राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के परिवार में सत्ता को लेकर एक नया संघर्ष शुरू हो गया है। उनके दोनों बेटे तेज प्रताप और तेजस्वी यादव आमने-सामने आ गए हैं। राजद नेता तेजस्वी यादव ने अपने बड़े भाई तेज प्रताप यादव के आरोपों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
दरअसल, लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने शनिवार (2 अक्टूबर 2021) को अपने छोटे भाई तेजस्वी पर परोक्ष रूप से हमला बोला था। उन्होंने आरोप लगाया था कि पार्टी के कुछ लोगों ने उनके पिता (सजायाफ्ता अपराधी लालू यादव) को दिल्ली में बंधक बनाकर रखा हुआ है। वो पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का सपना देख रहे हैं। तेज प्रताप के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उनके छोटे भाई व बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि ये सभी आरोप निराधार हैं।
मीडिया से बातचीत के दौरान रविवार (3 अक्टूबर 2021) को तेजस्वी यादव ने कहा कि लालू यादव का व्यक्तित्व इतना बड़ा है कि उन्हें बंधक बनाने की बात बहुत छोटी है। उन्होंने कहा, ”लालू प्रसाद यादव लंबे समय तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे हैं और देश के रेल मंत्री रहे हैं। जब लालू जी ने लाल कृष्ण आडवाणी जैसे नेता को गिरफ्तार करने जैसा काम किया है, तो ऐसे में उन्हें कोई कैसे बंधक बना सकता है। लालू प्रसाद यादव की देश में शान और बिहार में बड़ी पहचान है।”
गौरतलब है कि बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने शनिवार (2 अक्टूबर 2021) को दिए अपने एक बयान में राष्ट्रीय जनता दल और अपने परिवार की आंतरिक स्थिति को उजागर कर दिया था। तेज प्रताप ने पटना में अपने नवगठित संगठन छात्र जनशक्ति परिषद की आयोजित कार्यशाला में कहा था कि उनके पिता को जेल से बाहर आए साल भर का समय हो चुका है, मगर उनको अभी तक दिल्ली में ही रखा गया है। इस दौरान तेज प्रताप यादव ने अपने छोटे भाई और बिहार राजद अध्यक्ष जगदानंद सिंह का नाम लिए बगैर कहा था कि सब जानते हैं कि वे लोग कौन हैं, जिन्होंने उनके पिता को बंधक बना रखा है। तेज प्रताप का जगदानंद सिंह के साथ झगड़ा होने की खबरें भी सामने आई थीं, बाद में उन्होंने आकाश यादव को पार्टी की युवा शाखा के प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया था।