Sunday, September 1, 2024
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दोहा समझौते से मुकरा तालिबान, हालात ठीक नहीं: अफगानिस्तान पर सर्वदलीय बैठक में बोले विदेश मंत्री एस जयशंकर

विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने बताया कि तालिबान, दोहा में किए गए समझौते से मुकर गया है और फिलहाल, अफगानिस्तान की स्थिति अच्छी नहीं है।

अफगानिस्तान के हालातों पर हुई सर्वदलीय बैठक में आज (अगस्त 26, 2021) विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को वहाँ की स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि इस समय उनका ध्यान केवल अफगानिस्तान में फँसे लोगों को बाहर निकालने में है और केंद्र सरकार इस दिशा में सबकुछ कर रही है।

डॉक्टर एस जयशंकर ने बताया कि तालिबान के मुद्दे पर भारत की नीति ‘वेट एंड वॉच’ की है। बैठक में बताया गया कि भारत वहाँ से अपने सारे कूटनीतिक स्टाफ को वापस बुला चुका है और ऑपरेशन ‘देवी शक्ति’ के जरिए वहाँ से अपने नागरिकों तथा अफगानियों को वापस ला रहा है।

आपरेशन ‘देवी शक्ति’ के तहत 6 उड़ानें हैं। अभी तक कई भारतीयों को वापस ले आया गया है। लेकिन फिर भी कुछ लोग हैं जो उड़ान के दिन नहीं पहुँच सके। वह निश्चित रूप से उन सभी को निकालने का प्रयास करेंगे।

विदेश मंत्री बताते हैं कि अभी तक भारत ने कई भारतीयों समेत अफगान नागरिकों को भी वहाँ से निकाला है। जानकारी के अनुसार, आज भी 35 लोग काबुल से भारत लाए गए हैं। इन्हें मिलाकर तकरीबन 800 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है, जिनमें ज्यादातर भारतीय और अफगान सिख व हिंदू समुदाय के लोग हैं।

विदेश मंत्री ने इस बैठक में सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को आश्वस्त किया कि केंद्र सरकार जल्द से जल्द अफगान में फँसे लोगों को निकालने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी बताया कि तालिबान, दोहा में किए गए समझौते से मुकर गया है और फिलहाल, अफगानिस्तान की स्थिति अच्छी नहीं है।

मालूम हो कि तालिबान और अमेरिका के बीच फरवरी 2020 में हुए दोहा समझौते में धार्मिक स्वतंत्रता और लोकतंत्र को रेखांकित किया गया था। इसमें काबुल में एक ऐसी सरकार की बात कही गई थी जिसमें अफगानिस्तान के सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व हो।

हालाँकि, कुछ समय पहले तालिबान द्वारा पूरे अफगानिस्तान पर कब्जे किए जाने के बाद हालात बदल गए। कई लोगों को अपना घर-कारोबार के साथ देश तक छोड़ना पड़ा। देश के राष्ट्रपति अशरफ गनी तक भागकर दुबई जा बैठे। इस बीच पूरे मुल्क में तालिबान की बर्बरता जारी है।

बता दें कि इस सर्वदलीय बैठक को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट करके बताया था कि अफगानिस्तान में घटनाक्रम के मद्देनजर पीएम नरेंद्र मोदी ने आदेश दिया है कि संसद में सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को पूरी जानकारी दी जाए।

इस महत्वपूर्ण बैठक में राष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कॉन्ग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, द्रमुक नेता टी आर बालू, अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल सहित अन्य नेताओं ने हिस्सा लिया। इनके अलावा इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल तथा संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी भी मौजूद थे। इस बैठक के बाद विपक्ष ने माँग की है कि भारतीय प्रोजेक्ट्स का ख्याल रखा जाए।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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