स्थानीय मीडिया साइट पर प्रकाशित खबर के अनुसार, सीएम रेवंत रेड्डी के समर्थकों ने उनके ही गाँव में दो महिला पत्रकारों पर हमला कर दिया। महिला पत्रकारों का नाम विजया रेड्डी और सरिता है। जानकारी के मुताबिक, दोनों पत्रकार गुरुवार सुबह कोडंगल निर्वाचन क्षेत्र में रेवंत रेड्डी के गृह गाँव कोंडा रेड्डीपल्ली गईं थीं। वहाँ वह किसानों से बात कर रही थीं और जानना चाहती थीं कि ऋण माफी का क्या हुआ।
Congress Goons in CM Revanth constituency attack Women Journalists Sarita garu and Vijaya Reddy garu and snatch away their Mobile Phones for interviewing Farmers on Loan Waiver . pic.twitter.com/aPEj6XHCTg
— Krishank (@Krishank_BRS) August 22, 2024
सरिता के अनुसार, इसी दौरान रेवंत के 50 के करीब समर्थक आए और किसानों को बात करने से रोकने लगे। इस दौरान महिला पत्रकारों से बदसलूकी हुई, उनके कैमरे छीन लिए गए। पत्रकारों ने मोबाइल में घटना रिकॉर्ड करना शुरू की तो उन लोगों ने वो फोन भी छीन लिए। उनके साथ मारपीट की गई। इसी तरह विजया के साथ भी हुआ।
बाद में दोनों ने जाकर इस मामले को वांगुर पुलिस थाने में दर्ज कराया। शिकायत में कहा गया कि जिन लोगों ने उनके साथ मारपीट है उनके खिलाफ कार्रवाई होनी ही चाहिए।
రైతు రుణమాఫీ అసలు వాస్తవాలను ప్రజలకు చూపించేందుకు సీఎం సొంత ఊరు కొండారెడ్డిపల్లికి వెళ్లిన మహిళా జర్నలిస్టులు సరితా, విజయారెడ్డిపై సీఎం అనుచరులు దాడి చేయడం దారుణం
— KTR (@KTRBRS) August 22, 2024
ఇందిరమ్మ పాలనగా ఫోజులు కొట్టే ఈ కాంగ్రెస్ పాలనలో మహిళా జర్నలిస్టులకే రక్షణ లేకపోతే ఎలా ? రుణమాఫీ సరిగా జరిగి…
बता दें कि इस मुद्दे को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे केटीआर ने भी उठाया है। उन्होंने सवाल किया है कि आखिर क्यों कॉन्ग्रेस शासन में महिलाएँ सुरक्षित तक नहीं हैं। अगर ऋण माफी का काम अच्छे से हुआ है तो फिर मुख्यमंत्री को दिक्कत क्या है। ड्यूटी करते हुए पत्रकारों पर हमला करना अपराध है। कॉन्ग्रेस के गुर्गों पर फौरन केस दर्ज होना चाहिए और इनकी तुरंत गिरफ्तारी होनी चाहिए। महिला आयोग को भी इसमें तुरंत हस्तक्षेप करने की जरूरत है।