Friday, April 19, 2024
Homeराजनीतियूपी: 81 पुलिसकर्मियों को जबरन रिटायरमेंट, वाराणसी जोन से सबसे ज्यादा

यूपी: 81 पुलिसकर्मियों को जबरन रिटायरमेंट, वाराणसी जोन से सबसे ज्यादा

आईजी (कानपुर रेंज) मोहित अग्रवाल ने बताया कि 50 वर्ष या उससे अधिक उम्र के पुलिसकर्मी ही नहीं, बल्कि इस आयु सीमा से नीचे के अक्षम लोगों को भी अलग-अलग प्रावधानों के तहत हटाया जाएगा।

उत्तर प्रदेश में 81 अक्षम पुलिसकर्मियों को जबरन रिटायरमेंट दी गई है। अधिकारियों के अनुसार, इनमें से 47 वाराणसी जोन, 29 कानपुर रेंज और पाँच बुलंदशहर से शामिल हैं।

आईजी (कानपुर रेंज) मोहित अग्रवाल ने बताया कि कानपुर शहर और कानपुर देहात क्षेत्र के 7 पुलिसकर्मियों को सेवानिवृत्ति दी गई है। इनमे से चार इटावा, कन्नौज, औरैया और तीन फतेहगढ़ से हैं।

उन्होंने बताया, “यह प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी। विभाग की छवि को धूमिल करने वाले पुलिसकर्मियों को जबरन सेवानिवृत्ति दी जाएगी। 50 वर्ष या उससे अधिक उम्र के पुलिसकर्मी ही नहीं, बल्कि इस आयु सीमा से नीचे के अक्षम लोगों को भी अलग-अलग प्रावधानों के तहत हटाया जाएगा।”

दरअसल, अक्षम पुलिसकर्मियों को जबरन रिटायर करने के शासन के आदेश के बाद आईजी मोहित अग्रवाल की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई थी। इसमें मोहित अग्रवाल के अलावा एसएसपी (कानपुर) अनंत देव और एसपी (कन्नौज) अमरेन्द्र प्रसाद सिंह शामिल थे। इस कमेटी ने शासन को दागी पुलिसकर्मियों की लिस्ट भेजी थी। इसमें ड्यूटी से गैर-हाज़िर रहने वाले, भ्रष्टाचारी, घूसखोर, काम न करने वाले पुलिसकर्मी शामिल थे।

कानपुर में, एलआईयू के हेड कॉन्स्टेबल उदय प्रताप, कॉन्स्टेबल उदयवीर सिंह, केशव सिंह भदौरिया, समरपाल बनमाली, जगदीश सिंह, संतराम यादव को समिति की सिफ़ारिश पर सेवानिवृत्त किया गया है।

बुलंदशहर में गुरुवार को दो सब-इंस्पेक्टर सहित पाँच पुलिसकर्मियों को जबरन रिटायरमेंट दे दिया गया।

एसपी (शहर) अतुल कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि सभी पाँच कर्मियों की उम्र 50 वर्ष और उससे अधिक थी, वे भ्रष्ट थे। साथ ही प्रभावी ढंग से अपने कर्तव्यों का निर्वहन भी नहीं कर रहे थे।

आईजी (मेरठ रेंज) आलोक सिंह ने सब-इंस्पेक्टर विजय कुमार गौतम और भगवान सिंह के जबरन सेवानिवृत्ति पर, जबकि एसएसपी बुलंदशहर ने हेड कॉन्स्टेबल विनोद कुमार शर्मा, अजोत सिंह और जसवीर सिंह की अनिवार्य सेवानिवृत्ति के दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर किए।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

कौन थी वो राष्ट्रभक्त तिकड़ी, जो अंग्रेज कलक्टर ‘पंडित जैक्सन’ का वध कर फाँसी पर झूल गई: नासिक का वो केस, जिसने सावरकर भाइयों...

अनंत लक्ष्मण कन्हेरे, कृष्णाजी गोपाल कर्वे और विनायक नारायण देशपांडे को आज ही की तारीख यानी 19 अप्रैल 1910 को फाँसी पर लटका दिया गया था। इन तीनों ही क्रांतिकारियों की उम्र उस समय 18 से 20 वर्ष के बीच थी।

भारत विरोधी और इस्लामी प्रोपगेंडा से भरी है पाकिस्तानी ‘पत्रकार’ की डॉक्यूमेंट्री… मोहम्मद जुबैर और कॉन्ग्रेसी इकोसिस्टम प्रचार में जुटा

फेसबुक पर शहजाद हमीद अहमद भारतीय क्रिकेट टीम को 'Pussy Cat) कहते हुए देखा जा चुका है, तो साल 2022 में ब्रिटेन के लीचेस्टर में हुए हिंदू विरोधी दंगों को ये इस्लामिक नजरिए से आगे बढ़ाते हुए भी दिख चुका है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe