समय तय करके जनता की समस्या का हल निकाला जाए।
लगभग सारे आवेदन लिए गए और सख्त निर्देश के साथ अधिकारियों को सौंप दिए गए। इसके बाद थानों और तहसीलों से जुड़े इन मामलों के जल्द से जल्द निस्तारण का आदेश दिया गया।
दरअसल बुधवार की सुबह 7 बजे से ही गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित हिन्दू सेवाश्रम में फ़रियादी जुटने लगे थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पहुँचते ही सभी लोगों ने उनका अभिवादन किया। इस दौरान एक और ऐसी घटना हुई, जिसने सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा। बड़हलगंज की रहने वाली एक छोटे कद की महिला ने मुख्यमंत्री को रोक लिया।
महिला ने कहा कि उन्होंने अपनी परेशानी बताने के लिए उन्हें रोका है। मुख्यमंत्री ने भी रुक कर उस महिला की पूरी समस्या सुनी। महिला ने अपनी समस्या बताते हुए एक आवास की फ़रियाद की। नतीजतन मुख्यमंत्री ने डीएम को आदेश दिया कि महिला को आवास प्रदान कराया जाए। महिला इस बात से काफी संतुष्ट नज़र आई और खुश होकर वापस लौटी।