तेलंगाना में हो रहे विधानसभा चुनावों में मुस्लिमों ने मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर (KCR) की पार्टी BRS और ओवैसी की AIMIM को जोरदार झटका दिया है। अब तेलंगाना मुस्लिम संगठन संयुक्त कार्यसमिति (TSMOJAC) ने आगामी विधानसभा चुनावों में कॉन्ग्रेस को समर्थन देने का ऐलान किया है। TSMOJAC को JAC भी कहा जाता है।
इससे पहले तहरीक मुस्लिम शब्बान और इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) कॉन्ग्रेस को समर्थन दे चुके हैं। राज्य में चुनाव से पहले कॉन्ग्रेस को मुस्लिम संगठनों का बढ़ता जा रहा समर्थन, यहाँ चुनावी समीकरणोंं को पलट सकता है। TSMOJAC ने आरोप लगाया है कि बीते 10 सालों से बीआरएस और भाजपा के बीच आपसी राजनीतिक समझ की खिचड़ी पक रही है।
उसने बीआरएस पर मुस्लिमों को नजरअंदाज करने का आरोप भी लगाया और कहा कि बीआरएस सरकार ने जानबूझकर मुस्लिमों से किए गए वादों को नजरअंदाज किया है। JSMOJAC ने ये भी आरोप लगाया कि बीआरएस सरकार में उनके 12 फीसदी आरक्षण की भी अनदेखी की जा रही है।
JSMOJAC ने आगे कहा, “(एआई) एमआईएम पार्टी बीआरएस का समर्थन करने की वकालत करती है, जिसने मुस्लिम समुदाय से किए गए वादों को पूरा करने के बजाय भेदभावपूर्ण रवैये वाली भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के साथ राजनीतिक गठबंधन किया है।”
समिति ने कहा कि मुस्लिम समुदाय बीआरएस प्रशासन को उखाड़ फेंकने की कोशिश कर रहा है। उसने केसीआर सरकार पर भाजपा के राष्ट्र-विरोधी कानून का समर्थन करने का आरोप भी लगाया। ये सब देखते हुए जेएसी ने मंगलवार (21 नवंबर,2023) को एक प्रेस रिलीज जारी कर मुस्लिम मतदाताओं से कॉन्ग्रेस को वोट देने की अपील की है।
इसमें कहा गया है, “हमने तेलंगाना मुस्लिम संगठनों की राज्य समिति, जेएसी की तरफ से इस विधानसभा चुनाव में कॉन्ग्रेस पार्टी को अपना समर्थन देने का फैसला किया है। हम राज्य के सभी मुसलमानों से अनुरोध करते हैं कि वे इस एक बात पर एकजुट हों और मिलकर कॉन्ग्रेस को वोट दें और अपने वोट की ताकत दिखाएँ।”
Joint Action Committee of Telangana Muslim Organizations has announced support to Congress in the Telangana Assembly elections pic.twitter.com/cyMxlm1UDK
— ANI (@ANI) November 21, 2023
TSMOJAC का मानना है कि कॉन्ग्रेस को समर्थन देने के बाद यदि राज्य में उसकी सरकार बनती है तो जेएसी के मुस्लिम घोषणापत्र की माँगों को लागू करवाने के लिए कॉन्ग्रेस पर दबाव बनाया जा सकता है।
जेएसी के राज्य संयोजक सैयद सलीम पाशा और सह-संयोजक शेख यूसुफ बाबा ने ये भी साफ कर दिया है कि साल 2024 के लोकसभा चुनावों में कॉन्ग्रेस को समर्थन देने का फैसला राज्य में सत्ता में आने की स्थिति में मुस्लिम समुदाय को किए वादों को पूरा करने के प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा।
जेएसी नेताओं के मुताबिक, कॉन्ग्रेस पार्टी की अल्पसंख्यक घोषणा मसौदा समिति ने उनसे संपर्क साधा था। उनका यह भी दावा है कि जेएसी की घोषणा पत्र में शामिल आठ अहम माँगों को कॉन्ग्रेस ने अपनी अल्पसंख्यक घोषणा पत्र में शामिल किया है।
इस दौरान जेएसी के नेताओं ने ये भी खुलासा किया कि 11 नवंबर 2023 को जेएसी की राज्य समिति और जिला समितियों के प्रमुखों की एक बैठक हुई थी। इसमें पता चला कि अधिकतर लोगों का झुकाव कॉन्ग्रेस पार्टी की तरफ हैं। इसे देखते हुए कॉन्ग्रेस को समर्थन देने का फैसला किया गया।
बताते चलें कि तेलंगाना की कुल लगभग 3.52 करोड़ आबादी में 13 फीसदी मुस्लिम वोटर हैं। राज्य की 119 विधानसभा सीटों की लगभग 45 विधानसभा सीटों पर मुस्लिमों का खासा असर है। ऐसे में इन वोटों पर सभी राजनीतिक पार्टियों की नजर बनी हुई है।
गौरतलब है कि 30 नवंबर 2023 को इन सीटों पर मतदान होना है। इसके नतीजे 3 दिसंबर 2023 को आएँगे। इससे पहले इस चुनावी राज्य में बीजेपी, कॉन्ग्रेस, बीआरएस और AIMIM सभी पार्टियाँ वोटरों को लुभाने का भरसक प्रयास कर रही हैं।